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किसान आंदोलन से संबंधित नहीं है यह वायरल तस्वीरें

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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर दो सिख युवकों की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में दोनों युवकों को भारतीय झंडे (Indian Flag) पर जूते रखकर खड़े हुए देखा जा सकता है। दावा है कि यह तस्वीर दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे मौजूदा किसान आंदोलन (Farmers Protest) की है।

Fact check / Verification

तीन नए कृषि कानून के खिलाफ पिछले कई दिनों से हरियाणा पंजाब समेत कई राज्यों के किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन चल रहा है, इसी आंदोलन के संदर्भ में सोशल मीडिया पर दो सिख युवकों द्वारा भारतीय झंडे का अपमान करने वाली एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर को देखने पर हमें इसके पुराने होने की आशंका हुई जिसके बाद हमने तस्वीर का सच जानने के लिए पड़ताल की।

पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च (Google Reverse Image Search) टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। जहां खोज के दौरान हमें सबसे पहले वायरल तस्वीर फेसबुक पर साल 2014 को किए गए एक पोस्ट में मिली। फेसबुक पोस्ट के लिंक को यहाँ देखें।

फेसबुक पोस्ट से हमें पता चल कि वायरल तस्वीर मौजूदा किसान आंदोलन के काफ़ी साल पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है। इसलिए तस्वीर की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें ट्विटर पर अक्टूबर साल 2014 को किया गया एक पोस्ट मिला। जहां वायरल तस्वीर को भी अपलोड किया गया है।

प्राप्त ट्विटर पोस्ट में हमें वायरल तस्वीर की कोई सटीक जानकारी नहीं मिली इसके लिए हमने तस्वीर को हमने यांडेक्स (Yandex) टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर hateindiaendindia नाम के ब्लॉग पर 13 दिसंबर साल 2013 को अपलोड मिली।

हालांकि यहाँ भी वायरल तस्वीर की कोई जानकारी प्रकाशित नहीं हुई है। लेकिन एक तथ्य यह है कि वायरल तस्वीर का मौजूदा किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

Conclusion

इस पूरी प्रक्रिया में हमें उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर का मौजूदा किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। हालांकि हम स्वतंत्र रूप से तस्वीर के स्थान का पता नहीं कर पाए हैं लेकिन यह तस्वीर इंटरनेट पर साल 2013 से ही मौजूद है इस तस्वीर का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

Result: False


Our Sources

https://hateindiaendindia.blogspot.com/2013/

https://twitter.com/sandeepkumarv6/status/525272497055219712


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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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