सोशल मीडिया पर गंभीर रूप से जले हुए एक व्यक्ति का वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि मेरठ में एक दारोगा ने ऑटोरिक्शा चालक अश्वनी लोधी को जिंदा जला दिया. इस वीडियो के जरिए यूजर्स ऑटोरिक्शा चालक को इंसाफ दिलाने की भी मांग कर रहे हैं.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो करीब 5 वर्ष पुराना है और मेरठ में एक पुलिसकर्मी से परेशान होकर ऑटो चालक अश्वनी लोधी ने खुद को जला लिया था. बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
वायरल वीडियो 28 सेकेंड का है, जिसमें गंभीर रूप से जला हुआ एक शख्स अपनी मौत का जिम्मेदार एक दारोगा राजदेव पुनिया को बताता है. साथ ही वह यह भी कहता है कि “राजदेव पुनिया पैसे के लिए परेशान करता है, इसलिए उसने मुझे पेट्रोल डाल के आग लगा दी.”
वीडियो को X पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “मेरठ में ऑटो रिक्शा चालक अश्वनी लोधी को दारोगा ने जिंदा जलाया. कसूर इतना था ये दारोगा को रिश्वत नहीं देना चाहता था”.

Fact Check/Verification
मेरठ के दारोगा द्वारा ऑटोरिक्शा चालक अश्वनी लोधी को जिंदा जलाए जाने के वायरल दावे की पड़ताल के दौरान कीवर्ड सर्च करने पर हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर 19 जनवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली.

इस रिपोर्ट में बताया गया था कि मेरठ में 12 जनवरी 2020 को अपने टेंपो का चालान कटने से नाराज होकर खुद को आग लगाने वाले टेंपो यूनियन के प्रधान अश्वनी लोधी की 18 जनवरी 2020 को मौत हो गई थी. अश्वनी लोधी की मौत दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई थी.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि अश्वनी लोधी मेरठ के ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र का रहने वाला था और मलियाना टेम्पो यूनियन का प्रधान था. 12 जनवरी 2020 को टीपीनगर के इरा मॉल चौकी प्रभारी राजदेव पुनिया अन्य पुलिसकर्मी के साथ मलियाना पुल के नीचे पहुंचे और आरोप है कि उन्होंने अश्वनी लोधी से पैसे मांगे. अश्वनी लोधी द्वारा हंगामा किए जाने पर दारोगा राजदेव ने अश्वनी लोधी को थप्पड़ जड़ दिया. इससे परेशान होकर अश्वनी लोधी ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली.
गंभीर रूप से जलने पर अश्वनी लोधी को पहले मेरठ के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन फिर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया था. इस मामले में दारोगा राजदेव पुनिया को निलंबित कर जांच बैठा दी गई थी.
इसके अलावा, हमें पत्रिका की वेबसाइट पर भी 19 जनवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि ट्रांसपोर्ट नगर के ऑटो चालक अश्वनी लोधी ने दारोगा राजदेव पुनिया द्वारा गाली गलौज एवं मारपीट किए जाने से परेशान होकर खुद के ऊपर तेल छिड़ककर आग लगा लिया था. बाद में अश्वनी लोधी की मौत हो गई थी. इस मामले में मेरठ पुलिस ने दारोगा राजदेव पुनिया को लाइन हाजिर कर दिया था.

हमें अपनी जांच में मृतक अश्वनी लोधी के भाई पीयूष लोधी द्वारा 14 जनवरी 2020 को दर्ज किया गया एफआईआर भी मिला. इसमें भी यह बताया गया था कि अश्वनी लोधी ने दारोगा राजदेव पूनिया द्वारा अपमानित किए जाने की वजह से खुद को पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी.

इसके अलावा हमें इस संबंध में मेरठ पुलिस द्वारा 4 जून 2025 को X पर किया गया एक रिप्लाई भी मिला. यह रिप्लाई एक पोस्ट पर किया गया था, जिसमें वायरल वीडियो को हालिया बताकर शेयर किया गया था. मेरठ पुलिस ने रिप्लाई करते हुए लिखा था, “उपरोक्त प्रकरण 05 वर्ष पुराना है. प्रकरण के सम्बन्ध में थाना टीपीनगर पर अभियोग पंजीकृत हुआ था जिसमें तत्समय आवश्यक कार्यवाही की जा चुकी है”.

Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर ऑटोरिक्शा चालक अश्वनी लोधी द्वारा खुद को जिंदा जलाए जाने की यह घटना हालिया नहीं, बल्कि पांच वर्ष पुरानी है.
अपडेट- इस लेख में प्रथम सूचना रिपोर्ट के वर्ष को लिखते समय त्रुटि हुई थी, जिसे 6 जून 2025 को अपडेट किया गया है।
Our Sources
Article Published by Amar Ujala on 19th Jan 2020
Article Published by Patrika on 19th Jan 2020
Fir Lodged by Ashwani Lodhi Family
X Post by Meerut Police on 4th June 2025
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