Authors
Claim
चुनाव आयोग ने कांग्रेस, आप, सपा, बसपा सभी को EVM हैक करने की चुनौती दी है।
Fact
यह दावा भ्रामक है। साझा किया गया वीडियो 2017 का है।
सोशल मीडिया पर यह दावा शेयर किया जा रहा है कि चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस, आप, सपा, बसपा सभी को EVM हैक करने की चुनौती दी गयी है। एक X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में ‘आज तक’ की एक न्यूज़ क्लिप के साथ यह कैप्शन लिखा गया है कि ‘कांग्रेस, आप, सपा, बसपा सबको खुली चैलेंज है अपनी काबिलियत सिद्ध करके दिखाओ..।’ पोस्ट के साथ ‘आज तक’ की क्लिप लगायी गयी है जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी द्वारा यह कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग 3 जून से ओपन चैलेंज का आयोजन कर रही है। पहला चैलेंज यह है कि समस्त राजनीतिक पार्टियों को यह अवसर प्रदान किया जाएगा कि वे हाल ही के पांच राज्यों के चुनाव में इस्तेमाल की गयी मशीनों के संबंध में यह डेमोंस्ट्रेट करें कि वे टेम्पर्ड थीं। दूसरा चैलेंज है कि ये भी एक अवसर प्रदान किया जाएगा कि वे मशीनें जो चुनाव आयोग के तकनीकी और एडमिनिस्ट्रेटिव सुरक्षा में रहती हैं, क्या उसमें रहते हुए भी उनको टेम्पर किया जा सकता है।
Fact Check/Verification
शेयर किया जा रहे वीडियो में हमने पाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी द्वारा ही यह घोषणा की जा रही है। दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी के बारे में जानकारी खोजी। हमने पाया कि उनका कार्यकाल जुलाई 2017 में ही ख़त्म हो गया था। चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों की सूची में बताया गया है कि बीसवें मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. नसीम जैदी का कार्यकाल 19 अप्रैल 2015 से 05 जुलाई 2017 तक था।
वर्तमान में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं।
जांच में आगे बढ़ते हुए हमने इस वीडियो की सत्यता जानने के लिए इसके की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमने पाया कि यह क्लिप आज तक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट का हिस्सा थी जिसे 20 मई 2017 को फेसबुक पर साझा किया गया था।
2017 में पांच राज्यों के चुनावों के बाद आप और बसपा के साथ-साथ कई राजनीतिक पार्टियों ने ईवीएम को लेकर संदेह जताया था। जिसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी ने नई दिल्ली में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन्हीं सब संदेहों को बीच राजनीतिक दलों को ईवीएम को हैक कर के दिखाने की चुनौती दी थी। वर्तमान में सोशल मीडिया पर 2017 में की गयी प्रेस कॉन्फ्रेंस का ही वीडियो साझा किया जा रहा है।
पड़ताल में आगे हमने चुनाव आयोग से जुडी ख़बरों, आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स को खंगाला। हमने पाया कि वर्तमान में चुनाव आयोग की और से EVM हैक करने की चुनौती जैसी दुबारा कोई घोषणा नहीं की गयी है।
Conclusion
अपनी पड़ताल में हमने पाया कि यह वीडियो 2017 का है। वर्तमान में चुनाव आयोग ने EVM हैक करने की चुनौती नहीं दी है। 2017 के वीडियो को वर्तमान में अलग सन्दर्भ के साथ साझा कर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है।
Result: Missing Context
Our Sources
Official website of Election Commission of India.
Report by AajTak dated 20th May 2017
Report by The Wire dated 21st May 2017
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