Authors
Claim
रामपुर में मुस्लिम कॉलोनी के पीछे ट्रेन को पलटाने के उद्देश्य से ट्रैक पर रखा गया था लोहे का खंभा.
Fact
नहीं, इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें रेलवे ट्रैक पर एक खंभा रखा हुआ दिखाई दे रहा है. वायरल तस्वीर को रेल जिहाद के दावे से शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि रामपुर में ट्रेन को पलटाने के उद्देश्य से लोहे का खंभा रख दिया गया.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है. जीआरपी रामपुर ने इस मामले में संदीप चौहान और विजेंद्र नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है.
वायरल तस्वीर को सांप्रदायिक दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “रामपुर के मुस्लिम कॉलोनी के पीछे से गुज़र रही रेलवे लाइन पर ट्रेन को पलटाने के उद्देश्य से लोहे का खम्बा रख दिया आतंकवादियों ने, लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लेके बचाई लोगों की जान, रेल जिहाद”.
इसी तरह के दावे से वायरल तस्वीर को एक अन्य X अकाउंट से भी शेयर किया गया है.
यह तस्वीर फेसबुक पर भी वायरल दावे के साथ शेयर की गई है.
Fact Check/Verification
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें पत्रकार सचिन गुप्ता द्वारा 22 सितंबर 2024 को किया गया ट्वीट मिला. इस ट्वीट में वायरल तस्वीर मौजूद थी. इसके अलावा एक अन्य तस्वीर भी मौजूद थी, जिसमें पुलिस की मौजूदगी में दो लोग खड़े नजर आ रहे थे.
सचिन गुप्ता ने दोनों तस्वीरों को ट्वीट करते हुए लिखा था, “उत्तर प्रदेश : जिला रामपुर में रेल पटरी पर खंभा रखने वाले सन्नी उर्फ संदीप चौहान और विजेंद्र उर्फ टिंकू पकड़े गए. दोनों पेशेवर चोर हैं. वे खंभा चोरी करके ले जा रहे थे. तभी ट्रेन आई तो उसे पटरी पर छोड़कर भाग निकले. कोई साजिश या आतंकी एंगल नहीं निकला है”.
प्राप्त जानकारी के आधार पर कीवर्ड सर्च किया तो आजतक की वेबसाइट पर 23 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी ऊपर मौजूद दोनों तस्वीरें शामिल थी.
न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, बीते 18 सितंबर की रात को उत्तर प्रदेश के रामपुर में बिलासपुर और रुद्रपुर सिटी रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर करीब 6 मीटर लंबा लोहे का पोल रखा हुआ मिला था. इस दौरान एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया और वहां से गुजर रही ट्रेन के ड्राईवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक ली थी.
इसके बाद जीआरपी रामपुर ने इस घटना की जांच की और बिलासपुर थाना क्षेत्र निवासी दो युवकों संदीप चौहान और विजेंद्र को गिरफ्तार किया. पुलिस के साथ पूछताछ में दोनों ने यह बताया कि वे दोनों रेलवे की पटरी के पास अक्सर शराब पीने जाते थे. घटना वाले दिन भी उन्होंने शराब पी और पास में पड़े एक लोहे के पोल को चुराकर ले जा रहे थे. तभी ट्रेन की आवाज सुनाई दी और वे दोनों जल्दीबाजी में खंभे को पटरी पर छोड़कर भाग गए.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि पुलिस ने ट्रेन पलटाने की साजिश को खारिज करते हुए कहा था कि दोनों का किसी संगठन से कोई संबंध नहीं है. दोनों के खिलाफ पहले से ही मामले दर्ज हैं. संदीप चौहान के खिलाफ दर्जन भर मामले दर्ज हैं, जबकि विजेंद्र के खिलाफ भी एक मामला दर्ज है. पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों संदीप चौहान और विजेंद्र को जेल भेज दिया है.
खोजने पर हमें जीआरपी मुरादाबाद के एसपी के X अकाउंट से किया गया पोस्ट मिला, जिसमें इस घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई थी.
ट्वीट में मौजूद तस्वीर में बताया गया था कि 18 सितंबर 2024 को ट्रेन संख्या-12091 नैनी जनशताब्दी एक्सप्रेस रेलवे स्टेशन बिलासपुर से रुद्रपुर सिटी जा रही थी. इसी दौरान खम्बा संख्या-43/10-11 के मध्य किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा टेलीकॉम का लोहे का पुराना खम्बा रेलवे ट्रैक पर रखकर मार्ग अवरूद्ध कर दिया गया था, जिसके संबंध में थाना जीआरपी रामपुर में मुक़दमा दायर किया गया था. जीआरपी और पुलिस की संयुक्त जांच में 22 सितंबर को 2 शातिर अभियुक्तों 26 वर्षीय संदीप चौहान पुत्र तेज तेजपाल सिंह निवासी जिला रामपुर और 21 वर्षीय विजेन्द्र पुत्र निरंजन सिंह निवासी जिला रामपुर को गिरफ्तार किया गया था. अभियुक्त संदीप के विरुद्ध पूर्व में विभिन्न थानों पर लूट, चोरी, हत्या का प्रयास, मारपीट, गैंगस्टर व आर्म्स एक्ट के अभियोग पंजीकृत हैं और अभियुक्त विजेन्द्र के विरुद्ध भी हत्या का प्रयास व आर्म्स एक्ट का अभियोग पंजीकृत है.
आगे जानकारी दी गई थी कि पूछताछ करने पर उक्त अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि दोनों नशे के आदी हैं और नशे के लिए छोटी-मोटी चोरी भी करते हैं. चोरी किए गए सामान को बेचकर शराब व अन्य नशे की वस्तु भी खरीदते हैं. 18 सितंबर को भी रेलवे के पुराने लोहे के खम्भे को रेलवे ट्रैक के पास से चोरी करके ले जा रहे थे, लेकिन अचानक ट्रैक पर ट्रेन आता देख दोनों लोहे के खम्भे को ट्रैक पर ही छोड़कर भाग गए थे.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि रामपुर में रेलवे ट्रैक पर रखे गए लोहे के खंभे मामले में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है. फर्जी दावा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
Result: False
Our Sources
Tweet by Journalist Sachin Gupta on 22nd Sep 2024
Tweet by Journalist SP Moradabad on 22nd Sep 2024
Article Published by AAJ TAK on 23rd Sep 2024
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