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Claim- बस को तोड़ रहे लोगों का यह वीडियो हरियाणा के नूंह का है।
Fact- यह दावा गलत है। वायरल वीडियो हरियाणा का नहीं है।
बीते दिनों हरियाणा के नूंह से शुरू हुई हिंसा की लपटें राज्य के कई इलाकों तक जा पहुंची। इसी बीच गुरुग्राम और पलवल सहित राज्य के कई शहरों में सांप्रदायिक तनाव की ख़बरें सामने आयी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक धार्मिक जलाभिषेक यात्रा पर पथराव से उपजे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इसी से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक धर्म विशेष के लोगों की भीड़ द्वारा नीले रंग की बस पर हमला करते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा का बताकर शेयर कर रहे हैं।
मुस्लिमों की भीड़ द्वारा हरियाणा में बस पर किए गए हमले का बताकर शेयर किए गए वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसे कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर ढूंढा। इस दौरान हमें कई खबरें मिलीं, जहां भीड़ द्वारा गाड़ियों को जलाए जाने का जिक्र किया गया है, लेकिन इस बस के बारे में कोई खबर प्राप्त नहीं हुई।
अब हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स सर्च किया। इस प्रक्रिया में हमें आज तक की वेबसाइट पर एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसे 6 जुलाई 2019 को प्रकाशित किया गया है। इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि मॉब लिंचिंग रोकने के लिए हुए एक मार्च के दौरान सूरत में धर्म विशेष के लोगों ने जमकर उत्पात मचाया और बसों को भी नुकसान पहुंचाया। बतौर रिपोर्ट, सूरत में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर विरोध प्रकट करने के लिए एक मार्च निकाला था, जिसमें हज़ारों की संख्या में लोग शामिल थे। लेकिन इस भीड़ ने हिंसक रुप ले लिया और सूरत परिवहन निगम की बसों को निशाना बनाते हुए उनमें तोड़फोड़ की।
वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चला कि वायरल वीडियो में भीड़ द्वारा जिस बस पर हमला किया जा रहा है, उसका नंबर प्लेट भी गुजरात का है। बस के नंबर प्लेट पर ‘GJ05’ लिखा गया है। इसे गूगल सर्च करने पर हमें पता चला कि यह बस सूरत आरटीओ में पंजीकृत है।
पड़ताल के दौरान गूगल सर्च करने पर हमें ABP अस्मिता के यूट्यूब चैनल पर साल 2019 में अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। इस वीडियो रिपोर्ट में भी बताया गया है कि मॉब लिंचिंग के खिलाफ सड़कों पर मार्च करने उतरी मुस्लिम समुदाय की एक भीड़ ने बस पर हमला बोल दिया। उस समय भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी चलाने पड़े थे। इस वीडियो में वायरल वीडियो के दृश्य को 1 मिनट 48 सेकंड से देखा जा सकता है।
इसके अलावा, उस समय इस घटना पर TV9 भारतवर्ष सहित कई अन्य मीडिया संस्थानों ने खबरें प्रकाशित की थीं।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो जाता है कि भीड़ द्वारा बस पर हुए हमले का यह वायरल वीडियो हरियाणा के नूंह का नहीं, बल्कि गुजरात के सूरत का है। करीब चार साल पुराने वीडियो के साथ भ्रामक दावा शेयर किया जा रहा है।
Result: False
Our Source
ABP Asmita Video Report, 2019
Aajtak Report, 2019
Self Analysis
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