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सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में लोग कुछ लोग फिलिस्तीन का झंडा लेकर जोर-जोर से नारे लगा रहे हैं। दावा किया गया है कि ये वीडियो राहुल गांधी के लोकसभा क्षेत्र केरल के वायनाड का है। जहां भारतीयों द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में ये प्रदर्शन किया गया हैं। तो वहीं कई लोगों का दावा है कि ये वीडियो केरल के मल्लापुरम का है, जहाँ हमास के कार्यालय का उद्घाटन हो रहा है।
वायरल वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं, ‘सोचिए क्या वास्तव में देश में कानून और संविधान नाम की कोई चीज है? यह फिलिस्तीन या पाकिस्तान नहीं है, केरल के मल्लापुरम में हमास के कार्यालय का उद्घाटन हुआ। सोचिए यूनाइटेड नेशन और दुनिया के 160 से ज्यादा देशों ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित किया हुआ है।’
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल हो रहे वीडियो का सच जानने के लिए हमने वीडियो को InVID टूल की मदद से कीफ्रेम्स में बदला। फिर एक कीफ्रेम की सहायता से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 16 मई 2021 को अपलोड की गई अनीस मंजेरी नामक एक फेसबुक यूजर की पोस्ट मिली। अनीस मंजेरी ने वायरल वीडियो के एक लंबे वर्जन को मलयालम भाषा में कैप्शन देते हुए अपलोड किया था। कैप्शन में लिखा गया है कि कतर में फिलिस्तीन के समर्थन में हुए प्रदर्शन में साथ देने के लिए वहां के मलयाली लोग भी पहुंचे और उन्होंने समर्थन में नारे लगाए।
प्राप्त जानकारी की सहायता से हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी 16 मई 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट कतर की वेबसाइट The Peninsula Qatar पर मिली। इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक 15 मई 2021 को गाजा पर शासन करने वाले मिलिट्री ग्रुप हमास के चीफ इस्माइल हानिया, कतर के दौरे पर पहुंचे थे।
उन्होंने 15 मई को वहां के उप-प्रधानमंत्री समेत कई लोगों से मुलाकात की थी। इसी दौरान फ्री फिलिस्तीन के प्रदर्शन को समर्थन देने और एकजुटता दिखाने के लिए लोगों ने प्रदर्शन किया था। ये प्रदर्शन कतर की राजधानी स्थित इमाम मुहम्मद बिन अब्दुलवाहब मस्जिद के पास किया गया था। हजारों की संख्या में फिलिस्तीन का झंडा लिए लोग इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
भारतीयों द्वारा फिलिस्तीन को समर्थन देने का वीडियो कतर का है –
आखिर में हमने वायरल वीडियो की पूरी सच्चाई जानने के लिए गूगल मैप पर इमाम मुहम्मद बिन अब्दुलवाहब मस्जिद की कुछ तस्वीरों की तुलना वायरल वीडियो से की। जिसके बाद ये साफ होता है कि वायरल वीडियो कतर में हुए प्रदर्शन का है।
पड़ताल के दौरान हमें Qatar Living के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस प्रदर्शन से जुड़े कई अन्य वीडियोज भी मिले। जिनमें इमाम मुहम्मद बिन अब्दुलवाहब मस्जिद को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो कतर में हुए एक प्रदर्शन का है। जिसे अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
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Result: False
Claim Review: भारतीयों द्वारा फिलिस्तीन के पक्ष में किए गए हालिया प्रदर्शन का वायरल वीडियो। Claimed By: Viral Post Fact Check: False |
Our Sources
Twitter – https://twitter.com/qatarliving/status/1393969115568787461
The Peninsula Qatar –https://www.thepeninsulaqatar.com/article/16/05/2021/Thousands-gather-to-show-solidarity-with-Palestinians
Facebook –https://www.facebook.com/groups/593991497393416/permalink/3893360560789810/
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