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सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया है कि राजघाट पर प्रार्थना करने पहुँचे राजीव गांधी की सुरक्षा में तैनात SPG ने एक भिखारी को गोलियों से भून दिया था। दावे के मुताबिक, राजीव गांधी उस वक्त देश के प्रधानमंत्री थे।
एक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि “राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, राजघाट पर प्रार्थना के लिए गए थे तभी झाड़ियों में कुछ हलचल हुई एक व्यक्ति एसपीजी को नजर आया, तुरंत एसपीजी ने पोजीशन लिया और उस व्यक्ति को गोलियों से भून डाला गया। बाद में पता चला कि वह व्यक्ति एक भिखारी था मानसिक विछिप्त था जो रात को राजघाट पर सो जाता था।”
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
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उपरोक्त दावे को ट्विटर पर भी शेयर किया गया है।
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
5 जनवरी 2022 को न्यूज18 द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, पंजाब दौरे के समय प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई थी। बतौर लेख, 5 जनवरी 2022 को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को कुछ प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया था, जिसके चलते वह एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट फंस गए। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।
इसी बीच एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि राजघाट पर प्रार्थना करने पहुँचे राजीव गांधी की सुरक्षा में तैनात SPG ने एक भिखारी को गोलियों से भून दिया था।
Fact Check/Verification
क्या राजघाट पर प्रार्थना करने पहुँचे राजीव गांधी की सुरक्षा में तैनात SPG ने एक भिखारी को गोलियों से भून दिया था? इस दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसे inVid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। इसके बाद एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया, लेकिन हमें वायरल वीडियो से संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली।
इसके बाद हमने एक कीफ्रेम को क्रॉप कर वायरल वीडियो में मौजूद ‘AP लोगो’ को गूगल रिवर्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान पता चला कि यह एसोसिएटेड प्रेस का लोगो है। एसोसिएटेड प्रेस एक अमेरिकी न्यूज़ एजेंसी है।
इसके बाद हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से इस वीडियो को यूट्यूब पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें AP Archive के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला। प्राप्त वीडियो को पूरा देखने के बाद पता चला कि यह वही वीडियो है, जिसे ‘राजघाट पर प्रार्थना करने पहुँचे राजीव गांधी की सुरक्षा में तैनात SPG ने एक भिखारी को गोलियों से भून दिया था’ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
प्राप्त वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, While attending anniversary celebration for the late Mahatma Gandhi, was shot by a Sikh hiding in a gazebo. The man was captured and Gandhi unharmed.
जिसका हिंदी अनुवाद है: महात्मा गांधी की जयंती समारोह में भाग लेने के दौरान, बुर्ज में छिपे एक सिख ने गोली चला दी थी। बाद में उस आदमी को पकड़ लिया गया और राजीव गांधी को कोई नुकसान नहीं हुआ।
इसके बाद हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर दोबारा खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें द लल्लनटॉप (The Lallantop) द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। प्राप्त लेख के मुताबिक, 2 अक्टूबर 1986 को महात्मा गांधी की 117वीं जयंती मनाई जा रही थी। इस अवसर पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह महात्मा गाँधी के समाधि स्थल राजघाट पर मौजदू थे, तभी वहां फायरिंग शुरू हो गई। इसके बाद SPG ने फायरिंग कर रहे व्यक्ति को पकड़ लिया, उस व्यक्ति के पास से एक देसी कट्टा बरामद हुआ। बाद में पता चला कि उसका नाम कर्मजीत सिंह है। 1984 के सिख विरोधी दंगों में उसके दोस्त की हत्या कर दी गई थी और इसके बाद से ही वह गांधी परिवार से नफरत करने लगा था।
इसके बाद हमने राजीव गांधी और कर्मजीत सिंह कीवर्ड्स की मदद से यूट्यूब पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें कर्मजीत सिंह का एक इंटरव्यू वीडियो मिला। प्राप्त वीडियो में कर्मजीत सिंह ने कहा कि उसने राजीव गाँधी को मारने की अपनी पूरी प्लानिंग कैसे की थी।
कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर खोजने के दौरान हमें एक और वीडियो प्राप्त हुआ, जिसमें कर्मजीत सिंह बोलता नज़र आ रहा है कि ऊपर वाले की दुआ से राजीव गांधी बच गया, मैंने कुछ गलत नहीं किया था और मुझे इस बात का कोई अफसोस नहीं है।
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Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि ‘राजघाट पर प्रार्थना करने पहुँचे राजीव गांधी की सुरक्षा में तैनात SPG ने एक भिखारी को गोलियों से भून दिया था’ दावा भ्रामक है। राजीव गांधी की सुरक्षा में तैनात SPG ने किसी भी भिखारी को गोलियों से नहीं भूना था। अब वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result: Misleading
Our Sources
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