A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim-
यह सारे लोग लेफ्ट-हैंडर है। एक
चित्र में दुनिया की कई मशहूर की तस्वीर के साथ ऐसा ही दावा किया जा रहा है।
Verification-
सोशल मीडिया में लाफिंग कलर नामक फेसबुक पेज का एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। पोस्ट में अल्बर्ट आइंस्टीन समेत नरेंद्र मोदी, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, सचिन तेंदुलकर, टॉम क्रूज और ऐंजिलिना जौली जैसी विश्व की कई बड़ी हस्तियों की फोटो प्रकाशित हुई है। पोस्ट शेयर करने वाले पेज का दावा है कि ये सभी लोग लेफ्ट हैंडर हैं।
हमने वायरल हो रहे पोस्ट में प्रकशित कुछ चुनिंदा नामों के बारे में गूगल पर सर्च किया। अपनी खोज अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के नाम से आरम्भ की। हमें द ओबामा वाइट हाउस नामक यूट्यूब चैनल पर बराक ओबामा के किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करता हुआ एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बराक ओबामा हस्ताक्षर करने के लिए अपने बाएं हाथ का प्रयोग कर रहे हैं।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए अब प्रधानमंत्री मोदी के बारे में सर्च किया, जहां हमें नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल पर साल 2015 का एक वीडियो प्राप्त हुआ।
वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगोलिया की गेस्ट बुक पर अपने दाएं हाथ से हस्ताक्षर करते हुए साफ देखा जा सकता है।
पोस्ट में नरेंद्र मोदी के लेफ्ट हैंडर होने का दावा गलत साबित हुआ।
अब हमने ‘ऐंजिलिना जौली’ के बारे में गूगल पर खोजा। इस दौरान हमें आल फोटोग्राफर नामक यूट्यूब चैनल पर उनको अपने दाएं हाँथ से फैंस को ऑटोग्राफ देते हुए देखा जा सकता है।
screenshot -anjilina
प्रधानमंत्री मोदी और ऐंजिलिना जौली के हेफ्ट हैंडर होने का दावा गलत होने पर यह लगने लगा था कि पोस्ट में कुछ लोगों के लेफ्ट हैंडर होने का दावा झूठा है। पुष्टि के लिए
टॉम क्रूज के बारे में गूगल पर खोजा। यूट्यूब पर प्राप्त एक
वीडियो में टॉम क्रूज अपने फैंस को दाएं हाथ से ही ऑटोग्राफ देते नज़र आए।
हमारी पड़ताल में इन तमाम हस्तियों के लेफ्ट हैंडर होने का दावा भ्रामक साबित हुआ।
Tools used
- Google Search
- Youtube Search
Result
Misleading
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.