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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा, ‘मैंने जाटों का ठेका नहीं लिया है।’
वायरल वीडियो में जयंत चौधरी मीडिया कर्मियों को बाइट देते वक्त कह रहे हैं, “मैंने जाटों का ठेका नहीं लिया है।”
UP BJP ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “जयंत जी सही कह रहे थे, आपने जाट समाज का ठेका नहीं लिया है। इसीलिए आप सत्ता की लालच में मुजफ्फरनगर दंगे का दंश झेल रही बहन-बेटियों के घावों पर नमक छिड़कते हुए तुष्टिकरण करने वालों के साथ जा खड़े हुए हैं।पश्चिम उत्तर प्रदेश आज भी दंगों की दु:खद यादों को भूला नहीं है।”
(उपरोक्त ट्वीट अक्षरश: लिखा गया है।)
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
Fact hind फैक्ट हिन्द नामक ट्विटर हैंडल ने वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए न्यूजचेकर से इसकी सत्यता जांचने का अनुरोध किया।
Sanjay Dixit नामक एक ट्विटर यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मैंने जाटों का ठेका नहीं ले रखा – Jayant Chaudhary caught saying ‘maine jaton ka theka nahin ke rakha’. Wow, just wow!”
(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरश: लिखा गया है।)
(उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।)
Neetu Singh नामक ट्विटर यूजर ने लिखा, “जिस जाट कौम ने मुगलों को नंगे पैर खदेड़कर भगाया था उन मुगल प्रेमियों को जयंत जाटों की वोटों को बेचना चाहते हैं। जयंत जी आप बिल्कुल सही कह रहे थे कि आपने जाटों का ठेका नहीं ले रखा.आप सत्ता की लालच में मुजफ्फरनगर दंगों के रहनुमाओं के साथ जा मिले हो। जाट दंगाइयों को भूलेंगे नहीं!!”
(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरश: लिखा गया है।)
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
वहीं, एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “29 उम्मीदवारों में सिर्फ तीन जाटों को उमीदवार में उतारा। मैंने जाटों का ठेका नहीं लिया है जयंत।”
(उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)
इसके अलावा एक अन्य फेसबुक पेज ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “जयंत चौधरी :- का एक बयान सामने आया है जिसमे वो कह रहे है :- मेने जाटों का ठेका नही लिया लिया है।”
(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)
दरअसल, यूपी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में सात चरणों में मतदान कराए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा जिनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, अलीगढ़, बुलंदशहर, आगरा और मथुरा जैसे जिले शामिल हैं। इन जिलों की सीटें जाट बाहुल्य मानी जाती हैं। मथुरा लोकसभा सीट से 2009 में बतौर सांसद चुने गए जयंत चौधरी जाट समुदाय से आते हैं। उनकी पार्टी रालोद के लिए, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ये जाट बाहुल्य सीटें काफी अहम हैं। इसी कड़ी में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि उन्होंने जाटों का ठेका नहीं लिया है।
वहीं, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावी रैलियों पर 22 जनवरी तक रोक लगा दी है। ऐसे में राजनीतिक दलों के लिए सोशल मीडिया, चुनावी प्रचार-प्रसार का एक वैकल्पिक माध्यम बन गया है। विभिन्न दलों के नेता और उनके समर्थक अपनी बात सोशल मीडिया पर पोस्ट और वीडियो के सहारे सामने रख रहे हैं।
Fact Check/Verification
क्या राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उन्होंने जाटों का ठेका नहीं लिया है? दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसे inVid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। इसके बाद एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया।
इस दौरान हमें INDIA TODAY ग्रुप के डिजिटल चैनल UP TAK के यूट्यूब चैनल पर 31 मार्च 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव के समय जयंत चौधरी यूपी के शामली में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वीडियो में 35वें सेकेंड पर जयंत चौधरी से एक सवाल पूछा जाता है कि, “अब कांग्रेस आपसे अलग हो गई है और उसने अपना कैंडिडेट उतार दिया है तो कहीं न कहीं जाट वोट बंटेगा।” इसके जवाब में जयंत चौधरी कहते हैं, “जाट वोटर क्या करेगा या जाट का क्या मन है माफ कीजिए ये ठेका तो मैंने कभी लिया नहीं था। मैं किसान की बात करता हूं और किसान के साथ मजदूर कामगार सब कौम जुड़ गई है। हर एक आदमी सोचेगा। सूझ-बूझ से काम लेगा और उसके दिल में भी आवाज है, इस बार कि चौधरी अजीत सिंह जी को मजबूत करें, मायावती जी को मजबूत करें और अखिलेश जी को मजबूत करें, जिसको देखते हुए कहीं टूट होनी नहीं है।”
हमने अपनी पड़ताल के दौरान यूट्यूब पर “जाटों का ठेका” कीवर्ड के माध्यम से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें INDIA TV पर 31 मार्च 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ।
INDIA TV द्वारा अपलोड किए इस वीडियो में 20वें सेकेंड से वायरल वीडियो के हिस्से को सुना जा सकता है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ हो गया कि सोशल मीडिया पर यूपी बीजेपी द्वारा शेयर किया गया जयंत चौधरी का वीडियो लगभग तीन साल पुराना है। इसे हालिया विधानसभा चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
Result: Misplaced Context
Our Sources
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