Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
सलमान रुश्दी के अनुसार…मुसलमान चाहे पाकिस्तानी हो या भारतीय,अनपढ़ हो या सुशिक्षित,
गरीब हो या अमीर, 99% मुसलमान सोच से कट्टर आतंकवादी ही होते हैं, चाहे वह भाईचारे का कितना भी दिखावा करें।
Verification
भारतीय मूल के मशहूर ब्रिटिश उपन्यासकार
सलमान रुश्दी के बारे में एक खबर तेजी से वायरल हो रही है। सन्देश के मुताबिक़ रश्दी ने कहा है कि दुनिया के 99 फ़ीसदी मुस्लिम, सोच से कट्टर आतंकी होते हैं। सन्देश में यह भी कहा गया है कि पढ़े-लिखे और अनपढ़ दोनों ऐसा ही स्वभाव रखते हैं।
सलमान रश्दी जन्में भारत में जरूर थे लेकिन अब वे इंग्लैण्ड की नागरिकता ले चुके हैं।
सत्याग्रह ने अपने लेख के माध्यम से उनके जीवन के उन तमाम पहलुओं पर प्रकाश डाला है जिससे उनको दुनिया में ख्याति प्राप्त हुई। लेख ने उनकी चौथी पत्नी पद्म लक्ष्मी की उस किताब का भी जिक्र किया है जो उन्होंने तलाक के बाद सलमान के बारे में लिखी थी।
सलमान रुश्दी ने वायरल हो रहे सन्देश जैसा कोई वक्तव्य दिया भी था इस बात की पुष्टि के लिए हमने खोज को जारी रखा। इस दौरान पता चला कि कई वर्षों से इस तरह के सन्देश सोशल मीडिया में शेयर किये जा रहे हैं। साल 2018 में भी इस तरह के सन्देश सोशल मीडिया में वायरल हुए थे।
पड़ताल के दौरान
आजतक का एक लेख प्राप्त हुआ। इस लेख में सलमान के उस उपन्यास का जिक्र है जिसपर भारत सहित दुनिया के कई देशों ने बैन लगा दिया था।
काफी देर तक गूगल खंगालने पर भी हमारे हाथ कुछ ऐसा तथ्य नहीं लगा जिससे यह पता चल पाता कि सलमान रश्दी ने इस तरह का कोई बयान दिया भी है।
बारीकी से खोजने पर एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में
Lucy Wolf ने एक स्क्रीनशॉट अटैच करते हुए सलमान रुश्दी को टैग किया है। इस ट्वीट के साथ अटैच एक कटिंग में देखा जा सकता है कि वायरल हो रहे वक्तव्य से मिलता जुलता एक कमेंट किया गया है।
यह कमेंट नाओमी युवेन नामक व्यक्ति ने किया था। 7 मार्च 2015 को इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए सलमान ने सच सामने लाने के लिए यूजर को शुक्रिया कहा था।
पड़ताल के बाद आए तथ्यों से यह साफ हो गया कि सलमान रुश्दी ने कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया था।
Tools Used
- Google Reverse Image
- Twitter Advanced Search
- Google Search
Result: False
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.