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जयपुर के शिव मंदिर में नहीं बनाई गई मजार, सुदर्शन न्यूज समेत कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर किया भ्रामक दावा

Written By Shubham Singh
Feb 7, 2022
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि जयपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में शिव मंदिर पर एक मज़ार का निर्माण कर उस पर कब्जा कर लिया गया है।

सुदर्शन न्यूज ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “जयपुर के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में शिव जी के मंदिर के ऊपर दरगाह के विरुद्ध आक्रोशित हुआ हिंदू समाज, बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचे हिंदू, हर हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा इलाका.”

(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरश: लिखा गया है।)

Screenshot Twitter@SudarshanNewsTV

वहीं, एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “शोशल मीडिया में तेजी से हो रहा है ये वीडियो वायरल.”

(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)

Screenshot of Facebook/sureshnorva

एक अन्य फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “यह पाकिस्तान नहीं राजस्थान का हिंदू मंदिर है। जयपुर के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में शिवजी के मंदिर के ऊपर ज़बरदस्ती दरगाह को अधिकृत किया जा रहा है। पहली मंज़िल के 36 इंच दीपस्तंभ में किसको गाढ़ा गया है जहाँ मज़ार बनाई दर्जनों पुलिस हिंदुओं को डरा रहे हैं.”

(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)

Screenshot of Facebook/k18media

साप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाले वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। गत दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि अहमदाबाद के पिराना गांव के मुसलमान आरएसएस के कारण पलायन के लिए मजबूर हो गए। Newschecker की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला था। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जयपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में शिव मंदिर पर एक मज़ार का निर्माण कर उस पर कब्जा कर लिया गया है।

Fact Check/Verification 

‘जयपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में शिव मंदिर पर एक मज़ार का निर्माण कर उस पर कब्जा कर लिया गया है’, दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने इसे inVid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें Alamy.com द्वारा अपलोड की गई एक तस्वीर प्राप्त हुई। Alamy.Com की वेबसाइट के मुताबिक, ये जयपुर में स्थित श्री लक्ष्मीनारायण बालाजी मंदिर की तस्वीर है। वेबसाइट के फोटो गैलरी में यह तस्वीर 29 जनवरी 2020 से मौजूद है। तस्वीर में मंदिर के एक गुम्बद को हरे रंग के कपड़े से ढका हुआ साफ तौर पर देखा जा सकता है।

 

Screenshot of Google Reverse Image

पड़ताल के दौरान कुछ कीवर्ड्स की मदद से यूट्यूब पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें RJ Saroj Swami द्वारा 30 अक्टूबर 2020 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में 6 मिनट 45 सेकेंड पर चिरागी (पूजा स्थल) नजर आ रहा है, जिसके नीचे लिखा है, ‘सय्यद चांदी वाले बाबा..’

Screenshot of Youtube Channel RJ Saroj Swami

हमने ‘सय्यद चांदी वाले बाबा’ कीवर्ड की मदद से यूट्यूब पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पत्रकार नईम कुरैशी के यूट्यूब चैनल द्वारा 05 मार्च 2017 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो मंदिर के उसी कोण का है, जहां चिरागी (पूजा स्थल) मौजूद है और वहां हरे रंग का कपड़ा बंधा है। वीडियो में वहां मौजूद एक व्यक्ति यह कहते सुना जा सकता है कि यह जगह हिंदू- मुसलमान एकता का प्रतीक है और दोनों धर्म के लोग यहां सैयद चांदी वाले बाबा का आशीर्वाद लेने आते हैं।

 

Screenshot of Journalist Naeem Qureshi YouTube channel

इसके अलावा हमें Republic Bharat द्वारा 03 फरवरी 2022 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में जयपुर के डीसीपी नॉर्थ पारिस देशमुख ने बताया कि करीब 300 साल पुराने लक्ष्मीनारायण मंदिर को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रम फलाया जा रहा है। जिसको लेकर जयपुर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

 

Screenshot of Republic Bharat Youtube Channel

वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान हमें राजस्थान पुलिस द्वारा 04 फरवरी 2022 को किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। ट्वीट के अनुसार, ‘बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर को लेकर अफवाह वायरल हो रही है। मंदिर के पुजारी ने कहा, कोई विवाद नहीं, सारे दावे हैं भ्रामक। यहां स्थित विचित्रेश्वर महादेव मंदिर में सुबह शाम हो रही है सेवा पूजा।’

Tweet Post- Twitter/PoliceRajasthan


इसके अलावा जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद कुमार श्रीवास्तव का एक वीडियो जयपुर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर 03 फरवरी 2022 को शेयर किया है। वीडियो में श्रीवास्तव को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “कुछ लोग सोशल मीडिया पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के बारे में भ्रामक और झूठी जानकारी फैला रहे हैं और मंदिर की संरचना या परिसर में कोई बदलाव या निर्माण नहीं हुआ है। पूजा और अन्य अनुष्ठान पूर्व की तरह जारी है और उसमें किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं हुआ है।”

 

Screenshot of Twitter@ jaipur_police

सुदर्शन न्यूज इससे पहले भी कई बार फेक दावा शेयर कर चुका है। इस संबंध में Newschecker की पड़ताल को यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।

Conclusion

इस तरह हमारी पड़ताल में ये साफ है कि ‘जयपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में शिव मंदिर पर एक मज़ार का निर्माण कर उस पर कब्जा कर लिया गया, दावा भ्रामक है। शिव मंदिर को बंद नहीं किया गया है और वहां नियमित रूप से पूजा-अर्चना की जा रही है।

Result: Misleading/Partly False 

Sources

Alamy.com

YouTube Channels Of RJ Saroj Swami & Journalist Naeem Qureshi

Republic Bharat 

Official Twitter Accounts Of Rajasthan Police & Jaipur Police

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