शुक्रवार, नवम्बर 22, 2024
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Fact Check: वायरल तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति ना तो दलित है और ना ही उसकी पिटाई धार्मिक नारे की वजह से हुई

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim

देखो भारतवासियो!

गंगा घाट कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत कोतवाली के सामने आइसक्रीम बेचने वाले #राकेश (#दलित) को #जयश्रीराम  ना कहने पर समझकर पीटा

Verification
सोशल मीडिया में एक अधेड़ व्यक्ति की फोटो इस सन्दर्भ में शेयर की जा रही है कि इस दलित को इसलिए मारा गया क्योंकि इसने जय श्री राम कहने से मना कर दिया था। वायरल हो रही इस खबर को एक अन्य यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा है कि इस घटना को भगवाधारियों ने अंजाम दिया है।
इस दावे की पड़ताल के लिए आरंभिक खोज के दौरान आये परिणामों को नीचे स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है।
काफी देर तक गूगल खंगालने के बाद भी हमारे हाथ ऐसा कुछ नही लगा जिससे इस खबर की पुष्टि हो पाती। बारीकी से देखने पर पता चला कि जिस जगह रक्तरंजित व्यक्ति खड़ा है वहां पर मौजूद ठेले के सबसे ऊपर वाले हिस्से में एक फोन नंबर नज़र आया। इस नंबर पर कॉल करने पर अमित यादव नाम के एक सज्जन से बात हुई।
खबर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले कुछ लोगों में आपसी लड़ाई हो गई थी। लड़ाई के दौरान दोनों पक्षों को चोट लगी थी। पूछे जाने पर कि क्या तस्वीर में दिख रहा ठेला किसी राकेश नाम के दलित का है उन्होंने साफ मना कर दिया।
अमित ने बताया कि जिस ठेले पर जख्मी व्यक्ति खड़ा नज़र आ रहा है वह उनका ठेला है।
बातचीत के दौरान अमित यादव ने बताया कि जो व्यक्ति ठेले के पास दिखाई दे रहे हैं उनका नाम हरिशंकर राजपूत है। वे दलित बिरादरी से ताल्लुक नही रखते। अमित ने यह भी बताया कि इस मामले में गंगा घाट थाने में पुलिस को तहरीर दी गई थी।
अमित यादव ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस को दी गई तहरीर की कॉपी व्हाट्सएप पर भेजी है। जिसे नीचे देख सकते हैं।
जानकारी की तह तक जाने के लिए उन्नाव जिले के थाना गंगा घाट पुलिस निरीक्षक को दूरभाष पर संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने पहले तो मामले की जानकारी ना होने की बात की लेकिन बाद में बताया कि उन्हें इस घटना की महज़ सूचना मिली थी। लेकिन कोई FIR दर्ज़ नहीं हुई है। हालांकि अमित द्वारा भेजी जानकारी में साफ़ लिखा है कि दोनों पक्षों में सुलह हो गई है।
हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि जिस तरह से सोशल मीडिया में दलित की पिटाई का जो दावा किया जा रहा है वह गलत है। ठेले के सामने खड़ा हुआ जख्मी व्यक्ति ना तो दलित है और ना ही उसका नाम राकेश है।
Tools Used
  • Twitter Advanced Search
  • Telephonic Verification
  • Google Reverse Image

Result: False

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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