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Fact Check
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच महाकुंभ चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पत्र की तस्वीर काफी वायरल हो रही है। जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल उत्तराखंड कुंभ मेले को बेहतर ढंग से कराने के लिए मुख्य सचिव आईएएस ओम प्रकाश की तारीफ कर रहे हैं।
साथ ही यह भी कह रहे हैं कि मुख्य सचिव और सभी अधिकारियों के ये सभी प्रयास संघ की विचारधारा को आगे बढ़ाने में मदद करेगें। सभी अधिकारियों ने कुंभ की परिस्थितियों को काफी अच्छे से संभाला है। इस पत्र को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, एक आईएएस अधिकारी से RSS की विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए कह रहा है।
पोस्ट से जुड़ा आर्काइव लिंक यहां पर देखा जा सकता है।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
वायरल पत्र का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल पत्र से जुड़ा ANI का एक ट्वीट मिला। जिसके मुताबिक वायरल हो रहा पत्र फर्जी है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा ये पत्र नहीं लिखा गया है। पत्र को लेकर किए जा रहे सभी दावे गलत है।
वायरल पत्र की पूरी सच्चाई जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए अजीत डोभाल द्वारा लिखे गए दूसरे पत्रों को सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें 28 नवंबर 2019 को डोभाल द्वारा लिखा गया एक पत्र मिला। जिसे डोभाल ने अयोध्या के फैसले के बाद लिखा था। यह पत्र डोभाल ने यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी को लिखा था। इस पत्र में डोभाल ने मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी की तारीफ की थी। जब हमने दोनों पत्रों की तुलना की तो पाया कि ये दोनों ही पत्र काफी हद तक एक जैसे हैं। दोनों की भाषाएं काफी हद तक एक ही जैसी है। पत्र में लिखी गई कई लाइन हूबहू हैं।
दोनों पत्रों की तुलना के दौरान हमने पाया कि असल पत्र में अयोध्या लिखा हुआ है। जिसे वायरल पत्र में एडिट कर कुंभ कर दिया गया है। इसी तरह कई और शब्दों को एडिट कर बदला गया है। पहली लाइन में लिखा गया है कि आपने जिस तरह से अयोध्या फैसले के समय सभी हालातों को संभाला है मैं उसे तारीफ के काबिल मानता हूं। इसी लाइन को बदलकर कुंभ कर दिया गया है।
आगे लिखा हुआ है मैं राज्य और केंद्र सरकार के बीच तालमेल बनाए रखने और प्रदेश में शांतिपूर्वक ढंग से कभी चीजों को करने के लिए मैं आपकी भूमिका की सराहना करता हूं। दोनों पत्रों में ये लाइनें हूबहू मौजूद हैं। दोनों पत्रों में आप देख सकते हैं कि आखिरी कुछ लाइनें भी हूबहू ही हैं। दोनों में लिखा हुआ है कि मुझे इस बात पर पूरा यकीन है कि भविष्य में भी शांति का माहौल बनाए रखने में आपके प्रयास काफी मददगार साबित होंगे।
पड़ताल के दौरान हमने पाया कि वायरल लेटर में कई सारी भाषाई, व्याकरण और स्पेलिंग की गलतियां भी मौजूद हैं। जो कि सामान्य तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के लेटर में नहीं होती है। जैसे कि आप अगर आखिरी लाइन पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि वहां पर आइडियोलॉजी (Ideology) की स्पेलिंग (idelogoy) लिखी हुई है, जो कि गलत है। जबकि असली पत्र में किसी भी तरह की भाषाई, व्याकरण और स्पेलिंग की गलतियां नहीं है।
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल पत्र की तस्वीर फर्जी है। इस पत्र को एडिटिंग सॉफ्टवेयर द्वारा एडिट कर बनाया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा उत्तराखंड कुंभ मेले को लेकर ऐसा कोई भी पत्र नहीं लिखा गया है।
Claim Review: अजीत डोभाल ने लिखा मुख्य सचिव आईएएस ओम प्रकाश को पत्र। Claimed By: वायरल सोशल मीडिया पोस्ट Fact Check: False |
Twitter – https://twitter.com/ANI/status/1384525155699814409
Runjay Kumar
April 7, 2025
Raushan Thakur
March 13, 2025
Komal Singh
February 27, 2025