सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में ट्रेन की आवाज से नमाज़ पढ़ने में परेशानी के चलते मुस्लिम समुदाय के लोगों ने स्टेशन में आग लगा दी। वीडियो में कुछ लोग हाथ में लाठी और डंडे से एक रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करते नज़र आ रहे हैं।
फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल में महिषासुर रेलवे स्टेशन को यह कहते हुए नष्ट किया जा रहा है कि ट्रेन की सीटी की आवाज उनकी नमाज में बाधा डाल रही है। हम भारत के भविष्य को इस वीडियो के माध्यम से देखने में सक्षम हैं।‘

इसके अलावा, ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने वायरल वीडियो को उपरोक्त दावे के साथ शेयर किया है।
दरअसल, बीते दिनों देशभर में सड़क पर नमाज पढ़े जाने का मुद्दा छाया रहा। इसके अलावा सार्वजनिक और धार्मिक स्थलों से तेज आवाज में लॉउडस्पीकर से निकलने वाली आवाज का मामला भी सुर्खियों में है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी में फिलहाल कुल 12 जोन और कमिश्नरेट में धार्मिक स्थानों पर लगे 6,031 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है जबकि 29 हजार 674 धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज को मानक के हिसाब से सेट किया गया है। इस दौरान सोशल मीडिया पर सड़क पर अजान पढ़े जाने के संबंध में एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें कहा गया था कि यूपी में लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगने के बाद मुस्लिमों ने सड़क पर अजान देना शुरू कर दिया है। हालाँकि, हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ था।
Fact Check/Verification
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में ट्रेन की आवाज से नमाज़ पढ़ने में परेशानी के चलते मुस्लिम समुदाय के लोगों ने स्टेशन में आग लगा दी, दावे के साथ वायरल हुए वीडियो का सच जानने के लिए हमने ‘बंगाल मुर्शिदाबाद स्टेशन जलाया’ कीवर्ड की मदद से फेसबुक पर सर्च किया। इस दौरान हमें Chakrawarti Vikramaditya नामक फेसबुक यूजर द्वारा 15 दिसंबर 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में लिखे कैप्शन के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में नागिरकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के दौरान कुछ किशोरों ने एक रेलवे स्टेशन में आग लगा दी थी। फेसबुक यूजर द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो के हिस्से को देखा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान फेसबुक पर बांग्ला कीवर्ड की मदद से सर्च करने पर हमें ntvwb नामक यूट्यूब चैनल द्वारा 14 दिसंबर 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो के बांग्ला में लिखे कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, ‘पश्चिम बंगाल के नौपाड़ा के महिषासुर स्टेशन में आग लगा दी गई।’ चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो अभी का नहीं बल्कि दो साल से अधिक पुराना है।
पश्चिम बंगाल में रेलवे स्टेशन में आग लगाए जाने का कारण जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड की मदद से सर्च करना शुरू किया। इस कड़ी में हमें पश्चिम बंगाल से प्रकाशित होने वाले टाइम्स ग्रुप के अखबार eisamay के डिजिटल संस्करण पर 15 दिसंबर 2019 को छपी एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कोलकाता के अलावा कई अन्य जिलों में भी प्रदर्शन हुए। इस दौरान मुर्शिदाबाद समेत कई जगहों पर तोड़फोड़ और हिंसा की घटनाएं सामने आई। बतौर रिपोर्ट, मुर्शिदाबाद के स्टेशन में आग लगाए जाने की बात सामने आते ही प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से हिंसा और अफवाह न फैलाने की अपील की थी।
इसके अलावा हमें Indianrailwayinfo नामक वेबसाइट पर भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और अन्य जगहों पर हुई तोड़फोड़ संबंधित कुछ तस्वीरें प्राप्त हुईं। वेबसाइट के मुताबिक, 13 दिसंबर 2019 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रेलवे स्टेशन पर हुई तोड़फोड़ के कारण ट्रेनों के संचालन को रोक दिया दिया गया था।

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के दौरान पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित डीआरएम ऑफिस में भी संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल में दो साल पहले हुए सीएए प्रोटेस्ट का है। इसे अब भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।”
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि,पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में ट्रेन की आवाज से नमाज़ पढ़ने में परेशानी के चलते मुस्लिम समुदाय के लोगों ने स्टेशन में आग लगा दी, दावे के साथ शेयर किया गया वीडियो दो साल पुराना है। प्रदर्शनकारियों ने सीएए और एनआरसी प्रोटेस्ट के विरोध में स्टेशन पर आग लगा दी थी।
Result: False Context/False
Our Sources
Facebook Video Uploaded by Chakrwarti Vikramaditya on 15 December 2019
Video Uploaded by Youtube Channel nvtbw on 14 December 2019
Report Published by eisamay on 15 December 2019
Blog Published on Indianrailwayinfo on 13 December 2019
Quote from DRM Malda
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