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राजस्थान के दलित छात्र इंद्र मेघवाल की अंतिम यात्रा का नहीं है ये वीडियो

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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

राजस्थान के जालौर में नौ साल के दलित छात्र इंद्र मेघवाल की मौत से बवाल खड़ा हो गया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो को इंद्र मेघवाल की अंतिम यात्रा का बताया जा रहा है.

वीडियो में एक सड़क से लोगों की भारी भीड़ को निकलते देखा जा सकता है. लोगों के बीच एक गाड़ी भी चल रही है. इसके साथ ही, कुछ लोग हाथ में भारत का राष्ट्रीय ध्वज भी लिए हैं. इंद्र मेघवाल की अंतिम यात्रा का बताकर वीडियो को ट्विटर और फेसबुक पर सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं. कैप्शन में लोग लिख रहे हैं, “इंद्र मेघवाल की अंतिम यात्रा”

ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
इंद्र मेघवाल की अंतिम यात्रा
Courtesy: Facebook/Guddu Ambedkar

बीबीसी की एक खबर के अनुसार, इंद्र कुमार मेघवाल जालौर के एक निजी विद्यालय की तीसरी कक्षा में पढ़ता था. आरोप है कि छैल सिंह नाम के स्कूल शिक्षक ने 20 जुलाई को इंद्र मेघवाल की पिटाई कर दी थी. छात्र का कई दिनों तक इलाज चला लेकिन 13 अगस्त को उसकी मौत हो गई. मेघवाल के परिवार वालों का कहना है कि उनके बच्चे ने सवर्ण जाति के शिक्षक के मटके से पानी पी लिया था. दलित बच्चे का सवर्ण के मटके से पानी पीना शिक्षक को रास नहीं आया. इसके चलते शिक्षक ने इंद्र मेघवाल को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. हालांकि, मटके से पानी पीने वाली बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है और जांच जारी है.

Fact Check/Verification

वायरल वीडियो के एक फ्रेम को In-Vid टूल की मदद से खोजने पर हमें यह वीडियो यूट्यूब पर मिला. यहां एक यूजर‌ ने इस वीडियो के टाइटल में लिखा था, “जौनपुर का लाल जिलाजीत शहीद भारत माता की जय”.

इसी टाइटल से संबंधित कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर वायरल वीडियो की सच्चाई सामने आ गई. 18 अगस्त 2020 को मीडिया संस्थान न्यूज NEWJ ने यूट्यूब पर यूपी के जौनपुर के रहने वाले जिलाजीत यादव‌ नाम के एक शहीद की अंतिम यात्रा का एक वीडियो अपलोड किया था. इस वीडियो के आखिर में वायरल वीडियो भी देखा जा सकता है.

इसके अलावा, यूट्यूब चैनल NYOOOZZ UP-UTTARAKHAND ने‌ भी 14 अगस्त 2020 को अपनी रिपोर्ट में वायरल वीडियो को जौनपुर के जिलाजीत यादव की अंतिम विदाई का बताया था. उस समय कई और भी न्यूज़ से जुड़े यूट्यूब चैनल्स ने जिलाजीत यादव की अंतिम यात्रा के अलग-अलग वीडियोज को शेयर किया था.

यह भी पढ़ें…बच्चे की पिटाई का यह वायरल वीडियो राजस्थान के जालौर का नहीं है

दैनिक भास्कर की खबर में बताया गया है कि 11 अगस्त 2020 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में जिलाजीत शहीद हो गए थे. इसके बाद जिलाजीत का पार्थिव शरीर जौनपुर में उनके पैतृक गांव धौरहरा इजरी लाया गया था. शहीद होने के कुछ माह पहले ही जिलाजीत पिता बने थे. उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग हाथों में तिरंगा लेकर पहुंचे थे. वायरल वीडियो भी उसी समय का है.

Conclusion

हमारी जांच में यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. एक शहीद की अंतिम यात्रा के दो साल पुराने वीडियो को इंद्र मेघवाल की अंतिम यात्रा का बताकर शेयर किया जा रहा है.

Result: False

Our Sources

YouTube video of NEWJ, uploaded on August 18, 2020
YouTube video of NYOOOZZ UP-UTTARAKHAND, uploaded on August 14, 2020
Report of Dainik Bhaskar, published on August 14, 2020

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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

Arjun Deodia
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

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