Fact Check
पहलगाम आतंकवादी हमले से जोड़कर वायरल हुआ यह वीडियो पांच साल पुराना है
Claim
यह वीडियो पहलगाम आतंकवादी हमले का है.
Fact
यह वीडियो करीब पांच साल पहले सोपोर में हुए आतंकवादी हमले का है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक विचलित करने वाला वीडियो वायरल है, जिसमें एक बच्चा लाश पर बैठकर रोता बिलखता नजर आ रहा है. इस वीडियो को पहलगाम आतंकवादी हमले से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो जम्मू-कश्मीर के सोपोर का है और पांच साल पुराना है. साल 2020 में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक नागरिक की मौत हो गई थी. इस दौरान मृतक के साथ मौजूद उसका 3 साल का पोता, शव के ऊपर बैठकर रो रहा था, जिसे बाद में वहां मौजूद पुलिस टीम ने बचाया था.
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैरसन इलाके में हथियारबंद आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया. इस हमले में करीब 26 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हैं. हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF ने ली है. आतंकी हमले के तुरंत बाद अमित शाह कश्मीर रवाना हो गए, वहीं पीएम मोदी भी सऊदी अरब का दो दिन का दौरा छोड़कर बुधवार सुबह ही भारत लौट आए हैं.
वायरल वीडियो करीब 26 सेकेंड का है, जिसमें एक बच्चा मृतक शरीर पर लेटा हुआ है. इसके बाद वह बच्चा गाड़ी में बैठकर बिलखता नजर आ रहा है. इस दौरान कुछ लोग बच्चे को चुप कराने की कोशिश करते हुए सुनाई दे रहे हैं.
वीडियो को पहलगाम आतंकी हमले वाले हैशटैग के साथ X पर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “इस बच्चे की एकमात्र गलती है कि यह हिंदू है इसीलिए इसने अपने पिता को खो दिया. वे धर्म पूछकर हिन्दुओ को चुनचुन कर मार देते है और हम उनके लिए आवाज उठाएं तो कुछ लोग कहते है हम हिन्दू मुस्लिम करके घृणा फैला रहे”.

इसके अलावा, इसी तरह के कैप्शन के साथ वीडियो को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
पहलगाम आतंकवादी हमले से जोड़कर शेयर हो रहे इस वीडियो की जांच में कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें आजतक की वेबसाइट पर 1 जुलाई 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे.

रिपोर्ट में बताया गया था कि जम्मू-कश्मीर के सोपोर में 1 जुलाई 2020 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स पर आतंकियों ने हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के एक जवान और एक नागरिक भी शहीद हो गए थे. जब बुजुर्ग नागरिक शहीद हुए थे तो उनका 3 साल का पोता भी उनके साथ था. इस दौरान पोता उनकी लाश पर बैठ गया था. वहां मौजूद पुलिस टीम के एक सदस्य ने बच्चे को अपनी गोद में उठाया और आतंकियों के साथ हो रहे एनकाउंटर वाले एरिया से बच्चे को अलग किया था.
जांच के दौरान हमें इस घटना से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट बीबीसी के यूट्यूब चैनल पर मिली. इस वीडियो में भी वायरल वीडियो वाले दृश्य मौजूद थे.

वीडियो में कश्मीर के तत्कालीन आईजी पुलिस विजय कुमार का बयान मौजूद था. वीडियो में वे यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि सीआरपीएफ के जवान मॉडल टाउन इलाके में नाका लगाने जा रहे थे. जब सीआरपीएफ के जवान गाड़ी से उतरने लगे तो मस्जिद के अंदर से अंधाधुंध फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें एक जवान की मौत हो गई. वहां से कार में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग एक बच्चे के साथ गुजर रहे थे. बुजुर्ग ने बच्चे को हमले से बचाने की कोशिश की और इस दौरान उनकी मौत हो गई. हालांकि, मृतक बशीर अहमद के परिवार ने बुजुर्ग की हत्या का आरोप सीआरपीएफ पर ही लगाया था, जिसका विजय कुमार ने खंडन किया था.
इसके अलावा, हमें ईटीवी भारत की वेबसाइट पर भी 1 जुलाई 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मौजूद थे.

रिपोर्ट में बताया गया था कि सोपोर के इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल दीप चंद शहीद हो गए थे और श्रीनगर के बाहरी इलाके जैनकोट के निवासी बशीर अहमद खान की मौत हो गई थी. बशीर अहमद खान अपने तीन साल के पोते के साथ निजी काम से सोपोर जा रहे थे. जवानों ने इस दौरान तीन साल के बच्चे को बचा लिया था.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि पहलगाम आतंकवादी हमले से जोड़कर वायरल हो रहा यह वीडियो सोपोर में करीब पांच साल पहले हुए आतंकी हमले के दौरान का है.
Our Sources
Article Published by AAJ TAK on 1st July 2020
Video Report by BBC Hindi on 2nd July 2020
Article Published by ETV Bharat on 1st July 2020
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