सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने पर एक युवक को यूपी पुलिस ने सबक सिखाया. वीडियो में दो पुलिसकर्मी एक युवक की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं. पुलिसकर्मियों ने युवक के दोनों हाथ पकड़ रखे हैं, जिनमें से एक पुलिसकर्मी युवक को लगातार लाठी से पीट रहा है. इसके बाद पुलिसकर्मी व्यक्ति को जमीन पर गिरा देता है और दूसरा उसे लाठी से मारने लगता है. दर्द से युवक बुरी तरह छटपटा रहा है.

इस ट्वीट का आर्कइव यहां देखा जा सकता है.

उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है “पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने के बाद बाबा जी की पुलिस सबक सिखाते हुए”. इसी कैप्शन के साथ यह वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल है.
योगी शासनकाल में यूपी पुलिस अपनी कार्रवाई को लेकर काफी चर्चा में रही है. सीएम योगी और उनके समर्थक कई बार राज्य की कानून व्यवस्था और पुलिस सख्ती पर सरकार की पीठ थपथपा चुके हैं. हाल ही में खत्म हुए यूपी चुनावों में भी बीजेपी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर काफी जोर दिया. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर अब यह वीडियो वायरल है और इसको यूपी का बताकर सोशल मीडिया यूजर्स पुलिस की तारीफ कर रहे हैं.
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो को रिवर्स सर्च करने पर हमें कोई खास नतीजे नहीं मिले. लेकिन कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें केटीवी न्यूज नाम की एक वेबसाइट की खबर मिली. 2 मई 2021 को प्रकाशित हुई इस खबर में वायरल वीडियो का एक फ्रेम मौजूद है.

खबर में बताया गया है कि यह वीडियो यूपी के चंदौली का है, जहां चोरी के आरोप में दो पुलिसकर्मियों ने तीन नाबालिग बच्चों की बुरी तरह पिटाई की थी. इसका वीडियो वायरल हो जाने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था.
खोजने पर हमें इस वीडियो को लेकर द टाइम्स ऑफ इंडिया और अमर उजाला की भी खबरें मिलीं. इन खबरों में बताया गया है कि यह मामला चंदौली के बलुआ पुलिस थाने का था. बतौर रिपोर्ट, कुछ नाबालिग युवक कथित रूप से एक मोबाइल की दुकान में घुसकर चोरी का प्रयास कर रहे थे, लेकिन दुकान के मालिक ने उन्हें पकड़ लिया. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और तीनों लड़कों की बेंत से जमकर पिटाई कर दी. पुलिसकर्मियों में एक एसएचओ था और दूसरा कॉन्स्टेबल.
वीडियो के गलत दावे के साथ वायरल हो जाने के बाद चंदौली पुलिस ने भी इसका खंडन करते हुए एक ट्वीट किया है.
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो लगभग एक साल पुराना है और इसका देश विरोधी या पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों से कोई लेना-देना नहीं है. यूपी पुलिस ने युवकों को चोरी के आरोप में पीटा था.
Result: False Context/False
Sources
Reports of KTV News, The Times Of India and Amar Ujala
Tweet of Chandauli Police
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