Authors
Claim
दिन-दहाड़े दिल्ली में हुई हत्या के वीडियो को सांप्रदायिक एंगल के साथ किया जा रहा है शेयर।
Fact
यह दावा फ़र्ज़ी है। इस घटना में संलिप्त आरोपी और पीड़ित सभी एक समुदाय से संबंध रखते हैं।
सोशल मीडिया पर हत्या की घटना का विचलित करने वाला एक वीडियो सांप्रदायिक और भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। हालांकि, अपनी जांच में हमने पाया कि इस घटना में संलिप्त आरोपी और पीड़ित दोनों मुस्लिम समुदाय से संबंध रखते हैं।
15 मई 2024 को एक एक्स यूज़र ने हत्या की घटना का 01:50 मिनट लंबा वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) शेयर किया। विचलित करने वाले इस वीडियो में सड़क पर एक व्यक्ति पर कुछ लोग चाकू से वार करते नज़र आते हैं। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ”ब्रह्मपुरी सीलमपुर दिल्ली दिन दहाड़े, यह तो शुरुआत है आगे-आगे हिन्दुओं देखो क्या होता है तुम्हारे साथ और दो राष्ट्रविरोधी पार्टियों को वोट, सभंल जाओ अभी मौका है।”
अन्य वायरल एक्स पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखें।
Fact Check/Verification
दावे की जांच के लिए सबसे पहले हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें 11 दिन एक वेबसाइट पर इस घटना को लेकर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में इस घटना को दिल्ली के जाफराबाद इलाके में 35 साल के नन्हे उर्फ नजीर नाम के एक युवक की बेरहमी से हत्या का बताया गया है।
अब हमने ‘जाफराबाद’, ‘नजीर’, ‘दिल्ली’, ‘दिन दहाड़े’, ‘चाकू से वार’ जैसे की-वर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। हमें इस घटना पर प्रकाशित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। 6 मई 2024 को हिन्दुस्तान द्वारा घटना के दृश्यों के साथ प्रकाशित खबर से इस बात की पुष्टि होती है कि यह मामला दिल्ली के जाफराबाद इलाके का है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ बदमाशों ने सरेआम सड़क पर 35 साल के नन्हे उर्फ नजीर नामक युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। घटना 5 मई 2024 की शाम करीब 7 बजे की है, जब हत्यारों ने नजीर के घर के करीब 200 मीटर पहले इस घटना को अंजाम दिया।
जांच के दौरान हमें ANI द्वारा 5 मई 2024 को किये गए एक्स पोस्ट में डीसीपी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, जॉय तिर्की का बयान भी मिला। बयान से इस बात की पुष्टि होती है कि हत्याकांड में मारे गए व्यक्ति का नाम नजीर था।
डीसीपी नार्थ ईस्ट दिल्ली ने 7 मई 2024 को अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट कर जानकारी दी थी कि इस मामले में 24 घंटे के अंदर 6 में से 5 अभियुक्तों को पकड़ लिया गया था।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया और ईटीवी भारत द्वारा प्रकाशित खबर में पुलिस उपायुक्त डॉ जॉय टिर्की के हवाले से बताया गया है कि आरोपियों ने नाजिर की हत्या के पीछे की वजह यह बताई कि दो दिन पहले ही नाजिर ने उनमें से एक आरोपी को मारने की धमकी दी थी। जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी। नाजिर के भाई मोहम्मद कासिम ने कहा कि नाजिर अपने छोटे भाई के मर्डर का चश्मदीद गवाह था, जिस वजह से उस पर अपनी गवाही तोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। कासिम ने आरोप लगाया है कि उसके छोटे भाई की हत्या के आरोपियों ने ही नाजिर का मर्डर किया है।
अब हमने जाफराबाद थाना प्रभारी को फ़ोन कर इस पूरी घटना पर बात की। इस मामले में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक एंगल होने की बात को उन्होंने ख़ारिज किया। उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में मारा गया व्यक्ति और मामले में संलिप्त सभी आरोपी मुस्लिम हैं।
पढ़ें: Fact Check: कर्नाटक में मुस्लिमों द्वारा गोहत्या का बताकर वायरल हुए वीडियो का यहां पढ़ें सच
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि जाफराबाद में हुई हत्या में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। घटना में संलिप्त आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय से हैं।
Result: False
Sources
Media report by Hindustan published on 6th May 2024.
Media report by Times of India published on 7th May 2024.
Media report by ETV Bharat published on 6th May 2024.
X post by DCP North East Delhi on 7th May 2024.
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