Authors
Claim
बिहार के मोतिहारी की सड़क पर भूकंप आने से पड़ी दरारें।
Fact
करीब दस साल पुराना यह वीडियो नेपाल के काठमांडू का है।
7 जनवरी 2025 की सुबह 6:35 बजे नेपाल-तिब्बत सीमा क्षेत्र में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस आपदा में 95 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। भारत में इस भूकंप के झटके बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और दिल्ली-एनसीआर जैसे उत्तर भारतीय इलाकों में महसूस किए गए थे। भूकंप के बाद से सोशल मीडिया पर दावा किया गया भूकंप के चलते बिहार के मोतिहारी की सड़क में दरार आ गई।
8 जनवरी 2025 के एक फेसबुक पोस्ट (आर्काइव) में वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें एक सड़क पर दरार नजर आ रही है और सड़क पर लोगों की भीड़ भी दिख रही है। वीडियो के बैकग्राउंड में कहा जा रहा है कि, “दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं।” पोस्ट के साथ कैप्शन में दावा किया गया है कि “ब्रेकिंग मोतिहारी। पूरे जिले में अभी भूकम्प से हिला धरती, लोगो मे दहशत, घर से बाहर निकले लोग।” ऐसे अन्य वायरल पोस्ट का आर्काइव यहाँ, यहाँ, यहाँ और यहाँ देखें।
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Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए हमने ‘भूकंप के प्रभाव से बिहार के मोतिहारी की सड़क में आ गयीं दरारें ‘ की-वर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस दावे की पुष्टि करे कि वायरल क्लिप में नजर आ रही घटना बिहार के मोतिहारी में हुई है। इस दौरान मिली रिपोर्ट्स में दी गई जानकारी के अनुसार, 7 जनवरी 2025 को आये इस भूकंप से भारत में अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है।
अब हमने वायरल क्लिप को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल क्लिप के साथ प्रकाशित कई पुराने पोस्ट्स और मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। वर्ष 2015 की इन सभी मीडिया रिपोर्ट्स में इस घटना को नेपाल के काठमांडू में आये भूकंप का बताया गया है।
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25 मार्च 2015 को ‘द टेलीग्राफ’ द्वारा अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर की गई वीडियो रिपोर्ट के साथ कैप्शन में बताया गया है कि यह फुटेज नेपाल के काठमांडू में आये भूकंप के कारण वहां की एक सड़क पर आयी दरारों का है।
वीडियो क्लिप में नजर आ रही सड़क की तस्वीर के साथ 27 अप्रैल 2015 को प्रकाशित एनडीटीवी की रिपोर्ट में भी इसे नेपाल के काठमांडू की सड़क का बताया गया है। वायरल क्लिप के साथ प्रकाशित CBC न्यूज़ और CGTN की रिपोर्ट्स यहाँ पढ़ें।
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Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि वायरल वीडियो करीब दस साल पुराना है और बिहार का नहीं, बल्कि नेपाल के काठमांडू का है।
Result: False
Sources
Google Maps.
Video Report published by The Telegraph on 25th April 2015.
Video Report published CBC News by on 28th April 2015.
Report published by NDTV on 27th April 2015.
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