Authors
सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कई फेक दावे लगातार शेयर किये जा रहे हैं। दूसरी तरफ किसान आंदोलन को लेकर भी सोशल मीडिया में फेक ख़बरों की भरमार है। हमारी टीम ने इन मुद्दों पर वायरल हुए दावों का फैक्ट चेक किया है। इस सप्ताह वायरल हुए टॉप 5 फेक दावों का फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।
बीजेपी के पोस्टर में नजर आ रहा व्यक्ति नहीं है खुशहाल किसान।
पंजाब बीजेपी यूनिट द्वारा एक व्यक्ति की तस्वीर को पोस्ट करते हुए उसे खुशहाल किसान बताया गया था। हमारी पड़ताल में पता चला कि वह व्यक्ति खुद किसान आंदोलन का हिस्सा है और बिना उसकी अनुमति के बीजेपी ने पोस्टर पर उसकी तस्वीर प्रकाशित की थी।
क्या अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल में किये गए हालिया रोड शो की है यह तस्वीर?
एक तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि यह तस्वीर बीजेपी नेता अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल में किए गए हालिया रोड शो की है। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्वीर करीब 6 साल पुरानी है।
पूरा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ा जा सकता है।
भारतीय सेना के जवानों की नहीं है वायरल तस्वीर।
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के साथ दावा किया गया कि यह भारतीय सेना के उन जवानों की तस्वीर है जो सियाचिन में माइनस डिग्री तापमान के नीचे रहकर देश की सुरक्षा करते हैं। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्वीर भारतीय जवानों की नहीं है।
क्या अमित शाह के बंगाल दौरे से पहले तोड़ दिया गया शांति निकेतन का घंटा टोला?
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के साथ दावा किया गया था कि देश के गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे से पहले शांति निकेतन का घंटा टोला तोड़ दिया गया था। हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
क्या सरकार जियो को बेचने वाली है BSNL के हजारों टॉवर?
सोशल मीडिया पर एक अख़बार की कटिंग के हवाले से दावा किया गया था कि भारत सरकार बीएसएनएल के हजारों टॉवर रिलायंस जियो को बेचने वाली है। हमारी पड़ताल में वायरल दावा झूठा साबित हुआ।
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in