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Fact Check
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महाराष्ट्र को लेकर एक दावा वायरल है। दावा किया गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने पेंगुइन वाले इमोजी को बैन कर दिया है। दावे के साथ न्यूज़ एजेंसी ANI के ट्वीट का स्क्रीनशॉट बहुत तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में ब्रेकिंग न्यूज़ देते हुए बताया जा रहा है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पेंगुइन वाली इमोजी को बैन कर दिया है।
नीचे देखा जा सकता है कि इस ट्वीट को अब तक 4800 लोगों द्वारा रिट्वीट किया गया है और 14 हजार 300 लोगों ने इसे लाइक किया है।
वायरल दावे के आर्काइव वर्ज़न को यहां देखा जा सकता है। https://archive.vn/3MoLe
देखा जा सकता है कि वायरल दावे को फेसबुक पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
देखा जा सकता है कि वायरल दावे को ट्विटर पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स का सहारा लिया। पड़ताल के दौरान हमें Zee Hindustan द्वारा प्रकाशित की गई एक मीडिया रिपोर्ट मिली।

लेख के मुताबिक 31 जुलाई, 2020 को अभिनेत्री कंगना रनौत ने सुशांत की मौत के केस को लेकर एक ट्वीट किया था। उस ट्वीट में कंगना ने अपनी जान को खतरा बताया था। उन्होंने सुशांत की मौत का जिम्मेदार उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को बताया था। लेकिन उन्होंने ट्वीट में उनका नाम सीधे नहीं लिया था बल्कि ‘बेबी पेंगुइन’ कहा था। कंगना के इस ट्वीट के बाद से लोग सोशल मीडिया पर आदित्य ठाकरे को ‘बेबी पेंगुइन’ कहने लगे हैं।
कुछ अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से गूगल खंगालने पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली जिससे यह साबित होता हो कि महाराष्ट्र सरकार ने पेंगुइन वाली इमोजी को बैन कर दिया है।
अब हमने सोशल मीडिया पर ANI के हवाले से वायरल हो रहे ट्वीट को खंगाला। पड़ताल में हमने पाया कि ANI द्वारा किया गया वायरल ट्वीट आधिकारिक हैंडल से नहीं बल्कि ANI के पैरोडी अकाउंट से किया गया है।

नीचे दोनों तस्वीरों में ANI पैरोडी अकाउंट और न्यूज़ एजेंसी ANI के आधिकारिक हैंडल में फर्क साफ देखा जा सकता है।

पहला अंतर – ANI का आधिकारिक ट्विटर हैंडल ब्लू टिक वैरिफाइड है।
दूसरा अंतर- पैरोडी अकाउंट में लिखा हुआ है कि वह ANI Parody अकाउंट है।
तीसरा अंतर- ANI ने ट्विटर को अगस्त, 2011 में ज्वाइन किया था वहीं पैरोडी अकाउंट मई, 2020 में बना है।
चौथा अंतर- आधिकारिक हैंडल के 4.6M फौलॉवर्स हैं और पैरोडी अकाउंट के महज़ 712 फौलॉवर्स हैं।
पांचवा अंतर- जिस ट्विटर हैंडल से वायरल खबर फैलाई गई उसका यूजर नेम @aniparodyy है और ANI आधिकारिक ट्विटर हैंडल का यूजर नेम @ANI है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि महाराष्ट्र सरकार ने पेंगुइन वाली इमोजी को बैन नहीं किया है। पड़ताल में हमने पाया कि वायरल दावा ANI के फर्ज़ी हैंडल से किया गया है।
Twitter https://twitter.com/ANI
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