Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim –
ऐसे न जाने हजारों लाखों वीडियो आपकी निगाह से गुज़र चुके होंगे लेकिन इन भगवा आतंकियों में से सजा कितनों को मिली शायद ऐसी एक भी खबर नहीं पढ़ी होगी क्योंकि इन्हें सजा होती ही नहीं हैं। सजा तो डॉ कफील जैसों को मिलती है जिसने इंसानियत की सेवा की हो।
जानिए वायरल दावा
एक विवाद में दो लोगों की हो रही पिटाई के वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। वीडियो में एक आदमी लाठी से बुर्का पहनी एक महिला और जमीन पर पड़े एक युवक की निर्ममता से पिटाई कर रहा है। दावा है कि लाठी से पिटाई करने वाला युवक भगवाधारी हिन्दू है जो मुस्लिमों को प्रताड़ित कर रहा है।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक
केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गए नागरिकता संशोधन अधिनियम के बाद से सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुँचाने वाले कई दावे तेजी से वायरल हो रहे हैं। ऐसे में ट्विटर पर मुस्लिम पहनावे वाली एक महिला व युवक की पिटाई के वीडियो को हिंदुओं द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों को प्रताड़ित करने का बताकर खूब तेजी से शेयर किया जा रहा है।
वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर खोजने का प्रयास किया। जहां हमने पाया कि ट्विटर पर वायरल वीडियो को यूपी के सिद्धार्थनगर में हो रहे अन्याय का बताकर ‘यूपी कांग्रेस हैंडल’ द्वारा शेयर किया गया है।
ग़ौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा ट्वीट किये गए इस वीडियो में किसी भी सांप्रदायिक रंग के होने की बात नहीं कही गयी है। वीडियो की जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने सिद्धार्थनगर की खबरों को खंगाला। लेकिन खबरों से हमें वीडियो की कोई जानकारी नहीं मिली।
लिहाजा अब हमने सिद्धार्थनगर पुलिस के ट्विटर हैंडल को खंगालना शुरू किया। खोज में हमने पाया कि कांग्रेस द्वारा ट्वीट किये गए इस वीडियो के जवाब में सिद्धार्थनगर पुलिस ने भी ट्वीट किया है। ट्वीट में पुलिस ने जानकारी दी है कि घटना पर कार्रवाई की जा रही है
सिद्धार्थनगर पुलिस का ट्वीट देखें
पुलिस के ट्वीट में यह भी बताया गया है कि वायरल वीडियो की घटना इटवा थाने की है। जहां वीडियो के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
इसके बाद घटना की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने सिद्धार्थनगर के एडिशनल एस.पी मायाराम वर्मा से भी बात की। जहां उन्होंने जानकारी दी कि वायरल वीडियो की घटना इटवा थाना क्षेत्र के पिपरी बुजुर्ग गांव की है। जहां आस-पड़ोस में रहने वाले एक ही समुदाय के दो परिवारों में कहा सुनी हो गयी। उन्होंने बताया कि दोनों परिवारों के बीच बच्चों के झगड़े को लेकर विवाद हुआ था।
मामले की पुष्टि के लिए एडिशनल एसपी ने हमें व्हाट्सअप पर पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR की कॉपी तथा पुलिस द्वारा मीडिया को दी गयी बाइट का वीडियो भी भेजा।
मामले पर दर्ज की गयी FIR
मामले पर पुलिस द्वारा मीडिया को दी गयी बाइट
पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए हमने वायरल दावे का अध्ययन किया और अपनी पड़ताल में हमने पाया कि वायरल हो रहा दावा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए शेयर किया जा रहा है। विवाद एक ही समुदाय के आस-पड़ोस में रहने वाले दो परिवारों के बीच हुआ था। उक्त घटना में किसी भी प्रकार का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
Tools Used
- InVid
- Reverse Search Image
- Google Search
- Phone Verification
Result:Misleading
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.