मंगलवार, नवम्बर 19, 2024
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पुराने वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया पर पूछा गया म्याऊं-म्याऊं क्यों कर रहा है पीएम मोदी के जन्मदिन पर भारत लाया गया यह चीता?

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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.

नामीबिया से भारत में चीतों को लाए जाने के साथ ही सोशल मीडिया पर इनकी कई तस्वीरें और वीडियो शेयर की जाने लगी हैं। इसी कड़ी में एक वीडियो को शेयर कर इसे नामीबिया से भारत लाए गए चीते की पहली झलक बताया जा रहा है। इसके साथ ही कुछ लोग इसपर सवाल उठाते हुए दावा कर रहे हैं कि चीता तो दहाड़ता है, लेकिन ये म्याऊं-म्याऊं कर रहा है। 

दैनिक भास्कर, न्यूज 18 समेत कई मीडिया संस्थानों ने चीते का वीडियो शेयर कर इसे नामीबिया से भारत लाए गए चीते का वीडियो बताया।

Courtesy: Dainik Bhaskar

(आर्काइव लिंक)

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी वायरल वीडियो शेयर कर लिखा कि सबको इंताजर था दहाड़ का लेकिन ये बिल्ली मौसी के परिवार का निकला।

Courtesy: Twitter@Yadavakhilesh

(आर्काइव लिंक)

दरअसल, भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर को विशेष विमान से आठ चीतों को भारत लाया गया। इन्हें मध्य प्रदेश के कूनो पार्क में छोड़ा गया है। पीएम ने इस अवसर पर नामीबिया सरकार को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देिया। वहीं, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल किया कि आठ साल में आठ चीतें तो आ गए लेकिन इतने वर्षों में वादे के अनुसार 16 करोड़ रोजगार क्यों नहीं आए? इसी बीच सोशल मीडिया पर भी कई दावे वायरल हुए। इनमें से कई दावे Newschecker की पड़ताल में भ्रामक साबित हुए। 

Fact Check/Verification

क्या नामीबिया से भारत लाए गए चीतों का यह पहला लुक है?

दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें Reddit पर westcoastcdn19 नामक एक यूजर का पोस्ट मिला जिसमें एक वीडियो मौजूद है। इसमें सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मौजूद है, जिसमें एक चीता तीखी आवाज निकालता हुआ नजर आ रहा है। इसके बाद वीडियो में एक और चीता आता है और पहले वाले चीते के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कुछ फुसफुसाता है। 

A screengrab of the post by user westcoastcdn19 on Reddit

हमने इस पोस्ट की मदद लेते हुए इसे गूगल पर ‘Cheetahs kitu and lavani’  कीवर्ड सर्च किया। हमें ‘The Wild Cat Sanctuary’ नामक एक यूट्यूब चैनल पर 21 अप्रैल 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। वीडियो में दो चीतों को सेंचुरी में टहलते हुए देखा जा सकता है। हमें Wild cat Sanctuary नामक पेज पर भी दो चीतों के बारे में जानकारी मिली। इसके मुताबिक, Wild cat Sanctuary ने अप्रैल 2021 में 11 साल के दो चीता भाइयों किट्टू और लावणी का स्वागत किया। पेज के अनुसार, किट्टू 11 साल का है और उसके मुंह का बायां हिस्सा थोड़ा मुड़ा हुआ है जिससे दोनों भाइयों में अंतर साफ तौर पर देखा जा सकता है। दोनों चीते वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में बेहतर ढ़ंग से एडजस्ट हो गए हैं।

इस जानकारी को पुष्टि करता हुआ हमें Sanctuary द्वारा अप्रैल 2021 में जारी किया गया एक प्रेस रिलीज भी मिला। 

Newschecker ने अधिक जानकारी के लिए अमेरिका के मिनेसोटा में मौजूद ‘The Wild Cat Sanctuary’ से संपर्क किया। उसके संस्थापक और कार्यकारी निदेशक टैमी थिएम ने बताया, “यह वीडियो मिनेसोटा के सैंडस्टोन में मौजूद हमारी वाइल्ड कैट सेंचुरी में शूट किया गया था।”

क्या चीता म्यांऊ म्याऊं करने की बजाय दहाड़ता है ?

इस दावे की सत्यता जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च किया। हमें BBC के Discovery Wildlife वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। इसके अनुसार, चीते का साइज बड़ा होता है लेकिन केवल इस वजह से यह जरूरी नहीं कि वे दहाड़ भी सकते हैं। इस बड़े आकार के बावजूद उनकी शारीरिक बनावट छोटी बिल्लियों जैसी होती है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीता के Voice Box की हड्डियां एक तय आकार बनाती हैं जिससे इनका वोकल कॉर्ड (स्वरतंत्री) अंदर और बाहर दोनों सांसों के साथ वाइब्रेट करता हैं। इस तरह का आकार सभी ‘छोटी’ बिल्लियों के लिए एक जैसा है। हालांकि इस बनावट के कारण बिल्लियां लगातार गुर्रा कर सकती हैं लेकिन ये अन्य तरह की ध्वनियों को निकालने को एक हद तक सीमित कर देता है और जिस कारण वे दहाड़ नहीं पाते। इस तरह की विशेषता पहाड़ी शेरों में भी पाई जाती है।

इसके अलावा हमें News Tak के यूट्यूब चैनल पर चीतों की अवाज को लेकर एक वीडियो मिला। वीडियो में बताया गया है कि चीते बाघ और शेर की तरह दहाड़ते नहीं है। ये चार से पांच तरह की आवाज निकालता है। रिपोर्ट के अनुसार, “बिल्लियों के परिवार का वैज्ञानिक नाम फैलिडे फैमिली है। इनमें दो तरह की बिल्लियां होती हैं, एक दहाड़ने और गुर्राने वाली बिल्लियां और दूसरी म्यांऊ-म्याऊं करने वाली बिल्लियां। दहाड़ने वाली बिल्लियों में शेर, बाघ, तेंदुएं और जैगुआर आते हैं, जबकि चीता म्याऊं-म्यांऊ करने वाली कैटेगरी में आता है। लेकिन चीता कई तरह की आवाज निकालता है, ऐसे में किसी एक आवाज से उसकी पहचान नहीं स्थापित की जा सकती।”

पड़ताल के दौरान हमें NatGEO Wild के यूट्यूब चैनल पर भी एक वीडियो मिला। इसमें चीतों के बारें में कई जानकारियां दी गई है। जिसमें सबसे पहला यही बताया गया है कि चीता दहाड़ नहीं लगाता है।

Conclusion

इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर जिस वीडियो को नामीबिया से भारत लाए गए चीतों की पहली झलक बताकर शेयर किया गया है वो वीडियो एक साल से इंटरनेट पर मौजूद है। इसे अमेरिका के मिनेसोटा के एक वाइल्टकैट सेंचुरी में शूट किया गया था। इसका नामीबिया से लाए गए चीतों से कोई संबंध नहीं है। इसके साथ ही यह दावा भी भ्रामक है कि चीते शेर की तरह दहाड़ लगाते हैं।

Result: False 

Our Sources

Post on Reddit thread Animals being Bros, November 26, 2021

Web page on the cheetahs Kitu and Lavani on The Wildcat Sanctuary

Press release by The Wild Cat Sanctuary on cheetahs Kitu and Lavani, April 26, 2021

Email correspondence with Tammy Thiem, Founder & Executive Director of The Wild Cat Sanctuary

Report Published on BBC Discovery Wildlife

Video Uploaded by Youtube Channel News Tak on September 17, 2022

Video Uploaded by Youtube Channel NatGeo

(With Inputs from Pankaj Menon

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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.

Shubham Singh
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.

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