Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर मतदान करते एक अर्धनग्न व्यक्ति की तस्वीर शेयर करते हुए इसे बिहार विधानसभा चुनाव से संबंधित बताया गया.
यूं तो सोशल मीडिया पर तमाम तस्वीरें, वीडियोज और टेक्स्ट संदेश वायरल होते रहते हैं। लेकिन भावुक कर देने वाले सोशल मीडिया पोस्ट्स बहुत तेजी से वायरल होते हैं. कुछ ऐसा ही वाक्या इस वायरल तस्वीर के साथ हुआ, कई यूजर्स ने वायरल तस्वीर को बिहार चुनाव का बताया तो वहीं कई यूजर्स ने इसे मध्य प्रदेश का बताया. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने वायरल तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति को दलित, आदिवासी बताया तो वहीं कुछ ने इसे लोकतंत्र की खूबसूरती के नाम पर भी शेयर किया है. हमें हमारे आधिकारिक व्हाट्सऐप नंबर पर तस्वीर की पड़ताल से सम्बंधित कई अनुरोध प्राप्त हुए जिसके बाद हमने वायरल दावे की पड़ताल शुरू की.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर ढूंढा जहां हमें इस तस्वीर के मूल स्रोत के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई. हालांकि कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से किये गए गूगल सर्च के परिणामों को देखने के बाद इतना जरूर पता चल गया कि वायरल तस्वीर बिहार या मध्य प्रदेश में हो रहे मौजूदा चुनावों से संबंधित नहीं है.
गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों को देखने पर हमें यह जानकारी प्राप्त हुई कि यह तस्वीर पूर्व में भी वायरल हो चुकी है. अनुराग सक्सेना नामक एक सत्यापित ट्विटर यूजर ने इस तस्वीर को 2019 में शेयर किया था.
Janjwar नामक एक वेबसाइट पर इस तस्वीर को 19 अप्रैल 2019 को ’70 सालों में आदिवासियों को इतना ही दे पाया है लोकतंत्र’ शीर्षक के साथ प्रकाशित किया गया था.
कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च करने पर हमें वायरल तस्वीर https://thirumalaisomu.blogspot.com/ नामक एक वेबसाइट पर भी प्रकाशित मिली. गौरतलब है कि वायरल तस्वीर उक्त वेबसाइट पर 29 जनवरी 2016 को भारत में वोटर की खराब स्थिति दिखाने के सन्दर्भ में प्रकाशित की गई थी.
https://thirumalaisomu.blogspot.com/2016/01/blog-post.html
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर को Yandex पर भी ढूंढा जहां हमें कई अन्य जगहों पर यह तस्वीर प्राप्त हुई.
हालांकि गूगल सर्च के परिणामों में से किसी भी जगह से हमें वायरल तस्वीर का असली स्रोत नहीं मिल पाया. अपनी पड़ताल के दौरान हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर को प्रकाशित करने वाली सभी वेबसाइटों में ‘Naija Stories’ नामक एक वेबसाइट पर इसे सबसे पहले अपलोड किया गया था. गौरतलब है कि ‘ Naija Stories’ द्वारा इस तस्वीर को 2015 में नाइजीरिया में हुए चुनावों से जोड़कर प्रकाशित किया गया है.
हमारी पड़ताल में यह बात साबित हो जाती है कि वायरल तस्वीर बिहार या मध्य प्रदेश में हो रहे मौजूदा चुनावों से संबंधित नहीं है. हालांकि आर्टिकल लिखे जाने तक हमें वायरल तस्वीर के मूल स्रोत के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है. इस बारे में हमें जैसे ही कोई जानकारी मिलती है हम अपने लेख को अपडेट कर आवश्यक सूचना से अपने पाठकों को अवगत कराएंगे.
Result: Misleading
Sources:
Naija Stories: https://www.naijastories.com/2015/03/need-vote/
Haberegider Blog: https://www.haberegider.com/blog/hdp-oylari-akpden-mi-chpden-mi-kaydi-rakamlar-ve-yorumlar/
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