Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
Claim
HSBC Bank India ने अपनी 21 शाखाओं को बंद कर दिया है.
Fact
यह खबर साल 2016 की है. HSBC Bank ने हाल-फिलहाल में अपनी कोई शाखा बंद नहीं की है.
सोशल मीडिया तथा मैसेजिंग ऐप्स पर यह दावा किया जा रहा है कि HSBC Bank India ने अपनी 21 शाखाओं को बंद कर दिया है.
किसी बैंक के कारोबार बंद होने की प्रमुख वजह घाटा, विलय या दिवालिया होना है. पूर्व में देश में कई भारतीय और विदेशी बैंक बंद हो चुके हैं. बैंकों के बंद होने पर प्रभावशाली खाताधारकों की अपेक्षा छोटी आमदनी के खाताधारकों को अधिक दिक्कत उठानी पड़ती है. कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार पर बैंकों के निजीकरण तथा इनके बंद होने को लेकर हमलवार रहते हैं. बीते दिनों अमेरका समेत अन्य देशों में कई बैंकों के बंद होने के बाद बैंकिंग क्षेत्र में उठे भूचाल ने कई देशों के केंद्रीय बैंकों को सोचने पर विवश कर दिया है.
इसी क्रम में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए यह दावा किया जा रहा है कि HSBC Bank India ने अपनी 21 शाखाओं को बंद कर दिया है.
Fact Check/Verification
HSBC Bank India द्वारा अपनी 21 शाखाओं को बंद कर देने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस दावे की पड़ताल के लिए हमने ‘HSBC Bank India ने अपनी 21 शाखाओं को बंद कर दिया’ तथा ‘hsbc bank india to shut down 21 branches’ कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढा. सर्च प्रक्रिया में प्राप्त परिणामों से हमें यह जानकारी मिली कि साल 2016 में कुछ मीडिया संस्थानों ने HSBC Bank की 24 तो कुछ ने इसकी 21 शाखाओं के बंद होने की खबर प्रकाशित की थी. गौरतलब है कि उपरोक्त कीवर्ड्स से मिलते-जुलते कई अन्य कीवर्ड्स को भी गूगल ढूंढने पर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके.
The Hindu द्वारा 20 मई, 2016 को प्रकाशित तथा 12 सितंबर, 2016 को अपडेटेड लेख के अनुसार HSBC Bank ने ग्राहकों द्वारा ब्रांच जाने के मुकाबले डिजिटल माध्यमों को प्राथमिकता देने को कारण बताते हुए देश में स्थित अपनी कुल 50 शाखाओं में से 24 को बंद करने का निर्णय लिया था. नवभारत टाइम्स द्वारा 20 मई, 2016 को प्रकाशित लेख में बैंक द्वारा रिटेल और वेल्थ मैनेजमेंट को ऑनलाइन करने को कारण बताते हुए अपनी 50 में से 24 शाखाओं को बंद करने की जानकारी दी गई है. The Indian Express द्वारा 20 मई, 2016 को प्रकाशित लेख में भी उपरोक्त लेखों से मिलती-जुलती जानकारी प्रकाशित की गई है.
The New Indian Express द्वारा 19 मई, 2016 को प्रकाशित लेख के अनुसार, HSBC Bank ने अपनी 21 शाखाओं को बंद करने का निर्णय लिया है. Moneylife द्वारा 20 मई, 2016 को प्रकाशित लेख में भी बैंक द्वारा बंद की जाने वाली शाखाओं की संख्या 21 बताई गई है.
गौरतलब है कि The Economic Times द्वारा 21 फरवरी, 2023 को प्रकाशित लेख में बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) Hitendra Dave के हवाले से यह जानकारी दी गई है कि साल 2022 के दिसंबर माह में टैक्स अदा करने के पहले बैंक का लाभ एक वर्ष पूर्व 1.11 बिलियन डॉलर से बढ़कर 1.28 बिलियन डॉलर हो चुका है. इसी प्रकार Bloomberg द्वारा 10 फरवरी, 2023 को प्रकाशित लेख में भी बैंक द्वारा भारत में बैंकिंग के विभिन्न आयामों में व्यापक विस्तारीकरण की बात कही गई है.
Daily Mirror द्वारा 27 मार्च, 2023 को प्रकाशित लेख के अनुसार HSBC Bank ने ब्रिटेन स्थित अपनी 114 शाखाओं को बंद करने का निर्णय लिया है. BBC द्वारा 30 नवंबर, 2022 को प्रकाशित लेख के अनुसार, HSBC बैंक ने ब्रिटेन स्थित अपनी 114 शाखाओं को बंद करने के निर्णय के पीछे लोगों की ऑनलाइन माध्यमों से बैंकिंग को प्राथमिकता देने का कारण बताया है.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि HSBC Bank India द्वारा अपनी 21 शाखाओं को बंद कर देने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में यह खबर साल 2016 की है, जब बैंक ने भारत में स्थित अपनी 21 या 24 शाखाओं को बंद करने की घोषणा की थी.
Result: Partly False
Our Sources
Media reports
Newschecker analysis
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.