शनिवार, नवम्बर 2, 2024
शनिवार, नवम्बर 2, 2024

होमFact Checkशिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की फोटोशॉप्ड तस्वीर गलत दावे के साथ...

शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की फोटोशॉप्ड तस्वीर गलत दावे के साथ हुई वायरल

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

सोशल मीडिया पर टीपू सुल्तान के एक बधाई पोस्टर के साथ बाला साहेब ठाकरे की एक तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया गया कि अब शिवेसेना ने उन्हें भी मुस्लिमों के हरे रंग में रंग दिया।

ट्विटर पोस्ट का आर्काइव


ट्विटर पर कई अन्य यूजर्स द्वारा भी इस तस्वीर को शेयर किया गया है, जिसे यहाँ देखा जा सकता है।

 

शिवसेना को हमेशा से ही एक फायरब्रांड हिंदुत्व दल के रूप में जाना जाता रहा है, लेकिन राजनीति एक ऐसी प्रक्रिया है, जहां दलों को कई बार सिद्धांतो या फिर धुर विरोधी दलों के साथ समझौता करते देखा गया है। उदाहरण के तौर पर यूपी और बिहार में धुर विरोधी माने जाने वाले सपा-बसपा और जेडीयू-आरजेडी का गठबंधन एक नजीर थी। एक तरफ जहां यूपी में सपा-बसपा गठबंधन को चुनाव में जनता द्वारा नकार दिया गया था, तो वहीँ दूसरी तरफ बिहार में दोनों धुर विरोधी दलों के आपसी गठजोड़ से सरकार भी बनी, लेकिन समय के साथ दोनों अलग भी हो गए।

कमोवेश कुछ ऐसा ही महाराष्ट्र की राजनीति में भी देखा गया। गौरतलब है कि बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना गठजोड़ ने सूबे में चुनाव लड़ा था, लेकिन राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की वजह से सरकार बनाने के वक्त यह गठबंधन टूट गया। इसके बाद राज्य में एक दूसरे के धुर प्रतिद्वंदी माने जाने वाली राजनीतिक पार्टियों क्रमशः, कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने आपस में मिलकर सरकार बनाई, जिसका मुखिया शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बनाया गया। इसके बाद से ही शिवसेना पर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं। गाहे बगाहे कांग्रेस और शिवसेना के नेताओं द्वारा जुबानी जंग भी देखने को मिल जाती है। इसी बीच सोशल मीडिया पर बाला साहेब ठाकरे की एक तस्वीर इस आशय के साथ वायरल हो गई कि शिवसेना ने उन्हें भी भगवा रंग से निकालकर हरे रंग में रंग दिया है।

Fact Check/Verification


सोशल मीडिया पर वायरल हो रही बाला साहेब ठाकरे की तस्वीर का सच जानने के लिए हमने इसे रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें इंडिया टुडे द्वारा इसी साल जनवरी महीने में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जहाँ वायरल तस्वीर के साथ असली तस्वीर को भी प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक़, शिवसेना ने उस समय बीजेपी पर आरोप लगाया था कि बीजेपी द्वारा फोटोशॉप्ड तस्वीर शेयर करके समाज में दरार डालने का काम किया जा रहा है। हालाँकि इस पोस्टर पर दोनों दलों में जुबानी जंग हुई थी। दोनों दलों ने एक दूसरे पर वोट की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कटाक्ष किये थे।

India today/Screenshot

बाला साहेब ठाकरे
India today/Screenshot

पोस्टर को देखने पर पता चलता है कि इसे किसी सलमान हाशमी नामक व्यक्ति द्वारा जारी किया गया था, जिसने खुद को शिवसेना का युवा शहर संगठक बताया है और पोस्टर के नीचे अपना मोबाइल नंबर भी दिया है। जब हमारी टीम के मराठी फैक्ट चेकर यश द्वारा उनसे बात की गई तो बताया गया कि बाला साहेब ठाकरे की तस्वीर को फोटोशॉप किया गया है, जिसे आपसी भाईचारा बिगाड़ने के लिए फिर से शेयर किया जा रहा है। बतौर हाशमी, इसको लेकर उन्होंने स्थानीय थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। उन्होंने हमारी टीम को असली पोस्टर भी भेजा है, जिसे नीचे देखा जा सकता है।

महाराष्ट्र को लेकर वायरल हुए दावों का फैक्ट चेक

Conclusion

इस तरह हमारी पड़ताल में प्राप्त तथ्यों से यह साफ़ हो गया कि सोशल मीडिया यूजर्स बाला साहेब ठाकरे की फोटोशॉप्ड तस्वीर शेयर करते हुए गलत दावा कर रहे हैं। बाला साहेब ठाकरे की इस तस्वीर को इस साल जनवरी महीने में भी इसी दावे के साथ कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा शेयर करते हुए भ्रामक दावा किया गया था।

Result

Manipulated

Sources

Media report

Direct Contact

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Most Popular