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वर्षों पहले उग्र भीड़ पर की गई पुलिसिया कार्रवाई को किसानों पर अत्याचार का बताकर सोशल मीडिया पर किया जा रहा है शेयर

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि पुलिस किसानों पर जुल्म कर रही है।

ट्विटर पर एक बुजर्ग व्यक्ति पर पिस्टल तानकर एक्शन में दिख रहे एक पुलिसकर्मी की तस्वीर वायरल है। कांग्रेस नेत्री अर्चना डालमिया सहित कई अन्य लोगों ने इस तस्वीर को मौजूदा समय पर किसानों पर हो रहे जुल्म का बताकर शेयर किया है। गौरतलब है कि MSP को लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच कल राज्यसभा से भी कुछ हंगामे की तस्वीरें वायरल हुई हैं। वायरल तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है। अर्चना डालमिया द्वारा किये गए ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है। किसानों पर हो रहे जुल्म का बताकर इस तस्वीर को कई अन्य वेरिफाइड ट्विटर हैंडल्स ने भी शेयर किया है।

भीम आर्मी का सदस्य बताने वाले सुनील अस्तेय ने भी इस तस्वीर को किसानों पर हो रहे जुल्म का बताकर शेयर किया है। ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

भीम आर्मी का दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बताने वाले हिमांशु बाल्मीकि ने भी इस तस्वीर को वीर सावरकर पर तंज करते हुए पुलिस द्वारा किसानों पर जुल्म का बताकर शेयर किया है। आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

Fact Check/Verification

किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर देशभर में मचे घमासान के बीच किसान पर बन्दूक ताने खड़े पुलिसकर्मी की तस्वीर वायरल है। तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक बुजुर्ग व्यक्ति पुलिसकर्मी के सामने ईंट का टुकड़ा ताने खड़ा हुआ है। दूसरी तरफ पुलिसकर्मी भी बुजुर्ग पर पिस्तौल ताने हुए नजर आ रहा है। देखने पर ऐसा लग रहा है कि हो सकता है कि यह किसान आन्दोलन की ही तस्वीर हो लेकिन हालिया दिनों में कोरोना महामारी के चलते इस तरह के प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। दूसरी तरफ कथित किसान ने अपने चेहरे पर जरूरी मास्क भी नहीं लगा रखा है। तस्वीर का सच जानने के लिए गूगल रिवर्स इमेज का सहारा लिया। इस दौरान कुछ सोशल मीडिया पोस्ट और मीडिया रिपोर्ट्स मिली। रिपोर्ट्स से पता चला कि यह तस्वीर किसानों के आंदोलन से सम्बंधित नहीं है। यह तस्वीर मेरठ की है। तस्वीर को साल 2013 में उस समय कैप्चर किया गया था जब बीजेपी विधायक संगीत सोम की गिरफ्तारी के बाद कुछ इलाकों में दंगा भड़क गया था।

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dailypioneer द्वारा प्रकाशित लेख के मुताबिक, भाजपा एमएलए संगीत सोम की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस के साथ जमकर मारपीट की और मेरठ के खेड़ा गांव में सरकारी संपत्ति को आग लगा दी। इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज और फायरिंग का सहारा लेना पड़ा।

indian express ने भी वायरल हो रही तस्वीर को साल 2013 में प्रकाशित अपने एक लेख में अपलोड किया है। लेख के मुताबिक बीजेपी विधायक संगीत सोम की गिरफ़्तारी के बाद कई इलाकों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिससे निपटने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा था।


मुजफ्फरनगर में हुए दंगों को लेकर सूबे की तत्कालीन सपा सरकार ने विधायक संगीत सोम पर रासुका के तहत कार्रवाई की थी। इस खबर को उस समय देश के सभी मीडिया संस्थानों ने कवर किया था।

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Conclusion

हमारी पड़ताल में पता चला कि जिस तस्वीर को किसानों पर हो रही कार्रवाई का बताकर शेयर किया जा रहा है असल में वह तस्वीर साल 2013 की है और किसान आंदोलन से सम्बंधित नहीं है। वायरल तस्वीर मेरठ में हुए स्थानीय दंगे की है जहां पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था।

Result- Misplaced Context

Sources

Indian express- https://archive.indianexpress.com/news/tense-meerut-erupts-six-hurt-in-clash-with-police-at-banned-mahapanchayat/1176031
dailypioneer– https://www.dailypioneer.com/2013/page1/meerut-erupts-in-protest–against-nsa-slap-on-som.html

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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