Fact Check
मक्का के काबा में ईरानी युवक द्वारा दूध चढ़ाये जाने के नाम पर फर्जी दावा वायरल है
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि ईरान के एक युवक ने मक्का के काबा में दूध चढ़ाया और कहा कि हमारे पूर्वज हिन्दू थे और यह शिवलिंग है।

Fact
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने Invid टूल की मदद से वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम बनाए। एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स सर्च करने पर हमें Jago TV के यूट्यूब चैनल द्वारा 28 जून 2018 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। इस वीडियो में वायरल वीडियो का अंश देखा जा सकता है। वीडियो के अनुसार, काबा पर पेट्रोल फेंक कर जलाने की कोशिश करते एक व्यक्ति को भीड़ ने पकड़ लिया।
पड़ताल के दौरान हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया। हमें Gulf News द्वारा 7 फरवरी 2017 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, काबा में एक व्यक्ति ने पवित्र स्थल पर पेट्रोल छिड़कने की कोशिश की, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया था। बतौर रिपोर्ट, पुलिसबल के प्रवक्ता मेजर समेह अल सल्मी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति सऊदी अरब का नागरिक है और वह खुद की जान लेने की कोशिश कर रहा था। इसके अलावा, और भी कई प्रमुख मीडिया संस्थानों ने इस घटना पर खबरें प्रकाशित की थीं, जिसे यहां और यहां पढ़ा जा सकता है। इसमें व्यक्ति द्वारा मक्का के काबा पर पेट्रोल फेंकने का प्रयास करने की बात कही गई है।
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि वायरल वीडियो पांच साल पुराना है। युवक द्वारा मक्का मस्जिद पर दूध चढ़ाने और उसे शिवलिंग कहे जाने का दावा भी गलत है।