रविवार, दिसम्बर 22, 2024
रविवार, दिसम्बर 22, 2024

HomeFact Checkराजस्थान के एक स्थानीय उत्सव की पुरानी वीडियो को दीवाली से जोड़कर...

राजस्थान के एक स्थानीय उत्सव की पुरानी वीडियो को दीवाली से जोड़कर सोशल मीडिया पर किया गया शेयर

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

एक भीड़ द्वारा बंदूकों से लगातार हर्ष फायरिंग करती एक वीडियो क्लिप मौजूदा दीवाली से जोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। दावा किया गया है कि यह वीडियो राजस्थान का है।

देश में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के साथ-साथ बढ़ती ढंड के दौरान प्रदूषण भी लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। प्रदूषण को रोकने के लिए कुछ राज्य सरकारों ने इस दीवाली पर पटाखों के फोड़े जाने पर या तो प्रतिबन्ध लगा दिया था या तो इनके जलाये जाने को लेकर एक निश्चित समय तय कर दिया था। इसी क्रम में राजस्थान सरकार ने भी पटाखों पर प्रतिबन्ध लगाते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सभी पटाखा कारोबारियों का लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाए। सोशल मीडिया पर सरकार के इस फैसले का विरोध करते सूबे के राजपूतों ने बंदूकों से फायरिंग करते हुए दीवाली का जश्न मनाया। ऐसा ही दावा एक वीडियो क्लिप के साथ वायरल हो रहा है। वायरल दावे का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है। कई यूजर्स इस दावे को तेजी से शेयर कर रहे हैं।

https://twitter.com/UmaShankar2054/status/1328478878466154496
https://twitter.com/SatpalS78089810/status/1328497189593616384

फेसबुक पर भी इस वायरल दावे को तेजी से शेयर किया गया है।

दीवाली को लेकर वायरल हुए कई अन्य फेक दावों का फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।

SS
https://www.facebook.com/search/top?q=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%20%E0%A4%85%E0%A4%B6%E0%A5%8B%E0%A4%95%20%E0%A4%97%E0%A4%B9%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%A4%20%E0%A4%95%E0%A5%80%20%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B8%20%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%20%E0%A4%A8%E0%A5%87%20%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%20%E0%A4%AA%E0%A4%9F%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A5%87%20%E0%A4%AC%E0%A5%87%E0%A4%A8%20%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%87%20%E0%A4%A5%E0%A5%87%E0%A5%A4%20%F0%9F%98%A1

Fact check/Verification

राजस्थान में पटाखों पर लगे बैन के बावजूद भारी संख्या में भीड़ द्वारा असलहों से हर्ष फायरिंग किए जाने वाले वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले क्लिप को कुछ कीफ्रेम्स में बदला। गूगल रिवर्स के माध्यम से खोजने पर हमें एक यूट्यूब वीडियो मिला। यह वीडियो यूट्यूब पर 6 मार्च साल 2018 में अपलोड किया गया था। वीडियो को पूरा देखने पर पता चला कि यह एक जमराबीज नामक उत्सव के दौरान की गई फायरिंग की क्लिप है। इसे उदयपुर के एक गाँव मेनार में मनाया जाता है। वीडियो को देखने के बाद पता चला कि वायरल क्लिप इस यूट्यूब वीडियो में मौजूद है।

कुछ अन्य कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें एक अन्य यूट्यूब वीडियो मिला जिसे साल 2019 में अपलोड किया गया था। यह वीडियो भी इसी उत्सव के दौरान का है। इस वीडियो में भी कई लोगों को हर्ष फायरिंग करते हुए देखा जा सकता है।

https://www.youtube.com/watch?v=dC3iziFLFq8

पड़ताल के दौरान उमेश मेनारिया नामक एक पत्रकार के फेसबुक पेज पर वायरल वीडियो प्राप्त हुई। मेनारिया ने इस वीडियो को जमराबीज नामक उत्सव का बताकर अपलोड किया है।

https://www.facebook.com/umeshmenariyamenar/videos/2718669504897954

Conclusion

हमारी पड़ताल में पता चला कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो राजस्थान का ही है। लेकिन दीवाली महोत्सव का नहीं है। यह वीडियो पुराना है और जमराबीज नामक उत्सव का है। दीवाली उत्सव से इसका कोई लेना देना नहीं है।

Result- Misleading

Source

Youtube

Facebook

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें:checkthis@newschecker.in

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Most Popular