सोशल मीडिया पर सूटकेस में शव मिलने का एक वीडियो इस दावे से शेयर किया गया है कि बंगाल में अकरम नामक मुस्लिम शख्स ने लव जिहाद में हिंदू लड़की को मारकर सूटकेस में पैक कर दिया.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. सूटकेस में मिली लाश एक बुर्जुग महिला की थी, जिसके उसके ही दो रिश्तेदार फेंकने के लिए ले जा रहे थे. बारासात पुलिस ने भी वायरल दावे का खंडन किया है.
वायरल वीडियो करीब 1 मिनट का है, जिसमें नील रंग का एक सूटकेस सड़क पर दिखाई दे रहा है. इसी दौरान भीड़ में एक शख्स उस सूटकेस को खोलता है, तो उसमें एक महिला का शव मौजूद होता है.
इस वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है, “बंगाल में शादी का झांसा देकर अकरम ने लड़की को मारकर सूट केस में पैक कर दिया. लव जिहाद रोज एक हजार हिंदू लड़कियों के हत्या बलात्कार और लूट का कारण बनता है”.

यह वीडियो इसी तरह के दावे वाले कैप्शन के साथ फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
लव जिहाद में हिंदू लड़की को मारकर सूटकेस में पैक किए जाने के दावे से वायरल इस वीडियो की जांच में हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें क्राइम तक के यूट्यूब अकाउंट पर 26 फरवरी 2025 को अपलोड एक वीडियो रिपोर्ट मिली.

इस वीडियो रिपोर्ट में सूटकेस वाला दृश्य भी मौजूद था. रिपोर्ट में बताया गया था कि बीते 25 फरवरी 2025 को कोलकाता के कुम्हारटोली इलाके में सूटकेस लेकर जा रही दो महिलाओं पर स्थानीय लोगों को शक हुआ. जब लोगों ने महिलाओं को रोका तो पहले तो उन्होंने कहा कि सूटकेस में उसके कुत्ते के अवशेष हैं. हालांकि बाद में पुलिस के पहुंचने पर जब बैग को खोला गया तो उसमें एक बुजुर्ग महिला की लाश निकली.
पूछताछ में सूटकेस के साथ पकड़ी गई दोनों महिलाएं मां-बेटी निकली और लाश उसके रिश्तेदार की थी. पकड़ी गई महिलाओं की पहचान फाल्गुनी घोष और उसकी मां आरती घोष के रूप में हुई. वहीं, मृतक महिला सुमिता घोष फाल्गुनी घोष के ससुर की बहन थी. सोमवार को आपसी झगड़े में सुमिता घोष की हत्या हो गई थी.
इस संबंध में हमें विस्तृत रिपोर्ट इंडिया टुडे की वेबसाइट पर 25 फरवरी 2025 को प्रकाशित मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि मृतका सुमिता घोष मूल रूप से असम के जोरहाट की रहने वाली थी और वह अपने पति से अलग होकर बीते 11 फ़रवरी से आरोपियों के साथ रह रही थी. फाल्गुनी के भी अपने पति से बढ़िया संबंध नहीं थे और वह भी अलग अपने मां के साथ रह रही थी.

बतौर रिपोर्ट्स, इस घटना से एक दिन पहले सोमवार को करीब 4 बजे शाम को फाल्गुनी की सुमिता के साथ लड़ाई हुई और फाल्गुनी ने उसे दीवार की तरफ धकेल दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर गई. जब सुमिता को फिर से होश आया तो फिर से लड़ाई शुरू हो गई. तभी फाल्गुनी ने सुमिता के चेहरे और गर्दन पर ईंट से वार किया, जिससे सुमिता की मौत हो गई. मौत के बाद फाल्गुनी और उसकी मां ने सूटकेस में लाश डालकर उसे फेंकने का विचार बनाया. कोलकाता पुलिस ने इस मामले में नार्थ पोर्ट पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया और बाद में उसे बारासात पुलिस को सौंप दिया गया.
इससे जुड़ी रिपोर्ट हमें मिलेनियम पोस्ट की वेबसाइट पर भी 28 फ़रवरी 2025 को प्रकाशित मिली. रिपोर्ट में बताया गया था कि बारासात के मध्यमग्राम पुलिस स्टेशन को यह मामला सौंपा गया, जिसके बाद दोनों मां-बेटी आरती घोष और फाल्गुनी घोष को बारासात कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
हमने अपनी जांच में मध्यमग्राम पुलिस से भी संपर्क किया. वहां के इंस्पेक्टर सतिनाथ चटर्जी ने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि “इस मामले में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है. दोनों आरोपी महिला हैं और पीड़िता उनकी रिश्तेदार थी.”
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि बंगाल में लव जिहाद में हिंदू लड़की को मारकर सूटकेस में पैक किए जाने का दावा फर्जी है.
Our Sources
Video Report by Crime Tak on 26th Feb 2025
Article Published by India Today on 25th Feb 2025
Article Published by Millennium Post on 28th Feb 2025
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