मंगलवार, जनवरी 14, 2025
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फैक्ट चेक: आग पर लेटे हुए साधु का वायरल वीडियो प्रयागराज के महाकुंभ का नहीं है

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
यह वीडियो प्रयागराज के महाकुंभ में अग्नि स्नान करते एक साधु का है।
Fact
यह दावा फ़र्ज़ी है। वीडियो महाकुंभ का नहीं है।

आज, 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो रहा है। महाकुंभ में पहुँच रहे कुछ साधु-संत अपनी अनोखी पहचान के कारण लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। कहीं, सिर पर अनाज उगाने वाले ‘अनाज वाले बाबा’ की तस्वीर वायरल हो रही है, तो कहीं ‘चाभी बाबा’ और टार्जन बाबा की चर्चा हो रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर जलती लकड़ियों पर लेटे एक संत का वीडियो, इस दावे के साथ वायरल है कि वे महाकुंभ में अग्नि स्नान कर रहे हैं।

11 जनवरी 2024 के एक्स पोस्ट (आर्काइव) में आग पर लेटे संत का तीन मिनट लंबा वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में संत, जलती लकड़ियों पर लेटते हैं और बिना जले खड़े हो जाते हैं। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “महाकुंभ में महासंत का अग्नि स्नान…. जिसने भी देखा बस देखता रह गया…”

एक अन्य पोस्ट (आर्काइव) में वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “प्रयागराज #MahaKumbh2025 (महाकुंभ) में आए एक सिद्ध संत महाराज ने मां गंगा में डुबकी लगाने से पहले अग्नि स्नान किया। ये अद्भुत दृश्य देखकर बीबीसी से आए पत्रकार की होश उड़ गई। कल ही बीबीसी ने इसे अपने चैनल पर ब्रॉडकास्ट किया।…” ऐसे अन्य पोस्ट का आर्काइव यहाँ और यहाँ देखें।

Fact Check/Verification

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने संबंधित की-वर्ड्स ‘महाकुंभ में अग्नि स्नान लेते संत‘ को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस दावे की पुष्टि करती हो।

अब हमने वायरल क्लिप के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान वायरल वीडियो का लंबा वर्जन हमें 23 मार्च, 2011 के यूट्यूब पोस्ट में नजर आया। इससे स्पष्ट हो गया कि वायरल वीडियो महाकुंभ 2025 का नहीं है। इस यूट्यूब वीडियो के कैप्शन में इसे ‘द फायर योगी’ नामक डॉक्यूमेंट्री का बताया गया है।

अब हमने ‘द फायर योगी डॉक्यूमेंट्री’ की-वर्ड्स को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वर्ष 2008 और 2009 में शेयर किये गए कई अन्य यूट्यूब वीडियो मिले, जिनमें इसे ‘द फायर योगी’ नामक डॉक्यूमेंट्री का बताया गया है। वीडियो के लंबे वर्जन में इसे दक्षिण भारत के तंजौर का बताया गया है। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि यह क्लिप 47 मिनट लंबी ‘द फायर योगी’ नामक डॉक्यूमेंट्री से लिया गया है।

जांच में आगे हमने पाया कि माइक वसन द्वारा निर्देशित ‘द फायर योगी- अ स्टोरी ऑफ़ एन एक्स्ट्राऑर्डिनरी जर्नी’ नामक इस डॉक्यूमेंट्री की डीवीडी अमेज़न और इ-बे की वेबसाइट पर भी मौजूद है। डीवीडी के पीछे लिखी जानकारी में फायर योगी का नाम रामभाऊ स्वामी बताया गया है।

पड़ताल में हमें तंजोर के फायर योगी रामभाऊ स्वामी का वीडियो, 18 नवंबर 2009 को आजतक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में भी दिखाई दिया। इस वीडियो को गुलबर्गा का बताया गया है। 17 नवंबर, 2009 को द टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में भी तमिल नाडु के तंजौर के रामभाऊ स्वामीजी का जिक्र मिलता है।

पढ़ें: भूकंप से काठमांडू की सड़क पर आई दरारों का 10 साल पुराना वीडियो बिहार का बताकर वायरल

Conclusion

जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि आग पर लेटे दिखाई दे रहे साधु का यह वीडियो महाकुंभ प्रयागराज का नहीं है।

Result: False

Sources
Youtube video posted on India Divine on 8th July 2008.
DVD of The Fire Yogi available on e-bay.
DVD of The Fire Yogi available on Amazon.
Report published by Aaj tak on 18th November 2009.
Report published by The Times of India on 17th November on 2009.

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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