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देश के कई राज्यों में लगातार हो रही मानसूनी बारिश से कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। राजस्थान से लेकर जम्मू-कश्मीर तक भारी बारिश के कारण लोग परेशान हैं। मध्य प्रदेश में तो हालत ये है कि प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद करने पहुंचे राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा खुद ही बाढ़ में फंस गए, फिर उन्हें हेलिकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट कर बाहर निकाला गया। इस स्थिति के बीच बाढ़ का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। तेज रफ्तार से बहते पानी में कुछ लोग फंसे हुए नजर आ रहे हैं, जबकि एक शख्स पानी के साथ बहता हुआ चला जा रहा है और लोग उसे बचाने के लिए चिल्ला रहे हैं। दावा है कि ये वीडियो हिंदुओं के धार्मिक स्थल वैष्णो देवी में बारिश के कारण आई बाढ़ का है।
हमारे द्वारा Crowd Tangle टूल की सहायता से किए गए एक विश्लेषण के मुताबिक, इस वीडियो को वैष्णो देवी में आई बाढ़ का बताते हुए सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। फेसबुक पर आयुर्वेद की पाठशाला नामक पेज की पोस्ट को सबसे ज्यादा व्यूज, शेयर और लाइक्स मिले हैं। लेख लिखे जाने तक, इस पोस्ट पर 89K व्यूज 70 शेयर और 150 लाइक्स थे।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। इस दौरान पता चला कि दो वीडियो को एक साथ मिलाकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें वायरल वीडियो के पहले भाग से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट News18 के यूट्यूब चैनल पर प्राप्त हुई। रिपोर्ट में वीडियो को 2 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था। डिस्क्रिप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो वैष्णो देवी का नहीं, बल्कि राजस्थान के अजमेर शहर में आई बाढ़ का है।
वैष्णो देवी में आई बाढ़ का नहीं है ये वायरल वीडियो
प्राप्त जानाकारी के आधार पर हमने गूगल पर एक बार फिर से कुछ अन्य कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया, इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट Mumbai Mirror की वेबसाइट पर मिली, जिसे 1 अगस्त 2019 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, साल 2019 में हुई भीषण बारिश के कारण अजमेर शरीफ दरगाह के आस-पास का इलाका जलमग्न हो गया था। हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी था, इसी बीच एक शख्स अपना ठेला पानी में बहने से बचाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण शख्स पानी में बह गया। हालांकि वहां मौजूद लोगों ने कोशिश कर शख्स को बचा लिया था, लेकिन इस जलबहाव में 4 लोगों की मौत हो गई थी। NBT ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।
वायरल वीडियो के दूसरे भाग की सच्चाई जानने के लिए, हमने वीडियो को InVID टूल की मदद से कीफ्रेम्स में बदला। फिर एक कीफ्रेम की सहायता से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें Maa Vaishno Devi नामक फेसबुक पेज पर वायरल वीडियो प्राप्त हुआ, जिसे वैष्णो देवी का ही बताते हुए, 2 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था। इसके बाद हमने वीडियो का एक स्क्रीनशॉट निकालकर उसकी तुलना वैष्णो देवी के रास्ते की तस्वीरों से की। जिसके बाद ये साफ होता है कि ये वीडियो वैष्णो देवी का ही है, लेकिन हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि दो साल पुराना है। ये वीडियो दो साल से इंटरनेट पर मौजूद है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। दो वीडियो को एक साथ मिलाकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दोनों वीडियो हाल-फिलहाल के नहीं बल्कि साल 2019 के हैं।
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Result: False
Claim Review: वैष्णो देवी में आई बाढ़ का वीडियो। Claimed By: Viral social media post Fact Check: False |
Our Sources
Facebook –https://www.facebook.com/maavaishnodevi.s/posts/3006906486003159
Youtube-https://www.youtube.com/watch?v=cqyNgxXsLno
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