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Fact Check
उत्तराखंड में रास्ते बंद होने के कारण धराली में चिनूक हेलिकॉप्टर से जेसीबी मशीन पहुंचाई गई
यह डिजिटल रूप से एडिट की गई तस्वीर है और इसका उत्तराखंड में चल रहे राहत व बचाव कार्य से कोई संबंध नहीं है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में भूस्खलन और बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से शेयर की जा रही है, जिसमें इंडियन एयरफोर्स का चिनूक हेलिकॉप्टर JCB एक्स्कावेटर मशीन उठाए हुए दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण रास्ते बंद होने की वजह से धराली में चिनूक हेलिकॉप्टर से JCB पहुंचाई गई.
हालांकि, हमारी जांच में यह सामने आया कि वायरल तस्वीर एडिटेड है और इसका उत्तराखंड में चल रहे बचाव कार्य से कोई संबंध नहीं है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक़, 5 अगस्त को उत्तराखंड के धराली में भूस्खलन और बाढ़ से अब तक 5 मौतों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 70 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. प्रशासन के हवाले से सेना ने बताया कि 50 से ज्यादा लोग, जिनमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर और 8 जवान शामिल हैं, अभी भी लापता हैं. राहत और बचाव कार्य ज़ोर-शोर से जारी हैं और इसमें आपदा प्रबंधन बलों के अलावा सेना और अर्धसैनिक बलों की मदद भी ली जा रही है.
यह तस्वीर एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शेयर की जा रही है. एक एक्स यूज़र ने तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “नए भारत की एक नई तस्वीर- ये है @narendramodi युग का भारत. आपदा के कारण रास्ते बंद होने के चलते उत्तराखंड के धराली में चिनूक हेलीकॉप्टर से JCB मशीन पहुँचाई गई.” ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

उत्तराखंड के धराली में चिनूक हेलिकॉप्टर से JCB पहुंचाए जाने के दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर की जांच में हमें कुछ रिपोर्ट्स ज़रूर मिलीं, जिनमें बताया गया था कि इंडियन एयरफोर्स के चिनूक हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल बचाव कार्य में किया गया है. हालांकि, किसी भी विश्वसनीय रिपोर्ट में न तो यह तस्वीर मिली और न ही इसके बारे में कोई जानकारी, सिवाय वायरल पोस्ट्स के.
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 6 मई 2022 को प्रकाशित ज़ी न्यूज़ की एक रिपोर्ट में चिनूक हेलिकॉप्टर की हूबहू तस्वीर मिली, लेकिन उसमें हेलिकॉप्टर ने JCB नहीं, बल्कि होवित्जर तोप उठाई हुई थी.

यह तस्वीर 2020 की रेडिफ रिपोर्ट में भी है, जिसमें बताया गया था कि सीएच-47 चिनूक हेलिकॉप्टर हिंडन एयरबेस पर वायुसेना दिवस की ड्रेस रिहर्सल के दौरान होवित्जर तोप ले जा रहा था.
वायरल तस्वीर और ज़ी न्यूज़ की तस्वीर के तुलनात्मक विश्लेषण में कई समानताएं मिलीं- जैसे रोटर ब्लेड्स की छाया का एक ही स्थान पर होना, ब्लेड्स की समान पोजीशन और नीचे लटकी हुई केबल्स. फ़र्क सिर्फ इतना था कि एक में जेसीबी है, जबकि दूसरी में होवित्जर तोप.
ऐसा प्रतीत होता है कि तोप की जगह JCB मशीन जोड़ी गई है. JCB एक्स्कावेटर की हूबहू तस्वीरें हमें गूगल सर्च करने पर आसानी से मिल गईं.

वायरल तस्वीर के बैकग्राउंड में दिखाई देने वाला दृश्य, बादल फटने से आई अचानक बाढ़ के बाद धराली बाज़ार का मालूम पड़ता है, जो कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी मौजूद है.

इसके अलावा, वायरल तस्वीर को फ़ेक इमेज डिटेक्टर साइट पर चेक करने पर इसे कंप्यूटर जनरेटेड या एडिट की हुई तस्वीर के रूप में पहचाना गया.

उत्तराखंड पुलिस का खंडन
जांच के दौरान हमें उत्तराखंड पुलिस का एक फ़ेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें बताया गया था कि यह तस्वीर धराली आपदा रेस्क्यू से संबंधित नहीं है.
उत्तराखंड पुलिस ने पोस्ट में लिखा, “कुछ लोगों द्वारा चिनूक द्वारा उठाई गई JCB की उक्त तस्वीर को उत्तरकाशी के हर्षिल, धराली आपदा रेस्क्यू से जोड़ा जा रहा है, जो पूर्णतः असत्य एवं भ्रामक है. यह तस्वीर धराली आपदा रेस्क्यू से संबंधित नहीं है.”

उत्तरकाशी पुलिस ने भी एक्स पोस्ट के ज़रिये वायरल तस्वीर के उत्तरकाशी के धराली या हर्षिल से होने के दावे को खारिज किया है.
इसके अलावा, हमने उत्तरकाशी में ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे कुछ पत्रकारों से भी बात की. एक पत्रकार ने न्यूज़चेकर को बताया कि चिनूक का इस्तेमाल बचाव कार्य में हुआ है, लेकिन केवल लोगों को बचाने और जनरेटर ले जाने में. JCB पहुंचाने की कहीं कोई चर्चा नहीं है.
स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर को डिजिटल रूप से एडिट कर ग़लत तरीके से उत्तराखंड की आपदा से जोड़ा जा रहा है.
Sources
Amar Ujala report, August 8, 2025
Dainik Bhaskar report, August 7, 2025
Zee News report, May 6, 2022
Rediff news report, October 8, 2020
Hindustan Times report, August 5, 2025
Uttarakhand Police Facebook post
Uttarkashi Police X post
Fake News Detector
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