Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
एक युवक के साथ की जा रही बर्बरता का वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में एक युवक को पेड़ से बांधकर उसे बोतल से कुछ पिलाते हुए देखा जा सकता है। साथ ही युवक के बालों को भी गलत ढंग से कटे हुए देखा जा सकता है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि उक्त घटना राजस्थान की है। जहां एक युवक के दलित होने के कारण उसे पेड़ से बांधकर मूत्र पिलाया जा रहा है। साथ ही उसके बाल भी काट दिए गए हैं।
वायरल दावे को अन्य यूज़र्स ने किया शेयर
इस वीडियो पर गुजरात के जिग्नेश मेवानी ने भी रिट्वीट कर घटना के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की थी।
Fact check/ Verification
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस युवक के वीडियो में हमें कहीं भी किसी जाति का नाम नहीं सुनाई दिया। इसपर हमें वीडियो की घटना में कुछ आशंका हुई। जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़कर खोजने का प्रयास किया।
इस दौरान हमें achhinewsmedia.wordpress.com नाम की वेबसाइट पर एक लेख छपा मिला। उक्त लेख में वायरल वीडियो से ली गयी एक तस्वीर छपी मिली। लेख के मुताबिक यह घटना राजस्थान की है साथ ही बताया गया है कि उक्त घटना सरहदी बाड़मेर के चौहटन थानान्तर्गत की है। बताया गया है कि पेड़ से बंधे युवक के साथ ऐसा बर्ताव अवैध संबंध के शक में किया गया है।
इसके बाद हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी घटना की जानकारी मिली। प्राप्त लेख के मुताबिक पेड़ से बंधा युवक भूपत राम भील निवासी मोगावां बाखासर है।
जिसे गांव के लोगों ने अवैध संबंध के शक में पीटा था। लेख में आगे पुलिस के बयान का भी जिक्र है। जहां पुलिस को जांच में पता चला कि दोनों पक्षों में आपस में समझौता हो गया है। इसलिए पीड़ित पक्ष किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं करना चाहता है। लेकिन पुलिस ने स्वयं उक्त मामले पर संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज कर जांच शुरू की है।
इस दौरान पुलिस ने यह भी बताया है कि दोनों पक्ष भील समुदाय के हैं।
इस दौरान हमें बाड़मेर पुलिस का उक्त मामले पर एक ट्वीट प्राप्त हुआ। जहां पुलिस ने यह जानकारी दी है कि वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो की घटना एक पारिवारिक विवाद की है। जहां दोनों ही पक्ष एक ही समुदाय के हैं।
Conclusion:
हमारी पड़ताल में यह साबित हुआ कि वायरल वीडियो एक पारिवारिक विवाद का है जिसका किसी भी जातिगत विवाद से कोई संबंध नहीं है।
Result- Misleading
Our Sources
https://twitter.com/Barmer_Police/status/1289089959211614209
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.