Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया वाराणसी दौरे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल हो रहा कि वाराणसी की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए हैं।
वाराणसी नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है और विगत 13 दिसंबर को वे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के मद्देनजर वाराणसी दौरे पर थे। दिन में उद्घाटन और पूजा अर्चना के बाद नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री के साथ रात्रि भ्रमण पर निकले थे। वायरल वीडियो देखने पर लगता है कि रात्रि भ्रमण पर निकले मोदी और योगी के सामने वाराणसी की जनता ‘मोदी हाय-हाय, चोर है-चोर है’ जैसे नारे लगा रही है।
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, “साहब पिछले दिनों रात को बनारस की गलियों में घूम रहे हैं, जनता ने इतना विरोध किया लेकिन किसी गोदी मीडिया ने नहीं दिखाया अपने लोकसभा में साहब का ये हाल है. इसी से अनुमान लगा सकते है यूपी में बीजेपी कहा है”.
वहीं एक अन्य ट्वीटर यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
‘मोदी हाय – हाय,
चोर है – चोर है,
जनता ने लगाए नारे।
और मीडिया दिखा रही थी की देर रात
योगी – मोदी काशी की सड़कों पर निकले जनता का प्यार पाने.’
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है-
फेसबुक पर वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “#UP वाले पता नहीं ऐसे कौन से #नारे लगा रहे हैं कि #मोदी और #योगी नजर भी नहीं मिला पा रहे हैं…चुपचाप निकलने की कोशिश कर रहे हैं…! वरना ये #हाथ हिलाते, हिलाते थकते नहीं. स्वयं-भू , मेन स्ट्रीम #मीडिया ये नही दिखायेगा।”
यूपी में आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में वहां राजनीतिक हलचल काफी बढ़ गई है। एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार यूपी का दौरा कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने भी सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं। आरोप-प्रत्यारोप के बीच सोशल मीडिया पर भी विभिन्न दलों के लोग अपने अपने एजेंडे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं। इसी बीच दावा किया गया कि वारणसी की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए।
Fact Check/Verification
वाराणसी की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए के दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए हमने invid टूल की मदद से वीडियो के कुछ कीफ्रेम बनाये। इसके बाद एक कीफ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया। चूंकि मोदी ने वाराणसी में रात्रि भ्रमण 13 दिसंबर को किया था इसलिए हमने उस दौरान सामने आए वीडियो का सच जानने के लिए, गूगल टूल में 14 दिसंबर 2021-15 दिसंबर 2021 की डेट का फिल्टर लगाकर खोजना शुरू किया।
इस दौरान हमें न्यूज 18 के एंकर अमन चोपड़ा का ट्वीट मिला। ट्वीट किए गए पोस्ट में मौजूद वीडियो में “हर हर महादेव” की आवाज सुनाई दे रही है। इसमें किसी तरह के नारे नहीं सुनाई दे रहे है, जैसा कि वायरल वीडियो में दावा किया गया है।
अमन चोपड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “पीएम @narendramodi देर रात अचानक काशी की सड़कों पर पैदल निकले। लोगों ने कैसे अभिवादन किया खुद देखिए।”
”
इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वारणसी के सड़कों पर रात्रि भ्रमण कर रहे हैं और उनके पीछे खड़े लोगों की और से ऐसी कोई आवाज या नारा नहीं सुनाई दे रहा है, जैसा कि वायरल वीडियो में दावा किया गया है।
बनारस की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए इससे संबंधित खबर को गूगल पर कुछ कीवर्डस की मदद से दोबारा खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें NDTV द्वारा बीते 14 दिसंबर को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट में एनडीटीवी के पत्रकार अखिलेश शर्मा का ट्वीट संलग्न है। ट्वीट में वीडियो को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात्रि भ्रमण करते हुए देखे जा सकते हैं। इस वीडियो में भी “हर हर महादेव” की आवाज सुनाई दे रही है। इसमें किसी तरह का नारा नहीं सुनाई दे रहा है जैसा कि वायरल वीडियो के संबंध में दावा किया गया है।
NDTV की खबर के मुताबिक, ‘वीडियो में दिख रहा है कि जिस सड़क से पीएम मोदी गुजर रहे हैं, उसके दोनों तरफ स्पेशल लाइटिंग की गई है। स्ट्रीट लाइट को भी सजाया गया है। पीएम के पीछ-पीछे एसपीजी के जवान उन्हें कवर करते हुए देखे जा सकते हैं। बीच-बीच में प्रधानमंत्री हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन कर रहे हैं।’
इसके अलावा एनडीटीवी ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी मोदी-योगी के रात्रि भ्रमण का वीडियो अपलोड किया है।
इस वीडियो के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के बारे में जानकारी दे रहे रिपोर्टर आलोक पांडे से भी न्यूजचेकर ने बात की।
आलोक ने बताया कि वाराणसी की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए, दावे के साथ शेयर किए गए वीडियो में जो ऑडियो है, यानी जो आवाज आ रही है वो फेक है।
वाराणसी की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए दावे के साथ शेयर किए जा रहे वीडियो के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने वाराणसी के एक स्थानीय पत्रकार अवधेश कुमार से भी बातचीत की। उन्होंने बताया, “यह वाराणसी के गोदौलिया चौराहे का वीडियो है। जैसा आप नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के विरोध में लगे नारे संबंधित वायरल वीडियो में देख रहे हैं वैसे नारे नहीं लगाए गए थे। आप वहां खड़े लोगों की मुद्राओं से देख सकते हैं। हर हर महादेव बोलते वक्त दोनों हाथ हवा में उठाते हैं। वीडियो में भी लोग उसी भाव में हाथ उठा रहे हैं। इसके अलावा अगर वाकई मोदी योगी के विरोध में नारे लगते तो उनकी सुरक्षा में लगे अधिकारी तुरंत हरकत में आते, लेकिन वायरल वीडियो में ऐसी कोई हलचल नहीं दिख रही है।”
ऐसे में यह साफ है कि वाराणसी की जनता ने मोदी योगी के खिलाफ लगाए नारे के दावे के साथ वायरल किया जा रहा वीडियो एडिटेड है।
बता दें, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता रिजू दत्ता ने भी वायरल वीडियो को ट्वीट किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
रिजू दत्ता के खिलाफ शुक्रवार को वाराणसी के दशाश्वमेघ थाने में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। डीसीपी क्राइम ने ट्विटर इंडिया को इस मामले में सीआरपीसी के तहत नोटिस भेजी और रिजू दत्ता का ट्विटर एकाउंट सस्पेंड करने की मांग की है। इस संदर्भ में न्यूजचेकर ने दशाश्वमेघ थाने के एसओ आशीष मिश्रा से बात की। उन्होंने रिजू दत्ता के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने की पुष्टि की।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात स्पष्ट हो जाती है कि बनारस की जनता ने मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगाए दावे के साथ शेयर किया जा रहा वीडियो एडिटेड है। असल वीडियो में इस तरह के कोई नारे नहीं लगाए गए थे।
Result: Manipulated
Our Sources
Local Reporter From Varanasi
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