Sunday, March 16, 2025
हिन्दी

Fact Check

रूस की ट्रेन पर नहीं लगाई गई भगवान कृष्ण की तस्वीर, फेक दावे के साथ एडिटेड तस्वीर वायरल है

Written By Neha Verma
Jul 3, 2019
banner_image

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर दावा किया गया है कि रूस की एक ट्रेन पर इस्कॉन मंदिर वालों ने श्री कृष्ण जी का चित्रण इंजन में करवाया है। वायरल दावे के साथ संलग्न तस्वीर में एक ट्रेन पर कृष्ण की तस्वीर लगी हुई नजर आ रही है।

एक फेसबुक यूजर ने वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “भारत सरकार ऐसे चित्र अपने देश की ट्रेनों में उकेरने के बारे में विचार करें जय हिंद।”

(उपरोक्त पोस्ट अक्षरश: लिखा गया है।)

Screenshot of Facebook /profile.php?id=100008250223791

वहीं, एक अन्य फेसबुक यूजर ने वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “#जागो_हिन्दुओं_जागो”

(उपरोक्त पोस्ट अक्षरश: लिखा गया है।)

Screenshot of Facebook/sanjeevjayaswal

Fact Check/Verification 

रूस की एक ट्रेन पर इस्कॉन मंदिर वालों ने श्री कृष्ण जी का चित्रण इंजन में करवाया है, दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने तस्वीर को Yandex रिवर्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें Railway Crossing retired नामक यूट्यूब चैनल द्वारा 7 जनवरी 2018 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में हर्स्टब्रिज रेलवे लाइन की सैर दिखाया है। गौरतलब है कि, हर्स्टब्रिज रेलवे लाइन, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में चलने वाली एक रेल यात्री ट्रेन सेवा है।

Screenshot of Yandex Reverse Iamge Search

Railway Crossing retired द्वारा अपलोड किए वीडियो में वायरल तस्वीर से मिलती जुलती तस्वीर को देखा जा सकता है। 

Screenshot of Railway Crossing Retired

हमने अपनी पड़ताल के दौरान कुछ कीवर्ड  की मदद से फेसबुक पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें Southern States नामक एक फेसबुक पेज द्वारा 17 मार्च 2015 को अपलोड की गई तस्वीर प्राप्त हुई, जो कि वायरल तस्वीर से काफी मिलती जुलती है। 

हमने दोनों तस्वीरों का तुलनात्मक विश्लेषण किया। दोनों तस्वीरों में ट्रेन के पीछे का बैकग्राउंड एक जैसा है। लेकिन वायरल तस्वीर में जिस जगह पर ‘रूस की एक ट्रेन पर इस्कॉन मंदिर वालों ने श्री कृष्ण जी का चित्रण इंजन में करवाने का दावा किया गया है उस जगह पर Southern States द्वारा प्राप्त तस्वीर में मेट्रो का गेट है। 

इस तरह साफ है कि वायरल तस्वीर में मौजूद ट्रेन रूस की नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया की है। हमने अपनी पड़ताल के दौरान कुछ कीवर्ड की मदद से यूट्यूब पर खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें PoathTV – Australian Trains द्वारा अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में वायरल तस्वीर में मौजूद ट्रेन के जैसी ट्रेन को देखा जा सकता है।

Screenshot of PoathTv-Australian Team Youtube Channel

अपडेट- इस लेख को नए दावे के साथ 03 फरवरी 2022 को अपडेट किया गया है। 

 

Conclusion

इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि ‘रूस की एक ट्रेन पर इस्कॉन मंदिर वालों ने श्री कृष्ण जी का चित्रण इंजन में करवाया है’, दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर एडिटेड है। रूस के किसी भी ट्रेन पर कृष्ण भगवान की फोटो नहीं लगी है।

 Result- Manipulated Media

Our Sources

Railway Retired Youtube Channel

Southern States Facebbok page

Self Analysis

Poath TV Australian Youtube Channel

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,450

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।