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सोशल मीडिया पर सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सुबुही खान की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि ‘सुबुही ने इस्लाम त्याग कर सनातन हिंदू धर्म को स्वीकार किया, उनके पूर्वजों ने मुसलमानों के अत्याचार की वजह से इस्लाम स्वीकार किया था।’
वायरल ट्वीट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
सुबुही खान, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता (वकील) और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। उन्होंने साल 2016 में एक हिंदू व्यक्ति नील पटेल से शादी की थी। इस्लाम धर्म की होने के बावजूद वो इस्लाम में फैली कुरीतियों पर बेबाकी से बोलती हैं। उन्हें अक्सर टीवी डिबेट में देश के हर ज्वलंत मुद्दों, धार्मिक डिबेट और राजनैतिक मुद्दों पर बहस करते देखा जा सकता है। सुबुही खुद को एक सनातनी मुस्लिम बताती हैं, लेकिन देश को धर्म व जाति से ऊपर रखती हैं। अलग धर्म में शादी करने की वजह से सुबुही अक्सर सोशल मीडिया पर अफवाहों का हिस्सा बनी रहती हैं और इसे लेकर उन पर कई बार सवाल भी उठाए गए हैं।
News18 के एक प्रोग्राम ‘आरपार’ में मौलाना रशीदी ने सुबुही खान पर लव जिहाद करने का आरोप लगाया था। दरअसल, प्रोग्राम के दौरान मौलाना ने सुबुही से यह सवाल पूछा था कि आखिर आपने लव जिहाद क्यों किया? सवाल सुन कर सुबुही खान भड़क उठीं और उन्होंने मौलाना रशीदी को तुरंत जवाब दिया, “मैंने अपनी मर्जी से अपनी शादी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत की है। शादी के बाद मैंने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया है।” हालाँकि, अब उनके द्वारा धर्म परिवर्तन किए जाने का दावा शेयर किया जा रहा है।
वायरल दावे को ट्विटर पर अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है।
वायरल ट्वीट का आर्काइव वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है।
वायरल तस्वीर को फेसबुक पर भी कई यूजर्स द्वारा पोस्ट किया गया है।
फेसबुक पोस्ट को यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फेसबुक पर इस दावे को कितने लोगों ने पोस्ट किया है, यह जानने के लिए हमने CrowdTangle टूल का उपयोग किया। इस दौरान हमने पाया कि पिछले 3 दिनों से अब तक फेसबुक पर इस संदेश को 52 से अधिक बार पोस्ट किया गया है।
Fact Check/Verification
क्या सच में सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सुबुही खान ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है? इसका सच पता लगाने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें फेसबुक पर बीते 31 अगस्त और 20 सितंबर को किए गए पोस्ट मिले, जहाँ उपरोक्त वायरल तस्वीर पोस्ट की गई थी।
प्राप्त फेसबुक पोस्ट से यह बात साफ हो गई कि वायरल दावा इससे पहले भी शेयर किया गया है।
हमने फिर से ज्यादा जानकारी के लिए कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें सुबुही खान का ट्विटर हैंडल प्राप्त हुआ। खोजने पर पता चला कि उनके द्वारा 24 अगस्त, 2020 को जिस तस्वीर को अपने हैंडल से पोस्ट किया गया था, उसी तस्वीर को वायरल दावे के साथ यूजर्स शेयर कर रहे हैं। तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “मेरा नाम खान है और मैं गर्वित हिंदू हूं।”
सुबुही के ट्विटर हैंडल को खंगालने पर हमें बीते 4 अक्टूबर को शेयर किया गया एक और ट्वीट प्राप्त हुआ। जिसमें लिखा था “मैं एक गर्वित सनातनी और गौरवान्वित हिंदू हूं, लेकिन मुझे एक होने के लिए इस्लाम छोड़ने की जरूरत नहीं है। यही सर्व समावेशी सनातन धर्म की खूबसूरती है। अब समय आ गया है कि हम एक धर्म की तुलना दूसरे धर्म से करना बंद कर दें।”
वायरल दावे की पुष्टि के लिए Newschecker ने सुबुही खान से संपर्क किया। सुबुही ने बताया, “मैंने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। मेरा धर्म सनातन है, मेरा पंथ इस्लाम है और मेरी संस्कृति हिंदू है।”
इसके अलावा हमें बीते 17 सितंबर को The Festival Of Bharat के YouTube चैनल पर अपलोड किया गया सुबुही का एक वीडियो मिला, जिसमें उन्होंने हिंदुत्व के महत्व को समझाया है। उन्होंने कहा, “मैं सुबुही खान हूं और मैं हिदुत्व हूं। हिंदू सभ्यता दुनिया में सबसे पुरानी है और सभी को एक मां की तरह पालती है, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो।”
Conclusion:
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों से यह साफ होता है कि सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सुबुही खान ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। सोशल मीडिया पर किया गया दावा भ्रामक है। वायरल दावे का सुबुही के धर्म परिवर्तन से कोई लेना-देना नहीं है।
अपडेट
इस लेख को 21 फरवरी, 2022 को अपडेट कर इसमें नए दावे जोड़े गए हैं.
Result: Misleading
Our Sources:
SUBUHI KHAN Twitter Handle & Direct Contact
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