मंगलवार, नवम्बर 5, 2024
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पाकिस्तान का झंडा लगाने के कारण नहीं तोड़ी गई प्रयागराज की ये मस्जिद, भ्रामक पोस्ट वायरल

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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि यूपी के प्रयागराज में एक मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा लगाया गया, जिसके बाद योगी प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए मस्जिद को ढहा दिया. वायरल हो रहे वीडियो में मस्जिद जैसे दिख रहे एक ढांचे को बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है. ढांचे के ऊपर गुंबद पर कुछ झंडे भी लगे देखे जा सकते हैं. इस दावे के साथ ढांचे के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं.

पाकिस्तान का झंडा
Courtesy: Twitter@MaheshBhaduBjp
पाकिस्तान का झंडा
Courtesy: Facebook/santosh.krraj.790

दावे में इस घटना को प्रयागराज के सैदाबाद इलाके का बताया गया है. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “सैदाबाद प्रयागराज(UP) में मस्जिद पर लगाया पाकिस्तान का झंडा,पूरी मस्जिद ही ढहा दी…”. ट्विटर और फेसबुक पर कई लोग वीडियो को इस दावे के साथ शेयर कर चुके हैं.

Fact Check/Verification

कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें दैनिक भास्कर की एक चार दिन पुरानी खबर मिली. इस खबर में जो तस्वीर मौजूद है वह वायरल वीडियो में दिख रही मस्जिद से मेल खाती है. खबर में बताया गया है कि शाही मस्जिद प्रयागराज की हंडीया तहसील के सैदाबाद बाजार में स्थित थी, जहां इसे 9 जनवरी को गिरा दिया गया.

खबर के अनुसार, यह मस्जिद जीटी रोड पर बनी थी, जिसका लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) चौड़ीकरण कर रहा है. मस्जिद पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बनी थी इसलिए इसे गिराया गया. दैनिक भास्कर में मस्जिद के इमाम मोहम्मद बाबुल हुसैन के हवाले से बताया गया है कि मामला लोअर कोर्ट में चल रहा था लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने मस्जिद को गिरा दिया. एक यूट्यूब वीडियो में बाबुल हुसैन का ये बयान सुना जा सकता है.

मामले पर ‘हिंदुस्तान’ ने भी खबर छापी है, जिसमें यही जानकारी दी गई है कि मस्जिद को सड़क चौड़ीकरण की वजह से गिराया गया. इस मस्जिद को शासक शेरशाह सूरी ने बनवाया था. किसी भी खबर में यह नहीं लिखा है कि मस्जिद को पाकिस्तान का झंडा लगाने पर गिराया गया. इसके अलावा प्रयागराज पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी बताया गया है कि शाही मस्जिद सड़क चौड़ीकरण के मार्ग में स्थित थी इसलिए इसे हटाया गया.

इस बारे में Newschecker ने इलाके के पुलिस एसएचओ धर्मेंद्र दुबे से भी बात की. उनका भी यही कहना था कि पाकिस्तान के झंडे वाला दावा पूरी तरह झूठा है और मस्जिद को सड़क चौड़ीकरण के चलते हटाया गया. साथ ही उन्होंने बताया कि मस्जिद पर इस्लामिक झंडा लगा था, ना कि पाकिस्तान का.

इस इलाके में हो रहे सड़क चौड़ीकरण को लेकर हमें कुछ पुरानी खबरें भी मिली. 16 दिसंबर 2022 को छपी ‘हिंदुस्तान’ की खबर में बताया गया है कि सैदाबाद में अतिक्रमण हटाने के काम में कई मकानों व दुकानों को तोड़ा गया. कुछ स्थानीय पत्रकारों और लोगों का यह भी कहना है कि चौड़ीकरण में मंदिर भी तोड़े गए हैं.

Conclusion

इस तरह हमारी जांच में यह बात स्पष्ट हो जाती है कि दावा भ्रामक है कि प्रयागराज की इस मस्जिद को पाकिस्तान का झंडा लगाने की वजह से तोड़ा गया. मस्जिद सड़क चौड़ीकरण के चलते तोड़ी गई है.

Result: False

Our Sources

Reports of Dainik Bhaskar and Hindustan
Statement of Prayagraj Police

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

Arjun Deodia
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.

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