Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check
Contact Us: checkthis@newschecker.in
Fact Check
पश्चिम बंगाल में मुसलमानों ने हिंदुओं के गांवों पर कब्जा कर लिया
2024 में बांग्लादेश में हुई घटना को पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा से जोड़कर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
संसद द्वारा पारित नए वक्फ़ कानून के विरोध में बीते शुक्रवार और शनिवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और मालदा के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली. इस हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़े, कई गाड़ियों, घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की. अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल पुलिस ने अब तक इस मामले में 210 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (एक्स) पर लगभग 2 मिनट का एक वीडियो वायरल है. इस वीडियो में लाठी डंडा लिए लोगों की एक भीड़ तोड़फोड़ करते, उत्पात मचाते दिख रही है. लोगों के पहनावा को देखकर यह लगता है कि भीड़ में दिख रहे लोग मुस्लिम हैं. इस वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में सांप्रयायिक हिंसा के दौरान मुस्लिम लोगों ने हिंदुओं के 12 गांवों को खाली करवाया और उनके 150 एकड़ खेतों को भी नष्ट कर दिया.
वायरल सोशल मीडिया पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “पश्चिम बंगाल में 12 गांव खाली कराकर 150 एकड़ हिन्दू का खेत खत्म कर दिया,पशु, वृक्ष, गाड़ी, बंगला, फूंक रहें हैं…नमाजवादी और भारत के सेक्युलर और बुद्धिजीवी मिडिया समूचा विपक्ष चुप्पी साधे हुए हैं। हिंदुओं को टारगेट कर रहे ये जिहादी कट्टरपंथी बंगाल में राष्ट्रपति शासन बहुत जरूरी है।”
पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों द्वारा हिंदुओंं के गांव पर कब्जा किए जाने और उनके खेतों को नष्ट करने के इस वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इंटरनेट पर ‘पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों ने हिंदुओं के गांव पर कब्जा किया’ कीवर्ड्स से सर्च किया लेकिन हमें अपनी पड़ताल में ऐसी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली.
अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया.इस दौरान हमें 30 नवंबर 2024 का एक फेसबुक पोस्ट मिला. इस पोस्ट में वायरल वायरल वीडियो का अंश मौजूद है। इससे इतना तो स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो पुराना है और यह हालिया हिंसा के पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है।

इसके बाद हमने वायरल वीडियो के स्थान और इससे जुड़ी घटना के बारे में पता लगाना शुरु किया. अपनी जांच के दौरान हमें एक पुराना फेसबुक पोस्ट मिला, जिसका कैप्शन बंगाली भाषा में है. इसका हिंदी अनुवाद करने पर हमने यह पाया कि यूजर इस वीडियो को शेरपुर मुर्शीदपुर, दरबार शरीफ का बता रहे हैं.
इसी को आधार मानते हुए हमने इसके बाद गूगल पर ‘शेरपुर मुर्शीदपुर दरबार शरीफ घटना’ कीवर्ड्स से सर्च किया. हमें Jamuna TV नाम के एक बांग्लादेशी न्यूज चैनल के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 28 नवंबर 2024 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.

इस वीडियो का डिस्क्रिप्शन अंग्रेजी और बांग्ला भाषा में लिखा गया है जिसका हिंदी अनुवाद है, “शेरपुर सदर में दोजा पीर के दरबार पर हमला, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हुई. पुलिस ने बताया कि मुर्शिदपुर के ग्रामीणों ने स्थानीय कौमी मदरसा के शिक्षकों और छात्रों के साथ मिलकर दरबार शरीफ में अनैतिक गतिविधियों का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने की मांग की थी. 26 नवबंर, 2024 को इस मुद्दे पर ग्रामीणों और पीर के अनुयायियों के बीच झड़प हो गई.”
इस घटना के बारे में और जांच करने पर हमें ढाका ट्रिब्यून द्वारा 27 नवंबर 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. बतौर रिपोर्ट इस घटना में हमलावरों और दरबार शरीफ की रक्षा करने वालों के बीच झड़प में 13 लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने धार्मिक प्रतिष्ठान मुर्शीदपुर दरबार शरीफ में तोड़फोड़ और लूटपाट के सिलसिले में सात लोगों को हिरासत में लिया था.
और पढ़ें: मुर्शिदाबाद हिंसा में बंदूक लेकर घूमते नजर आए दंगाई?
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट होता है कि पिछले साल बांग्लादेश में हुई घटना के वीडियो को पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा से जोड़कर गलत सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Our Sources
Media Report by Jamuna TV
Media Report by Dhaka Tribune
Facebook Post From 2024
Own Analysis
JP Tripathi
April 26, 2025
Runjay Kumar
April 17, 2025
Runjay Kumar
April 16, 2025