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Fact Check
दान पेटी से हिस्सा नहीं मिलने पर पुजारी आपस में ही भिड़ गए.
नहीं, यह वीडियो कर्नाटक में मनाए जाने वाले त्यौहार थूथेधारा का है
सोशल मीडिया पर एक दूसरे के ऊपर आग फेंकने का एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि दान पेटी से हिस्सा नहीं मिलने पर पुजारी आपस में ही भिड़ गए.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो किसी झगड़े का नहीं, बल्कि कर्नाटक के कतील के दुर्गापरमेश्वरी मंदिर में मनाए जाने वाले त्यौहार थूथेधारा का है.
वायरल वीडियो करीब 29 सेकेंड का है, जिसमें भगवा धोती पहनी एक भीड़ में मौजूद लोग एक दूसरे के ऊपर आग फेंकते नजर आ रहे हैं. लोग इस दौरान अपने ऊपर फेंकी जा रही आग से बचने की कोशिश करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. वहां मौजूद कई लोग इस पूरे दृश्य को अपने कैमरे में रिकॉर्ड करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में एक टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है, “दान पेटी से हिस्सा नहीं मिला तो आपस में ही भिड़ गए”.
वीडियो को X पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.

दान पेटी से हिस्सा नहीं मिलने पर पुजारियों के आपस में ही भिड़ने के दावे से वायरल हुए इस वीडियो की पड़ताल में कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक इंस्टाग्राम अकाउंट से 30 अप्रैल, 2025 को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो में मौजूद दृश्य वायरल वीडियो से मेल खा रहे रहे थे.

हालांकि, वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में बताया गया था कि ये दृश्य कर्नाटक के कतील में मौजूद श्री दुर्गापरमेश्वरी मंदिर में मनाए जाने वाले त्यौहार अग्नि केली या थूथेधारा का है.
संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें कर्नाटक के कतील में मनाए जाने वाले इस त्यौहार के पुराने वीडियो भी मिले और साथ ही इस साल मनाए गए त्यौहार के भी वीडियो मिले.


हमें अपनी जांच में डेक्कन क्रोनिकल की वेबसाइट पर प्रकाशित एक पुरानी रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में समाचार एजेंसी एएनआई को कतील के श्री दुर्गापरमेश्वरी मंदिर के पुजारी द्वारा दिए गए बयान के हवाले से इस त्यौहार की जानकारी दी गई थी.

रिपोर्ट में बताया गया था कि सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार कतील के दुर्गापरमेश्वरी मंदिर परिसर में सिर्फ धोती पहनकर लोग देवी को प्रसन्न करने के उद्देश्य से एक-दूसरे पर जलते हुए ताड़ के पत्ते फेंकते हैं. इसे ‘अग्नि खेली’ और ‘थूथेधारा’ भी कहा जाता है और यह हर साल अप्रैल महीने में आयोजित होता है. इसमें मंदिर के पास के दो गांवों अठूर और कोडाठूर के लोग हिस्सा लेते हैं. जिन लोगों को जलन या चोट महसूस होती है, उन पर कुमकुम के पानी का छिड़काव किया जाता है.
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि दान पेटी से हिस्सा नहीं मिलने पर पुजारियों के आपस में भिड़ने के दावे से वायरल हो रहा यह वीडियो, कर्नाटक के दुर्गापरमेश्वरी मंदिर में मनाए जाने वाले त्यौहार थूथेधारा का है.
Our Sources
A Post by an Instagram account on 30th April 2025
Video Report by News9Live on 21st April 2025
Article Published by Deccan Chronicle on 22nd April 2019
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