Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पंजाब सरकार ने पूर्व विधायकों और मंत्रियों की पेंशन को बंद कर दिया है।
एक अन्य फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “यह कार्य पूरे देश में होना चाहिए, एक बार विधायक बनने पे क्या पूरी जिंदगी सरकारी दामाद बनकर रहेंगे, विधायक बनते हैं जनता की सेवा करने के लिए पर जिंदगी भर सरकारी दामाद बन कर मौज करते हैं.”
(उपरोक्त पोस्ट के कैप्शन को अक्षरश: लिखा गया है।)
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
दरअसल, पिछले दिनों पंजाब के न्यू पटियाला में मौजूदा और पूर्व विधायकों की पेंशन बंद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से मांग की है कि सरकारी कोष से विधायकों और मंत्रियों को प्राप्त होने वाली पेंशन को यथाशीघ्र समाप्त किया जाना चाहिए। वहीं, दूसरी ओर पांच बार पंजाब के सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल ने विधायकों को मिलने वाली पेंशन को लेने से इंकार कर दिया है। प्रकाश सिंह बादल ने 17 मार्च 2022 को एक ट्वीट कर कहा था कि बतौर पूर्व विधायक उन्हें मिलने वाली पेंशन को जनकल्याण पर खर्च किया जाना चाहिए। इसे किसी भी स्थिति में उन्हें नहीं भेजा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान अगले दिन ही ऐलान कर दिया था कि राज्य के 122 पूर्व मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा वापस ली जाएगी। हालांकि, फैसले के अनुसार, अदालत के विशेष निर्देशों के तहत जिन जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा प्रदान की गई है, उनकी सुरक्षा वापस नहीं लिए जाने की भी बात कही गई थी। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पंजाब सरकार ने पूर्व विधायकों और मंत्रियों के पेंशन को बंद कर दिया है।
Fact Check/Verification
पंजाब सरकार ने पूर्व विधायकों और मंत्रियों की पेंशन को बंद कर दिया है, दावे के साथ वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने ‘पंजाब विधायक पेंशन’ कीवर्ड को गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा 25 मार्च 2022 को किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। ट्वीट में लिखे कैप्शन के अनुसार, “पंजाब सरकार ने विधायकों की पेंशन के संबंध में आज एक बड़ा फैसला लिया है। पंजाब के विधायकों के पेंशन फॉर्मूले में बदलाव किया जाएगा, जिसके तहत विधायक अब केवल एक ही पेंशन के योग्य होंगे। विधायकों के पेंशन पर किए जाने वाले हजारों करोड़ रुपये अब पंजाब की जनता के लाभ के लिए उपयोग किए जाएंगे।” भगवंत मान ने अपने वीडियो संदेश में कहा, “पंजाब सरकार ने फैसला किया है कि कोई विधायक चाहे दो बार जीते, पांच बार जीते या सात बार जीते, उन्हें पेंशन अब केवल एक कार्यकाल की ही मिलेगी.”
पड़ताल के दौरान हमें दैनिक भास्कर द्वारा 25 मार्च 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के सीएम भगवंत मान ने ये ऐलान किया कि राज्य में अब एक विधायक को एक कार्यकाल की ही पेंशन मिलेगी, भले वह कितनी ही बार चुनाव जीता हो। बतौर रिपोर्ट, भगवंत मान ने कहा कि न केवल विधायक बल्कि उनके परिवारों को मिल रही पेंशन को भी संशोधित किया जाएगा और इसके बारे में आने वाले दिनों में विस्तृत जानकारी दे दी जाएगी।
इसके अलावा Newschecker ने पंजाब के ‘आप’ प्रवक्ता जगतार सिंह संघेरा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “पंजाब सरकार द्वारा विधायकों और मंत्रियों को मिलने वाली पेंशन बंद किए जाना का दावा भ्रामक है। पूर्व विधायकों को अब कई बार पेंशन नहीं मिलेगा, उन्हें अब केवल एक पेंशन प्रदान की जाएगी।”
एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में विधायकों और सांसदों को उनके हर कार्यकाल की पेंशन दी जाती थी। बतौर रिपोर्ट, अगर कोई प्रत्याशी चार बार विधायक चुना गया है तो उसे चारों कार्यकाल की पेंशन दी जाती थी। इसे अब पंजाब सरकार ने खत्म कर दिया है.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया गया दावा भ्रामक है। पंजाब सरकार ने पूर्व विधायकों की पेंशन को खत्म नहीं किया है।
Result: Misleading/Partly False
Our Sources
Punjab CM Bhagwant Mann Tweet on 25/03/2022
Dainik Bhaskar Report on 25/03/2022
AAP Spokesperson Jagtar Singh Quote
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