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कृषि बिल के खिलाफ पिछले दो महीने से दिल्ली सिंघू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। 26 जनवरी 2021 को गणतंत्र दिवस के मौके पर सभी किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा हो गई थी। मौके पर मौजूद हिंसक भीड़ पुलिस से झड़प करती हुई लाल किले में घुस गई थी।
ऐसे में ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रही है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले के गुम्बद पर लगे तिरंगे को एक शख्स ने हटाकर नीचे फेंका।
नीचे देखा जा सकता है कि हिंदी न्यूज़ चैनल Zee News द्वारा भी दावा किया गया कि एक शख्स ने लाल किले के एक गुम्बद पर लगे तिरंगे को हटाकर नीचे फेंक दिया। 18 मिनट 34 सेकेंड की इस वीडियो की शुरूआत में ही एंकर को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “यह देखिए लाल किले की तस्वीर जहां पर तिरंगे को हटाकर नीचे फेंककर किस तरह से खालसा का झंडा लगाया जा रहा है। आप लोग देख सकते हैं कि किस तरह से तिरंगा का अपमान किया जा रहा है। यह तस्वीर बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है और गणतंत्र दिवस के दिन हमें आपको यह तस्वीर दिखानी पड़ रही है।”
Zee News की वीडियो को ट्विटर पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
इस वीडियो को फेसबुक पर भी कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
Zee News द्वारा लाल किले पर तिरंगे का अपमान किए जा रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरु की। Google Keywords Search की मदद से खंगालने पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।
पड़ताल जारी रखते हुए Zee News की पूरी वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि वीडियो में नज़र आ रहा शख्स तिरंगा नहीं बल्कि भारतीय किसान यूनियन के झंडे को हटा रहा है। 39 सैकेंड पर देखा जा सकता है कि एक शख्स सफेद और हरे रंग का झंडा लगा रहा है जबकि 45 सेकेंड पर आप देखेंगे की दूसरा शख्स उसी झंडे को निकालकर नीचे फेंक रहा है।
नीचे दोनों तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पहले भारतीय किसान यूनियन का झंडा लगाया वहीं दूसरी ओर उस झंडे को हटाकर नीचे फेंक दिया गया।
नीचे तस्वीर में देखा जा सकता है कि भारतीय किसान यूनियन का झंडा सफेद और हरे रंगा को होता है।
अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें Outlook और Economic Times द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स में किसान यूनियन के लोगों को हाथों में झंडे पकड़े हुए हैं। इससे साफ होता है कि लाल किले पर तिरंगा नहीं बल्कि भारतीय किसान यूनियन का झंडा फेंका गया था।
Twitter पर हमें इंडियन एक्सप्रेस के फोटोजर्नलिस्ट द्वारा डाली गई इस घटना की कुछ तस्वीरें भी मिलीं जिनमें साफ देखा जा सकता है कि उपद्रवी तीन झंडे गुंबद पर लगाने के लिए चढ़े थे।
पहले भी इस तरह का दावा वायरल हुआ था जिसमें कहा गया था कि लाल किले की प्राचीर से तिरंगे को हटाकर खालिस्तान का झंडा लगाया गया। हमारी टीम ने इस दावे का भी पर्दाफाश किया था जिसका फैक्ट चैक आप यहां पढ़ सकते हैं।
Conclusion
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही वीडियो का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि Zee News द्वारा भ्रामक दावा किया गया है। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि किसानों ने लाल किले से तिरंगा हटाकर नीचे नहीं फेंका था बल्कि भारतीय किसान यूनियन का झंडा हटाकर नीचे फेंका था।
Result: Misleading
Our Sources
Outlook https://www.outlookindia.com/photos/photoessay/kisan-kranti-yatra/1382?photo-174960
YouTube https://www.youtube.com/watch?v=WyeydgvaxAE
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