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शाहजहांपुर की मस्जिद में कुरान जलाए जाने की घटना फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि शाहजहांपुर में हाल ही में धर्म ग्रंथ जलाने की घटना में सांप्रदायिक एंगल है.

वायरल दावा

आज तक के एक लेख के अनुसार 2 नवंबर, 2022 को शाहजहांपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र के बावूजई इलाके में स्थित सैय्यद शाह फखरे आलम मियां मस्जिद के अंदर रखी धार्मिक पुस्तक को आग लगाकर जला दिया था. घटना से आहत समुदाय के स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी. हालिया जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए घटना के अगले दिन ही आरोपी को हिरासत में ले लिया था.

इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स शाहजहांपुर में धर्म ग्रंथ जलाने की घटना में सांप्रदायिक एंगल का दावा करते हुए इसके पीछे हिन्दू संगठनों का हाथ होने का दावा कर रहे हैं.

Fact Check/Verification

शाहजहांपुर में धर्म ग्रंथ जलाने की घटना में सांप्रदायिक एंगल है यह नहीं, इसकी पड़ताल के लिए हमने ‘शाहजहांपुर में धर्म ग्रंथ जलाने का मामला’ कीवर्ड को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें अमर उजाला, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर तथा दिप्रिंट द्वारा प्रकाशित लेख प्राप्त हुए. बता दें कि सभी लेखों में आरोपी का नाम ताज मोहम्मद बताया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शाहजहांपुर के बाडूजई मोहल्ले में रहने वाले ताज मोहम्मद की मानसिक हालत सही नहीं है.

शाहजहांपुर में धर्म ग्रंथ जलाने की घटना में सांप्रदायिक एंगल है.
अमर उजाला द्वारा प्रकाशित लेख का एक अंश

शाहजहांपुर पुलिस का ट्विटर अकाउंट खंगालने पर हमें उक्त मामले को लेकर शेयर किए गए कई ट्वीट्स प्राप्त हुए. बरेली परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा ने प्रेसवार्ता में आरोपी का नाम ताज मोहम्मद पुत्र युसुफ बताया है.

बता दें कि शाहजहांपुर पुलिस ने 4 नवंबर, 2022 को शेयर किए गए एक ट्वीट में यह जानकारी दी है कि आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है.

मामले को लेकर पूरी जानकारी के लिए हमने क्षेत्राधिकारी सदर अखंड प्रताप सिंह से संपर्क किया. Newschecker से बातचीत में उन्होंने बताया कि, “आरोपी का नाम ताज मोहम्मद है. पूरे मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है और ना ही आरोपी का भाजपा या किसी अन्य हिन्दू संगठन से कोई संबंध है. आरोपी से घटना के बारे में पूछे जाने पर उसने बताया कि उसने नहीं बल्कि उसकी रूह ने मस्जिद के अंदर रखे धर्म ग्रंथ को आग के हवाले किया था. मामले में झाड़-फूंक के एंगल की भी जांच की जा रही है.”

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि शाहजहांपुर में हाल ही में धर्म ग्रंथ जलाने की घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। मामले में पुलिस ने ताज मोहम्मद नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। बतौर पुलिस, आरोपी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.

Result: Partly False

Our Sources

Tweets shared by Shahjahanpur Police
Newschecker’s telephonic conversation with Sadar Circle Officer Akhand Pratap Singh
Media reports

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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