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सोशल मीडिया पर 20 सेकंड का वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर नीति का लोहा मान लिया।
20 सेकंड की इस वायरल क्लिप में अखिलेश यादव बोलते हुए नज़र आ रहे हैं कि ‘हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी हर अपराधी पर, हर माफ़िया पर और इस तरह की घटनाओं पर जो दोषी होते हैं, उन पर बुलडोजर चलाते हैं। उत्तर प्रदेश के जो मुख्यमंत्री हैं, उनका काम करने का तरीक़ा ही यही है कि जो भी अपराधी है, उनके ऊपर, घरों पर बुलडोजर चलाते हैं।’
भाजपा के प्रवक्ता मुकेश शुक्ला ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का तरीक़ा है कि जो अपराधी-गुण्डे हैं उन पर बुलडोजर चलवाते हैं। अखिलेश यादव ने भी माना लोहा।’
उपरोक्त ट्वीट के आर्काइव को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त दावे को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
Crowdtangle टूल की सहायता से किये गए विश्लेषण के अनुसार, इस वीडियो को पिछले तीन दिनों में फेसबुक पर कुल 28 बार पोस्ट किया गया है। जहां कुल 6752 इंटरैक्शन (रिएक्शन, कमेंट, शेयर) हैं।
आपको बताते चलें कि 8 सितंबर 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा था कि ‘निर्दोष लोगों की संपत्ति व सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों का एक ही उपचार है – बुलडोजर।’
27 सितंबर 2020 को punjabkesari.in द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के माफ़िया खान मुबारक़ के घर को उत्तर प्रदेश प्रशासन ने बुलडोजर से धवस्त कर दिया था। उपरोक्त लेख के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार लगातार ऐसे माफियाओं की सम्पतियों पर बुलडोजर चला रही है।
17 दिसम्बर 2021 को abplive.com द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, मुख्तार अंसारी के सहयोगी ठेकेदार आरएन सिंह ने सरकारी पोखरे और ग्राम सभा की जमीन को अपने बने आवास की चारदीवारी के अंदर लेकर उसे स्विमिंग पूल बना दिया था और उसका निजी इस्तेमाल कर रहे थे। इसके बाद बीते 17 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश प्रशासन ने आरएन सिंह के चारदीवारी पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया।
इस बीच 20 सेकंड के वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर नीति का लोहा मान लिया।
Fact Check/Verification
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर नीति का लोहा मान लिया, दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसे invid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। इसके बाद एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया। लेकिन हमें इस वीडियो से संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली।
वीडियो को देखने से पता चल गया था कि यह वीडियो आज तक चैनल द्वारा प्रकाशित किया गया है। इसके बाद हमने कुछ कीवर्ड्स का प्रयोग करते हुए वीडियो को यूट्यूब पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें आज तक के यूट्यूब चैनल पर 41 मिनट 51 सेकंड का एक वीडियो मिला, जिसको यूट्यूब चैनल पर 16 दिसंबर 2021 को अपलोड किया गया था। वीडियो को पूरा देखने पर पता चला कि 20 सेकंड की वायरल क्लिप इसी वीडियो से काटकर शेयर की जा रही है।
प्राप्त वीडियो में आज तक चैनल की एंकर चित्रा त्रिपाठी ने अखिलेश यादव से पूछा कि “अजय मिश्रा टेनी को लेकर आज संसद की कार्यवाही भी बाधित हुई है, आप लोग भी लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने अभी तक उनका इस्तीफे नहीं लिया है। क्या आपको लग रहा है कि दवाब बनेगा और वो इस्तीफा देंगे?”
इस प्रश्न का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने बोला कि “भारतीय जनता पार्टी को और उनकी सरकार को गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए। हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी हर अपराधी पर, हर माफ़िया पर और इस तरह की घटनाओं पर जो दोषी होते हैं, उन पर बुलडोजर चलाते हैं। इंतजार होगा उत्तर प्रदेश की जनता को कि बुलडोजर कब लखीमपुर पहुँचेगा और दोषियों के घर, मकान कब तोड़ेगा।’
इसके बाद एंकर ने अखिलेश यादव से पूछा कि आपका कहना है कि उनके घर और मकान तोड़ देना चाहिए?
इसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि “उत्तर प्रदेश के जो मुख्यमंत्री हैं, उनका काम करने का तरीक़ा ही यही है कि जो भी अपराधी है, वो उनके ऊपर, घरों पर बुलडोजर चलाते हैं, तो अब इंतजार होगा कि लखीमपुर की तरफ बुलडोजर कब जाएंगे।”
वीडियो के 5 मिनट 54 सेकंड पर वायरल वीडियो क्लिप को देखा जा सकता है।
बात अखिलेश यादव की करें तो पता चलता है कि आये दिन वो उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहते हैं। इसी क्रम में अखिलेश यादव ने मथुरा में चलती कार में हुए युवती के साथ दुष्कर्म पर सरकार की कार्यप्रणाली को आड़े हाथ लेते हुए ट्वीट किया कि ‘उप्र में दरोगा भर्ती की परीक्षा देकर लौट रही एक युवती के साथ गैंगरेप व उस पीड़िता के ज़हर खाने की ख़बर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है। संवेदनहीन भाजपा सरकार बताए कि इस अपराध के दोषियों का एनकाउंटर कब होगा। उप्र में क़ानून-व्यवस्था ही सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हो गयी है।’