Fact Check
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन का पुराना वीडियो हालिया बताकर ग़लत दावे से वायरल
Claim
हालिया ईरान-इज़राइल संघर्ष के बीच ईरान की हार और सुप्रीम लीडर ख़ामेनेई के ख़िलाफ़ विरोध जताती लड़कियों का वीडियो.
Fact
यह वीडियो साल 2022 में ईरान में हुए हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के दौरान का है. इसका हालिया ईरान-इज़राइल संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़े पैमाने पर शेयर किया रहा है, जिसमें काले कपड़ों में नज़र आ रही लड़कियां नारेबाजी करती दिख रही हैं. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो ईरान-इज़राइल संघर्ष के दौरान ईरान की हार और सुप्रीम लीडर ख़ामेनेई के ख़िलाफ़ विरोध जताते हुए लड़कियों के जश्न का है. हालांकि, यह वीडियो हाल का नहीं है, बल्कि 2022 में ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के दौरान का है.
एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, “इधर भारत के कन्वर्टेड और ईरान के नादिरशाह की तलवार देखकर सलवार खोलने वाले ईरान के लिए रो रहे हैं कलप रहे हैं तड़प रहे है. उधर ईरान की लड़कियां ईरान की हार पर खूब खुश हो रही है अपना हिजाब निकाल कर फेंक रही है कह रही है खुमैनी तू हारेगा खुमैनी तू मरेगा.”

इसी दावे के साथ वीडियो को एक्स और फ़ेसबुक पर बड़ी संख्या में शेयर किया जा रहा है, जिनके आर्काइव लिंक यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
क्या यह वीडियो ईरानियों के पाकिस्तान में शरण लेने का है?
Fact Check/ Verification
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह वीडियो ऑस्ट्रेलियाई पब्लिक ब्रॉडकास्टर एसबीएस न्यूज़ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला. यह वीडियो 6 अक्टूबर 2022 को अपलोड किया गया था, जिसमें वायरल क्लिप को 21वें सेकंड से 41वें सेकंड तक देखा जा सकता है. वीडियो का शीर्षक है— ‘ईरानी स्कूली छात्राएं महसा अमिनी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं’.

वीडियो के साथ जानकारी दी गई है कि मंगलवार (अक्टूबर 4) को ईरान की स्कूली छात्राओं ने हिजाब उतारकर सरकार के ख़िलाफ़ हो रहे देशव्यापी प्रदर्शनों में हिस्सा लिया.
एसबीएस न्यूज़ ने वीडियो के लिए एक्स अकाउंट X/1500tasvir को क्रेडिट दिया है. हालांकि, अब यह अकाउंट सस्पेंड हो चुका है.
‘द गार्डियन’ की अक्टूबर 4, 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी यह वीडियो मौजूद है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में स्कूली छात्राएं शामिल हुई थीं.

बीबीसी की अक्टूबर 4, 2022 की रिपोर्ट में बताया गया है कि स्कूली छात्राओं ने हिजाब को हवा में लहराकर और अधिकारियों के ख़िलाफ़ नारे लगाकर देश में जारी विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया. ऐसे प्रदर्शन स्कूल परिसरों के भीतर और कई शहरों की सड़कों पर देखे गए. रिपोर्ट में एक और घटना का भी ज़िक्र है, जिसमें करज में लड़कियों ने कथित तौर पर एक शिक्षा अधिकारी को स्कूल से बाहर निकाल दिया.
दरअसल, ईरान में सितंबर 2022 में हिजाब कानून तोड़ने के आरोप में हिरासत में ली गई महसा अमिनी नाम की महिला की मौत के बाद, ईरानी महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किए. धीरे-धीरे यह प्रदर्शन देशव्यापी हो गए. ईरान सरकार ने इन प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश की, जिसमें कई लोग मारे गए और गिरफ़्तार किए गए.
अब तक की जांच से यह साफ़ हो चुका है कि वीडियो साल 2022 का है. साथ ही, मौजूदा संघर्ष के दौरान ईरान में ऐसे प्रदर्शनों की घटनाओं की पुष्टि करने वाली कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं है.
Conclusion
ईरान में 2022 के हिजाब विरोधी प्रदर्शन का एक पुराना वीडियो हालिया ईरान-इज़राइल संघर्ष से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
Sources
YouTube – SBS News
The Guardian
BBC
The Guardian