Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
Claim
एक वायरल मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि सरकार इंटरनेट यूजर्स के निजी डेटा पर नजर रख रही है.
Fact
WhatsApp के माध्यम से सरकार द्वारा आपके निजी डेटा पर नजर रखने का यह दावा पिछले कई सालों से सोशल मीडिया पर वायरल होता आ रहा है. पूर्व में Newschecker द्वारा 14 नवंबर, 2019 तथा 23 जनवरी, 2021 को इस दावे की पड़ताल की जा चुकी है. हमने अपनी पड़ताल के दौरान यह पाया था कि WhatsApp पर मैसेज भेजने या प्राप्त करने की इस पूरी प्रक्रिया में कुल तीन तरह के चेक मार्क (Check Mark या सही का निशान) का इस्तेमाल होता है. सिंगल चेक मार्क (Single Check Mark) का मतलब होता है कि मैसेज भेजने वाले के फ़ोन से मैसेज जा चुका है, लेकिन प्राप्तकर्ता के फ़ोन पर मैसेज डिलीवर नहीं हुआ है. ग्रे रंग वाले दो चेक मार्क (Two Grey Check Mark) का मतलब होता है कि मैसेज भेजने वाले के फ़ोन से प्राप्तकर्ता के फ़ोन पर डिलीवर हो चुका है, लेकिन प्राप्तकर्ता ने अभी तक मैसेज को पढ़ा नहीं है. नीले रंग वाले दो चेक मार्क (Two Blue Check Mark) का मतलब होता है कि प्राप्तकर्ता ने अपने फ़ोन पर प्राप्त संदेश को पढ़ लिया है. हालांकि, यूजर ने अगर अपने WhatsApp app की सेटिंग में ‘Read Receipt’ नामक फीचर को ऑफ या बंद किया है तो उसके द्वारा मैसेज पढ़ लिए जाने के बावजूद भी ग्रे रंग वाले दो चेक मार्क, नीले रंग वाले दो चेक मार्क में परिवर्तित नहीं होते. WhatsApp की वेबसाइट पर इस बारे में पूरी जानकारी दी गई है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले PIB (प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो) द्वारा संचालित PIB Fact Check ने भी 29 जून, 2022 को शेयर किये गए एक ट्वीट में इस दावे को फर्जी बताया है.
अपडेट (8 जुलाई, 2022)
WhatsApp के एक प्रवक्ता ने Newschecker को बताया कि WhatsApp डेटा की निगरानी का यह दावा पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा, “प्लेटफार्म पर भेजे गए सभी संदेश (Messages) केवल भेजने वाले (sender) और प्राप्तकर्ता (receiver) द्वारा ही पढ़े, सुने या देखे (End-to-end encryption) जा सकते हैं, WhatsApp खुद भी इन मैसेजों को पढ़, सुन या देख नहीं सकता है. हमारे लिए यूजर्स और उनके डेटा की सुरक्षा एवं गोपनीयता सर्वोपरि है.”
Result: False
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.