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Claim
वायरल कोलाज की दोनों तस्वीरें, गिरफ्तार इसराइली कर्नल यायिर शलाम की हैं.
Fact
वायरल कोलाज में मौजूद दोनों तस्वीरें असंबंधित हैं.
क़रीब तीन हफ़्ते से चल रहे इसराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के बीच शुक्रवार देर रात को इसराइल ने गाजा पर बमबारी तेज कर दी. हमले के बीच गाजा का संपर्क बाहरी दुनिया से टूट चुका है. इसी बीच सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों का कोलाज इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि गाज़ा में बुरिज कैम्प पर हमले के कमांडर रहे इसराइली कर्नल यायिर शलाम को हमास के लड़ाकों ने गिरफ्तार कर लिया है.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल कोलाज असंबंधित हैं. पहली तस्वीर में यूक्रेन के राजनेता विक्टर मेदवेदचुक मौजूद हैं, जिन्हें यूक्रेन ने रूस समर्थित होने की वजह से गिरफ्तार करने का दावा किया था. वहीं, दूसरी तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति इसराइली डिफेंस फ़ोर्स के पूर्व डिप्टी हेड यायिर गोलान हैं.
बीते 7 अक्टूबर को इसराइल में फ़िलिस्तीन के संगठन हमास की तरफ़ से बड़ा हमला किया गया था. हमास के इस हमले में करीब 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद इसराइल ने भी हमास के कई ठिकानों पर हमले किए. बतौर रिपोर्ट्स, इस संघर्ष में अबतक गाजा के क़रीब 7300 लोगों की मौजूद हो चुकी है. इसी बीच शुक्रवार देर रात से इसराइल ने गाजा पर तेज बमबारी शुरू कर दी है.
वायरल कोलाज में दो तस्वीरें मौजूद हैं. पहली तस्वीर में सुरक्षाकर्मी की वर्दी पहने व्यक्ति के हाथ में हथकड़ी लगी हुई नज़र आ रही है. वहीं, दूसरी तस्वीर में भी एक व्यक्ति वर्दी पहने हुए नज़र आ रहा है.
कई वेरिफाईड X हैंडल से वायरल कोलाज को एक ख़ास कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “ब्रिज कैंप के बाहरी इलाके में इज़रायली सेना को विनाशकारी झटका लगा सेना के टैंक खिलौनों और गुड़िया की तरह जल रहे है. बोरेज कैंप पर हमले के सरगना कर्नल यायर शालम को बंधक बनाने की सूचना मिली”.
इस तरह के दावे के साथ वायरल कोलाज को फ़ेसबुक पर भी शेयर किया गया है, जिसे आप यहां, यहां देख सकते हैं.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल कोलाज की पड़ताल के दौरान सबसे पहले बाईं तरह मौजूद तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें बीबीसी हिंदी की वेबसाइट पर 13 अप्रैल 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल तस्वीर मौजूद है.
बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी एसबीयू ने एक फ़ोटो पोस्ट कर यह दावा किया था कि उन्होंने रूस समर्थित भगोड़े राजनेता विक्टर मेदवेदचुक को गिरफ्तार कर लिया है. उस दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने भी रूस से विक्टर मेदवेदचुक के बदले उनकी कैद में मौजूद लड़के-लड़कियों को छोड़ने की अपील की थी.
पड़ताल के दौरान ब्रिटिश न्यूज़ आउटलेट ‘द सन’ की वेबसाइट पर भी 13 अप्रैल 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी बताया गया था कि यूक्रेन ने विक्टर मेदवेदचुक को गिरफ्तार करने का दावा किया था, और मेदवेदचुक के बदले यूक्रेनी कैदियों को छोड़ने की अपील भी की थी.
खोज के दौरान रूसी न्यूज़ आउटलेट RT की वेबसाइट पर 11 जनवरी 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि 68 वर्षीय विक्टर मेदवेदचुक को क़रीब 4 महीने जेल में रखने के बाद रिहा कर दिया गया था.
इसके बाद, हमने दाईं तस्वीर की पड़ताल के लिए भी सबसे पहले रिवर्स इमेज सर्च का सहारा लिया. इस दौरान हमें वाशिंगटन इंस्टिट्यूट की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में यह तस्वीर मिली. तस्वीर के मौजूद कैप्शन में बताया गया है की यह इसराइल के पूर्व मेजर जनरल यायिर गोलान हैं.
हमने ऊपर मिली जानकारी के आधार पर गूगल सर्च किया तो टाइम्स ऑफ़ इसराइल की वेबसाइट पर 18 अक्टूबर, 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इसराइल डिफेंस फ़ोर्स के पूर्व डिप्टी हेड रहे यायिर गोलान बाद में वाम रूझानों वाली पार्टी मेरेत्ज़ से जुड़े थे. जब 7 अक्टूबर को हमास की तरफ़ से हमला किया गया था, तब उन्होंने कई लोगों की जान बचाई थी.
पड़ताल करने पर हमें उनका आधिकारिक X अकाउंट मिला, जिसमें उन्होंने रिपोर्ट लिखे जाने से दो घंटे पहले ट्वीट कर वर्तमान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू पर हमला बोला है.
अब हमने उस दावे की भी पड़ताल की, जिसमें कहा जा रहा है कि गाज़ा में इसराइली सेना के कर्नल यायिर शलाम को गिरफ्तार कर लिया गया है. हमने जांच के दौरान संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट खंगाली, लेकिन हमें ऐसी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली.
हालांकि, कुछ ट्वीट ज़रूर मिले, जिनमें यह दावा किया गया है, लेकिन न्यूज़चेकर इन दावों की पुष्टि नहीं करता है.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से साफ़ है कि वायरल कोलाज की दोनों तस्वीरें असंबंधित हैं. दोनों ही तस्वीर में कर्नल यायिर शलाम मौजूद नहीं हैं.
Result- False
Our Sources
BBC Hindi: Article Published on 13th April 2022
The Sun: Article Published on 13th April 2022
RT: Article Published on 11th Jan 2023
Washington Institute Report
Times of Israel: Article Published on 18th oct 2023
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