Thursday, March 13, 2025
हिन्दी

Fact Check

झारखण्ड के तबरेज का नहीं है जनाजे का यह वायरल वीडियो

Written By JP Tripathi
Jun 26, 2019
banner_image

Claim

Verification
कथित मॉब लिंचिंग का शिकार हुए झारखण्ड के तबरेज अंसारी के जनाजे में जुटी भीड़ को लेकर एक सन्देश तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। सन्देश में कहा जा रहा है कि यदि शांति पूर्वक इतने लोग इकठ्ठा होकर मॉब लिंचिंग के खिलाफ प्रदर्शन करें तो इस पर कड़ा कानून बन सकता है।
तबरेज अंसारी उर्फ़ सोनू नामक युवक की हत्या कब और किन परिस्थितियों में हुई यह खोजने पर हमें बीबीसी का एक लेख मिला। इस लेख में पूरा मामला विस्तार से बताया गया है। असल में तबरेज अंसारी पुणे में एक कंपनी में काम करता था। उसकी शादी अभी इसी साल अप्रैल में शाइस्ता के साथ हुई थी। झारखण्ड की राजधानी रांची से करीब 130 किलोमीटर दूर सरायकेला-खरसांवा ज़िले के कदमडीहा गाँव के निवासी सोनू पर बीते 17 जून को भीड़ ने चोरी का आरोप लगाकर हमला किया था। इस दौरान पुलिस ने उसे अपनी कस्टडी में भी लिया था। पुलिस की मानें तो तबरेज पर चोरी का इल्जाम था। जिसके चलते भीड़ ने उसकी पिटाई की थी। 18 जून को पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद 24 जून को हिरासत में ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस पर गंभीर इल्जाम लगे। इस मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मामले में इलाके के थाना प्रभारी को सस्पेंड भी किया गया है। हालांकि सूबे के पुलिस प्रमुख ने मामले को लिंचिंग से जोड़कर ना देखे जाने की बात की है।
इस घटना की निंदा देश के हर कोने में हुई। इससे पहले तबरेज के पिता की भी साल 2012 में भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। चोरी के शक में उसके पिता मज़कूर अंसारी की जमशेदपुर में जमकर पिटाई हुई थी जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
बारीकी से पड़ताल करने पर पता चला कि यह पुराना वीडियो है। यह वीडियो असल में जहानाबाद में बिहार के बाहुबली नेता सहाबुद्दीन के शार्प शूटर तबरेज आलम उर्फ तब्बू के जनाज़े का है। दैनिक जागरण के मुताबिक़ तबरेज का जरायम की दुनिया में बड़ा नाम था। सितम्बर 2018 में उसकी हत्या की गई थी।
वायरल वीडियो तक पहुँचने के लिए बारीकी से खोजने पर ETV Bharat द्वारा यूट्यूब पर अपलोड एक वीडियो प्राप्त हुआ। यह वीडियो सितम्बर साल 2018 का है।
इस वीडियो का झारखंड के तबरेज अंसारी से कोई सम्बन्ध नही है।
इस फेक न्यूज़ को सोशल मीडिया में वायरल करने वाले अशरफ़ हुसैन ने ट्विटर में दिए बायो में फेक न्यूज़ और असली पत्रकारिता के मूल्यों को किस तरह व्यक्त किया है उसे स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है।
Tools Used
  • InVID
  • Google Search
  • Twitter
  • Youtube
Result- Misleading
image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,430

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।