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क्या मध्यप्रदेश में जब्त किया गया गायों की खाल से भरा ट्रक? भ्रामक दावा वायरल

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि मध्यप्रदेश में 2000 गायों की खाल पकड़ी गई है। दावे के साथ तंज करते हुए कुछ हिन्दू नामों के साथ मौलाना शब्द का प्रयोग किया गया है।

फेसबुक लिंक यहाँ देखें।

मध्यप्रदेश में गायों की खाल से भरे ट्रक को जब्त करने का दावा वायरल है। सोशल मीडिया पर अक्सर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले कई सन्देश तेजी से शेयर किये जाते हैं। कई बार मामला धार्मिक भावनाओं को उकसाने जैसा होने के चलते समाज में गुस्सा भी देखने को मिल ही जाता है।

बात गाय की करें तो देश का एक बड़ा तबका जहां इसकी पूजा में विश्वास रखता है तो वहीं बड़ी संख्या में लोग इसे माँ का दर्जा भी देते हैं। ऐसे में गाय को लेकर किये गए दावे बेहद मार्मिक हो जाते हैं और अक्सर इसी के चलते कई बार भीड़ को हिंसक होते हुए भी देखा गया है।

इस बार गाय को लेकर दावा किया गया है कि मध्यप्रदेश में एक ट्रक से करीब 2000 गायों की खाल बरामद हुई है। दावे के मुताबिक़ पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है वे हैं तो हिन्दू नाम वाले लेकिन उनके पीछे मौलाना शब्द का प्रयोग किया गया है। सोशल मीडिया पर इस दावे को कई अन्य यूज़र्स द्वारा भी शेयर किया है।

Fact Check/Verification

सोशल मीडिया पर गाय की खाल बरामद किए जाने को लेकर वायरल हो रहे सन्देश की सत्यता जानने के लिए पड़ताल शुरू की। चूँकि वायरल दावे के साथ कोई चित्र अटैच नहीं था, लिहाजा सबसे पहले दावे से सम्बंधित कुछ कीवर्ड बनाते हुए गूगल पर खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल दावा साल 2018 में ट्विटर पर किए गए एक पोस्ट मिला। प्राप्त ट्विटर पोस्ट से यह साफ़ हो गया था था कि वायरल दावा पहले भी वायरल हो चुका है।

बारीकी से खोजने पर हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छपी एक खबर मिली। जिसके मुताबिक जुलाई साल 2018 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिस ने 2000 गायों की खाल से भरे एक ट्रक को जब्त किया था।

लेख के अनुसार इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई करते हुए पूछताछ का भी जिक्र किया गया है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम वायरल सन्देश से अलग हैं। लेकिन हिन्दू धर्म से मेल करते हैं।

पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक उज्जैन में 2000 गायों की खाल से भरा एक ट्रक पुलिस द्वारा जब्त किया गया था। यह रिपोर्ट भी दैनिक जागरण की रिपोर्ट की तस्दीक करती है।

उपरोक्त ख़बरों से यह बात तो तय हो गई कि हालिया दिनों में मध्यप्रदेश में इस तरह का कोई भी वाक्या सामने नहीं है क्योंकि कहीं भी कोई हालिया रिपोर्ट इंटरनेट पर मौजूद नहीं है। मामले की ज्यादा जानकारी के लिए हमने उज्जैन पुलिस से संपर्क करना चाहा लेकिन कतिपय कारणों से संपर्क नहीं हो पाया।

इसके अलावा हमें कहीं भी वायरल दावे से संबंधित कोई भी हालिया मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। वायरल दावे में हिन्दू नाम के साथ मौलाना शब्द का प्रयोग संभवतः तंज करने के लिए किया गया है क्योंकि कई बार गाय को लेकर एक समुदाय निशाने पर रहता है और कई ऐसे वाकये सामने आये हैं जहां कथित रूप से मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं भी देखी गई हैं।

मध्यप्रदेश से सम्बंधित वायरल हुए कई अन्य फैक्ट चेक्स को यहाँ पढ़ा जा सकता है।

Conclusion

सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा गाय की खाल बरामद किए जाने का दावा करीब 2 साल पुराना है जिसे ताजा प्रकरण बताते हुए गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ़्तारी भी हुई थी।

Result- Misleading

Our Sources

Dainik Jagran-https://www.jagran.com/news/national-truck-full-of-two-thousand-cow-skin-captured-three-arrested-18208651.html

Punjab Kesari-https://mp.punjabkesari.in/madhya-pradesh/news/seeing-such-a-trowel-the-police-also-became-shocked-839341

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें :checkthis@newschecker.in

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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