Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर एक तस्वीर वायरल हो रही है। यह तस्वीर लोगों द्वारा निकाली गई एक बैलगाड़ी रैली की है। जिसके साथ मौजूदा किसान आंदोलन से संबंधित हैशटैग्स का इस्तेमाल कर दावा किया जा रहा है कि किसानों का इंकलाब अब देश के पिछड़े गांवों तक पहुंच गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल दावे को कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है
Fact Check / Verification
नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। पंजाब हरियाणा तथा दिल्ली एनसीआर की सीमाओं के साथ-साथ अब देश के कई अन्य हिस्सों में भी किसानों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इसी को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर बैल गाड़ियों की रैली की एक तस्वीर शेयर कर तस्वीर को मौजूदा किसान आंदोलन का बताया जा रहा है।
वायरल तस्वीर के साथ शेयर हो रहे दावे का सच जानने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स इमेज टूल की सहायता से गूगल पर खोजना शुरू किया। जहां हमें पत्रिका नामक वेबसाइट पर 13 सितंबर साल 2018 को प्रकाशित हुए एक लेख में वायरल तस्वीर प्राप्त हुई।
लेख के मुताबिक यह तस्वीर साल 2018 की है। जब युवा कांग्रेस और एनएसयूआई ने मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीज़ल के दामों में वृद्धि होने पर बैलगाड़ी की रैली निकाली थी।
इसके बाद हमने बैलगाड़ी की वायरल तस्वीर पर गौर किया तो पाया कि रैली में शामिल लोगों के हाथ में नजर आ रहे पोस्टर्स में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का जिक्र किया गया है।
इसके साथ ही खोज में हमें नई दुनिया नामक वेबसाइट पर 14 सितंबर साल 2018 को प्रकाशित एक लेख मिला। जहां साल 2018 में पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि होने पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा निकाली गई बैलगाड़ी रैली के बारे में जानकारी दी गई है।
पड़ताल के दौरान हमें ‘मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस’ यूनिट द्वारा फेसबुक पर 13 सितंबर साल 2018 को किया गया एक पोस्ट भी मिला। जहां मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर 13 सितंबर साल 2018 को कांग्रेस द्वारा निकाली गई बैलगाड़ी रैली की जानकारी दी गई है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमें पता चला कि बैलगाड़ी रैली की वायरल तस्वीर मौजूदा किसान आंदोलन की नहीं है। दरअसल यह तस्वीर सितंबर साल 2018 को मध्य प्रदेश में बढ़ते पेट्रोल और डीजल को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा निकाली गई रैली की है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.facebook.com/MPYouthCongressOfiicial/posts/1670512983059528
https://www.naidunia.com/madhya-pradesh/balaghat-balaghat-news-2566680
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.